14-05-2019, 07:07 PM
(This post was last modified: 14-05-2021, 05:10 PM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
उन्तीसवीं फुहार- कामिनी भाभी की बखीर
![[Image: mILF-sona-hot-and-sexy-boob-breast-cleav...aree-0.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/12/20/mILF-sona-hot-and-sexy-boob-breast-cleavage-show-in-saree-0.jpg)
बखीर- मुझे अच्छी तरह मालूम था ये क्या चीज है और उससे भी ज्यादा ये भी मालूम था कि इसका असर क्या होता है? गुड़ चावल की खीर, लेकिन अक्सर इसे ताजे गन्ने के रस में बनाते हैं और जितना ताजा गन्ने का रस हो और जितना ही पुराना चावल हो उसका मजा और असर उतना ही ज्यादा होता है।
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![[Image: Bakheer-03.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/12/20/Bakheer-03.jpg)
गौने की रात दुल्हन को उसकी छोटी ननदें, जिठानियां गाँव में दुलहन को कमरे में भेजने के पहले इसे जरूर खिलाती हैं। दुलहन को उसके मायके में उसकी भौजाइयां, सहेलियां सब सीखा पढ़ा के भेजती हैं की किसी भी हालत में बखीर खाने से बचना और अगर बहुत मजबूरी हो तो बस रसम के नाम पे एक दो कौर, बस।
लेकिन यहां उसकी ननदें तैयार रहती हों, चाहे बहला फुसला के, चाहे जोर जबरदस्ती वो बिना पूरा खिलाये नहीं छोड़तीं। फायदा उनके भाई को होता है। अगर गौने की दुल्हन ने बखीर खा लिया तो वो… …
[/url]![[Image: bride-sgrt.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/12/20/bride-sgrt.jpg)
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उसकी तासीर इतनी गरम होती है कि थोड़ी देर में ही खुद उसका मन करने लगता है, और मना करना या बहाने बनाना तो दूर, खुद उनका मन करता है की कितनी जल्दी भरतपुर का… …
और बाहर खड़ी, दरवाजे खिड़की से ननदियां कान चिपकाए इन्तजार करती रहती हैं की कब भाभी की जोर से कमरे के अंदर से जोर की चीख आये, और फिर तो बाहर खड़ी ननदों, जिठानियों की खिलखिलाहटें, मुँह बंद करके, खिस खिस, और थोड़ी दूर जाग रही सास, चचिया, ममेरी, फुफेरी सब, एक दूसरे को देखकर मुश्कुरातीं और अगले दिन जो ननदें भाभी को कमरे से लाने जाती हैं तभी से छेड़खानी।
![[Image: Bride-suhaagraat-b3db745a3a645ea1acb9c44d0ed681ee.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/12/20/Bride-suhaagraat-b3db745a3a645ea1acb9c44d0ed681ee.jpg)
मुझे इसलिए भी मालूम है की किस तरह अपनी भाभी को मैंने बहाने बना के, फुसला के बखीर खिलाई थी, एकलौती ननद होने के रिश्ते से ये काम भी मेरा था।
लेकिन कामिनी भाभी जितना बखीर खिला रही थीं वो उसके दुगुने से भी ज्यादा रहा होगा।
![[Image: Bhabhi-6350a51c5836f50d1e4585ba5dcf8fde.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/12/20/Bhabhi-6350a51c5836f50d1e4585ba5dcf8fde.jpg)
मैंने लाख नखड़े बनाये, ना नुकुर किया, लेकिन कामिनी भाभी के आगे किसी ननद की आज तक चली है की मेरी चलती।
वो अपने हाथ से बखीर खिला रही थीं की कहीं जोर से कुछ गिरने की या दरवाजा खुलने ऐसी आवाज हुई।
भाभी ने बखीर मुझे पकड़ा दी और बोलीं-
“उनके लौटने से पहले बखीर खत्म हो जानी चाहिए। उन्हें लगा की कोई चूहा है या कोई दरवाजा ठीक से नहीं बंद था…”
वो चली गईं और उनके आने में पांच दस मिनट लग गए।
मेरा ध्यान बस इसी में था की कौन सा चूहा है जिसे भगाने में भाभी को इतना टाइम लग गया।
वो लौटीं तो मैंने छेड़ा भी-
“भौजी कौन सा चूहा था, कितना मोटा था? आपका कोई पुराना यार तो नहीं था की मौका देखकर आपके बिल के चक्कर में?”
मेरी बात काट के मुश्कुराती बोलीं वो-
“सही कह रही हो बहुत मोटा था (अंगूठे और तर्जनी को जोड़ के उन्होंने इशारा भी किया, ढाई तीन इंच मोटा होने का), और तुम्हारी बिलिया में घुसेगा घबड़ाओ मत। लेकिन बखीर खतम हुई की नहीं?”
और फिर उनके तगड़े हाथ ने जबरन मेरा गाल दबाया और दूसरे हाथ से बखीर लेके सीधे उन्होंने… पूरा खत्म करवा के मानी। वो बरतन किचेन में रखने गईं और मैं बिस्तर पे लेट गई, साड़ी से मैंने अपने उभार ढक लिए।
दिल मेरा धक-धक कर रहा था, अब क्या होगा?
![[Image: mILF-sona-hot-and-sexy-boob-breast-cleav...aree-0.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/12/20/mILF-sona-hot-and-sexy-boob-breast-cleavage-show-in-saree-0.jpg)
बखीर- मुझे अच्छी तरह मालूम था ये क्या चीज है और उससे भी ज्यादा ये भी मालूम था कि इसका असर क्या होता है? गुड़ चावल की खीर, लेकिन अक्सर इसे ताजे गन्ने के रस में बनाते हैं और जितना ताजा गन्ने का रस हो और जितना ही पुराना चावल हो उसका मजा और असर उतना ही ज्यादा होता है।
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![[Image: Bakheer-03.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/12/20/Bakheer-03.jpg)
गौने की रात दुल्हन को उसकी छोटी ननदें, जिठानियां गाँव में दुलहन को कमरे में भेजने के पहले इसे जरूर खिलाती हैं। दुलहन को उसके मायके में उसकी भौजाइयां, सहेलियां सब सीखा पढ़ा के भेजती हैं की किसी भी हालत में बखीर खाने से बचना और अगर बहुत मजबूरी हो तो बस रसम के नाम पे एक दो कौर, बस।
लेकिन यहां उसकी ननदें तैयार रहती हों, चाहे बहला फुसला के, चाहे जोर जबरदस्ती वो बिना पूरा खिलाये नहीं छोड़तीं। फायदा उनके भाई को होता है। अगर गौने की दुल्हन ने बखीर खा लिया तो वो… …
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![[Image: bride-sgrt.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/12/20/bride-sgrt.jpg)
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उसकी तासीर इतनी गरम होती है कि थोड़ी देर में ही खुद उसका मन करने लगता है, और मना करना या बहाने बनाना तो दूर, खुद उनका मन करता है की कितनी जल्दी भरतपुर का… …
और बाहर खड़ी, दरवाजे खिड़की से ननदियां कान चिपकाए इन्तजार करती रहती हैं की कब भाभी की जोर से कमरे के अंदर से जोर की चीख आये, और फिर तो बाहर खड़ी ननदों, जिठानियों की खिलखिलाहटें, मुँह बंद करके, खिस खिस, और थोड़ी दूर जाग रही सास, चचिया, ममेरी, फुफेरी सब, एक दूसरे को देखकर मुश्कुरातीं और अगले दिन जो ननदें भाभी को कमरे से लाने जाती हैं तभी से छेड़खानी।
![[Image: Bride-suhaagraat-b3db745a3a645ea1acb9c44d0ed681ee.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/12/20/Bride-suhaagraat-b3db745a3a645ea1acb9c44d0ed681ee.jpg)
मुझे इसलिए भी मालूम है की किस तरह अपनी भाभी को मैंने बहाने बना के, फुसला के बखीर खिलाई थी, एकलौती ननद होने के रिश्ते से ये काम भी मेरा था।
लेकिन कामिनी भाभी जितना बखीर खिला रही थीं वो उसके दुगुने से भी ज्यादा रहा होगा।
![[Image: Bhabhi-6350a51c5836f50d1e4585ba5dcf8fde.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/12/20/Bhabhi-6350a51c5836f50d1e4585ba5dcf8fde.jpg)
मैंने लाख नखड़े बनाये, ना नुकुर किया, लेकिन कामिनी भाभी के आगे किसी ननद की आज तक चली है की मेरी चलती।
वो अपने हाथ से बखीर खिला रही थीं की कहीं जोर से कुछ गिरने की या दरवाजा खुलने ऐसी आवाज हुई।
भाभी ने बखीर मुझे पकड़ा दी और बोलीं-
“उनके लौटने से पहले बखीर खत्म हो जानी चाहिए। उन्हें लगा की कोई चूहा है या कोई दरवाजा ठीक से नहीं बंद था…”
वो चली गईं और उनके आने में पांच दस मिनट लग गए।
मेरा ध्यान बस इसी में था की कौन सा चूहा है जिसे भगाने में भाभी को इतना टाइम लग गया।
वो लौटीं तो मैंने छेड़ा भी-
“भौजी कौन सा चूहा था, कितना मोटा था? आपका कोई पुराना यार तो नहीं था की मौका देखकर आपके बिल के चक्कर में?”
मेरी बात काट के मुश्कुराती बोलीं वो-
“सही कह रही हो बहुत मोटा था (अंगूठे और तर्जनी को जोड़ के उन्होंने इशारा भी किया, ढाई तीन इंच मोटा होने का), और तुम्हारी बिलिया में घुसेगा घबड़ाओ मत। लेकिन बखीर खतम हुई की नहीं?”
और फिर उनके तगड़े हाथ ने जबरन मेरा गाल दबाया और दूसरे हाथ से बखीर लेके सीधे उन्होंने… पूरा खत्म करवा के मानी। वो बरतन किचेन में रखने गईं और मैं बिस्तर पे लेट गई, साड़ी से मैंने अपने उभार ढक लिए।
दिल मेरा धक-धक कर रहा था, अब क्या होगा?


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