14-05-2019, 09:26 AM
दूसरी रात
नौ बजने में पूरे बीस मिनट बाकी थे , सास की आँखे बहुत तेज थीं , नौ बजने के पहले ही वो मुझे मेरे कमरे में भेज देती थी , जब तक मैं ससुराल में रही ,...
ये भी नहीं दिख रहे थे।
मैं कमरे में घुसी तो , ... ये पहले से रजाई में घुसे ,... शाम की तरह इन्हे दिखा के मैंने दरवाजा अच्छी तरह अंदर से बंद किया , चूनर हटाई , मेरे दोनों जोबन कोर्सेट से बाहर छलक रहे थे।
और आज मैं आराम से पहले अच्छी तरह फ्रेश हुयी , मान गयी मैं इन्हे , मेरे आने के पहले इन्होने गीजर आन कर दिया था , फ्रेश टॉवल्स ,...
अच्छी तरह मेकअप उतार के , ज्वेलरी , सब कुछ, और मैं जानती थी मैं कुछ भी पहनूंगी ये लड़का पांच मिनट के अंदर उतार कर ,...
एक छोटी सी पिंक कलर की नाइटी , स्ट्रिंग वाली कंधे पर , बस सरका दो ,...
और ब्रा भी नहीं पहनी ,...
क्यों उस बेचारे से इतनी मेहनत करवाऊं , हाँ एक छोटी सी थांग ,...
जब मैं कमरे में पहुंची तो छत पर भी हंगामा ख़तम हो गया था ,सब लोग नीचे ,...
मैंने दीवाल की और मुड़ कर सब लाइटें बंद की पर नाइट लैम्प ,...
( फुट लाइट्स थी , सिर्फ फर्श पर पसरी ,... लेकिन बिस्तर पर भी हलकी हलकी ,... )
और जब मैंने मुड़ कर उन्हें देखा तो ,.. वो जल्दी से कोई डायरी सी बिस्तर के अंदर छुपा रहे थे।
" दिखाइए न ' मैं उनकी बगल में बैठ कर उनसे बोल रही थी , मेरे बार बार कहने पर भी जब वो नहीं माने तो मैंने खुद गद्दे के अंदर हाथ डालने की कोशिश की पर उन्होंने मेरी कलाई कस के पकड़ ली , मैं उनसे लाख छुड़ाने की कोशिश करती रही पर उनके आगे मेरी क्या चलती , ...
' क्या है ' मैंने जिद पकड़ ली थी।
" कुछ नहीं है , ऐसे ही तुम्हारे काम का नहीं है। "
वो भी जिद पकडे थे , और अब मुझे डर लगने लगा था ,
कहीं इनका कोई बचपन का चक्कर , कोई रहा हो , उसकी कोई चिट्ठी विट्ठी , फोटो ,... और आज अचानक उनका मन , उसकी याद ,...
मेरा सीना धक् धक् करने लगा ,
आज मेरी शादी के बाद की दूसरी रात है और आज के ही दिन,
शायद मुझे इतनी ज़िद नहीं करनी चाहिए थी। , पर मन का दूसरा कोना पीछे पड़ा हुआ था।
" मान जाओ न यार , मेरी पर्सनल डायरी है , और कुछ नहीं है उसमें खास ,... "
वो भी मुझे मना रहे थे और एकदम जिद्द पकडे थे।
" नहीं , मुझे देखना है , ...अच्छा बस एक पेज , फर्स्ट पेज ,... आप और मुझमें अब क्या परसनल ,.. प्लीज देखने दो न "
मैंने भी हार नहीं मानी।
" नहीं तुम समझती नहीं हो ,... तुम गुस्सा हो जाओगी , तुम्हे बहुत बुरा लगेगा। "
वो डर कर सहमते बोले।
अब तो मेरा शक्क और पक्का होने लगा , जरूर कोई लड़की है , मैं घबड़ा रही थी , ...
कौन होगी ,...
कोई इनकी रिलेटिव , कजिन ,... साथ पढ़ने वाली।
मेरे मुंह से निकल गया ,
" कोई लड़की है क्या "
बहुत धीरे से डरते सहमते ,
और मुझसे भी ज्यादा डरते सहमते , उन्होंने हाँ में सर हिलाया और बड़ी मुश्किल से उनके मुंह से आवाज निकली ,
" मैं कह रहा था न तुम गुस्सा हो जाओगी , मेरे ऊपर बहुत नाराज होओगी ,.... लेकिन ,... "
मेरी आवाज नहीं निकल पा रही थी , तब भी मैंने जिद कर के बोला ,
" नहीं गुस्सा नहीं होउंगी , बस एक पेज फर्स्ट पेज ,... "
किसी तरह मेरी आवाज निकल पा रही थी और फिर मैंने लड़कियों का आखिरी हथियार इस्तेमाल किया ,
" प्लीज मेरी क़सम ,... "
और उनकी पकड़ मेरी कलाई पर थोड़ी ढीली हई तो मैंने गद्दे के अंदर हाथ डाला , ... पर उन्होंने खुद निकाल कर ,
मेरा शक ठीक था , एक डायरी थी खूब चौड़ी सी , बड़ी।
आनेवाले तूफ़ान के डर से उन्होंने एकदम सहम कर आँख बंद कर लिया , ...चारों ओर एकदम सन्नाटा था , ... मैं अपने दिल की धड़कन सुन सकती थी ,
मैंने बड़ी हिम्मत कर पहला पन्ना , खोला
और मुझे बहुत जोर का गुस्सा लगा , बस धड़कन नहीं रुकी ,
सच में एक लड़की थी ,... १६ -१७ साल की ,...
नौ बजने में पूरे बीस मिनट बाकी थे , सास की आँखे बहुत तेज थीं , नौ बजने के पहले ही वो मुझे मेरे कमरे में भेज देती थी , जब तक मैं ससुराल में रही ,...
ये भी नहीं दिख रहे थे।
मैं कमरे में घुसी तो , ... ये पहले से रजाई में घुसे ,... शाम की तरह इन्हे दिखा के मैंने दरवाजा अच्छी तरह अंदर से बंद किया , चूनर हटाई , मेरे दोनों जोबन कोर्सेट से बाहर छलक रहे थे।
और आज मैं आराम से पहले अच्छी तरह फ्रेश हुयी , मान गयी मैं इन्हे , मेरे आने के पहले इन्होने गीजर आन कर दिया था , फ्रेश टॉवल्स ,...
अच्छी तरह मेकअप उतार के , ज्वेलरी , सब कुछ, और मैं जानती थी मैं कुछ भी पहनूंगी ये लड़का पांच मिनट के अंदर उतार कर ,...
एक छोटी सी पिंक कलर की नाइटी , स्ट्रिंग वाली कंधे पर , बस सरका दो ,...
और ब्रा भी नहीं पहनी ,...
क्यों उस बेचारे से इतनी मेहनत करवाऊं , हाँ एक छोटी सी थांग ,...
जब मैं कमरे में पहुंची तो छत पर भी हंगामा ख़तम हो गया था ,सब लोग नीचे ,...
मैंने दीवाल की और मुड़ कर सब लाइटें बंद की पर नाइट लैम्प ,...
( फुट लाइट्स थी , सिर्फ फर्श पर पसरी ,... लेकिन बिस्तर पर भी हलकी हलकी ,... )
और जब मैंने मुड़ कर उन्हें देखा तो ,.. वो जल्दी से कोई डायरी सी बिस्तर के अंदर छुपा रहे थे।
" दिखाइए न ' मैं उनकी बगल में बैठ कर उनसे बोल रही थी , मेरे बार बार कहने पर भी जब वो नहीं माने तो मैंने खुद गद्दे के अंदर हाथ डालने की कोशिश की पर उन्होंने मेरी कलाई कस के पकड़ ली , मैं उनसे लाख छुड़ाने की कोशिश करती रही पर उनके आगे मेरी क्या चलती , ...
' क्या है ' मैंने जिद पकड़ ली थी।
" कुछ नहीं है , ऐसे ही तुम्हारे काम का नहीं है। "
वो भी जिद पकडे थे , और अब मुझे डर लगने लगा था ,
कहीं इनका कोई बचपन का चक्कर , कोई रहा हो , उसकी कोई चिट्ठी विट्ठी , फोटो ,... और आज अचानक उनका मन , उसकी याद ,...
मेरा सीना धक् धक् करने लगा ,
आज मेरी शादी के बाद की दूसरी रात है और आज के ही दिन,
शायद मुझे इतनी ज़िद नहीं करनी चाहिए थी। , पर मन का दूसरा कोना पीछे पड़ा हुआ था।
" मान जाओ न यार , मेरी पर्सनल डायरी है , और कुछ नहीं है उसमें खास ,... "
वो भी मुझे मना रहे थे और एकदम जिद्द पकडे थे।
" नहीं , मुझे देखना है , ...अच्छा बस एक पेज , फर्स्ट पेज ,... आप और मुझमें अब क्या परसनल ,.. प्लीज देखने दो न "
मैंने भी हार नहीं मानी।
" नहीं तुम समझती नहीं हो ,... तुम गुस्सा हो जाओगी , तुम्हे बहुत बुरा लगेगा। "
वो डर कर सहमते बोले।
अब तो मेरा शक्क और पक्का होने लगा , जरूर कोई लड़की है , मैं घबड़ा रही थी , ...
कौन होगी ,...
कोई इनकी रिलेटिव , कजिन ,... साथ पढ़ने वाली।
मेरे मुंह से निकल गया ,
" कोई लड़की है क्या "
बहुत धीरे से डरते सहमते ,
और मुझसे भी ज्यादा डरते सहमते , उन्होंने हाँ में सर हिलाया और बड़ी मुश्किल से उनके मुंह से आवाज निकली ,
" मैं कह रहा था न तुम गुस्सा हो जाओगी , मेरे ऊपर बहुत नाराज होओगी ,.... लेकिन ,... "
मेरी आवाज नहीं निकल पा रही थी , तब भी मैंने जिद कर के बोला ,
" नहीं गुस्सा नहीं होउंगी , बस एक पेज फर्स्ट पेज ,... "
किसी तरह मेरी आवाज निकल पा रही थी और फिर मैंने लड़कियों का आखिरी हथियार इस्तेमाल किया ,
" प्लीज मेरी क़सम ,... "
और उनकी पकड़ मेरी कलाई पर थोड़ी ढीली हई तो मैंने गद्दे के अंदर हाथ डाला , ... पर उन्होंने खुद निकाल कर ,
मेरा शक ठीक था , एक डायरी थी खूब चौड़ी सी , बड़ी।
आनेवाले तूफ़ान के डर से उन्होंने एकदम सहम कर आँख बंद कर लिया , ...चारों ओर एकदम सन्नाटा था , ... मैं अपने दिल की धड़कन सुन सकती थी ,
मैंने बड़ी हिम्मत कर पहला पन्ना , खोला
और मुझे बहुत जोर का गुस्सा लगा , बस धड़कन नहीं रुकी ,
सच में एक लड़की थी ,... १६ -१७ साल की ,...