12-05-2019, 06:32 PM
“प्यार का झरना -1”
##################################################################################################################################नमस्कार दोस्तों,
कृपया अपने अपने लंड हाथ में थाम कर बैठो दोस्तों!!! आज में अपनी पहली सच्ची घटना बताने जा रहा हु.
बात उन दिनों की है जब मेरी शादी हुई थी. उस वक़्त तो सब नार्मल चल रहा था. हम दोनों पति-पत्नी बहोत खुश थे, मजे की बात तो ये थी की शादी के सिर्फ एक महीने बाद ही में बड़ोदा शिफ्ट हो गया. और वहा पर सिर्फ हम दोनों अकेले रहैते थे.
उस वकत हम दोनों एक बार भी चुदाई का मौका नहीं छोड़ते थे. हम दोनों ने घर का एक कोना ऐसा नहीं छोड़ा जहा पर हमने चुदाई न की हो.
उस समय मेरी जानू हमेंशा साडी पहनती थी.
जब भी मोका मिलता था में उसकी साडी उठा कर उसकी पेंटी नीचे कर देता था और निचे बेठ कर कभी चूत चुमता तो कभी ऊँगली से चूत के दाने को मसल देता था तो कभी मेरे लंड से चूत के ऊपर रगड़ता था या तो मेरी जानू की कोरी चूत के अंदर लंड डाल देता था.
ऐसे ही समय गुजरने लगा... मेरी कहानी में फिर कभी बतावुगा. आज में आप के सामने मेरी साले की पत्नी यानि की मेरी सहलज के साथ हुई घटना बताने जा रहा हूँ.
तो सुनो दोस्तों.
बात उसी समय की ही हे. हमारी शादी के सिर्फ चार महीने बाद ही मेरे साले की शादी हो गई.., उसकी पत्नी का नाम काजल था. मेरी सहलज देखने मे ठीक ठाक थी पर बहोत ही मस्त फिगर था वो एक तरासे हुई बदन की मालकिन थी और काजल की फिगर ३४D की ३२ की कमर और ३४ की गांड. कोई भी एक बार देख लेता तो बिना छुए उसका छोड़ता नहीं... अरे मेरे ठरकी दोस्तों सब्र रखो इतनी जल्दी क्या है.
ये कहानी लिख तै वक़्त मेरा भी लंड खड़ा हो गया और मन कर रहा था काश वो मेरे पास होती...
मेरा ससुराल अहमदाबाद में था तो महीने में एकाध बार तो आना जाना होता ही था.धेरी धेरी लाइफ कटने लगी. बिच बिच में हम अहमदाबाद घूमके आते थे.
में हमेंशा मेरी वाइफ के लिये मेरी पसंद के सेक्सी ब्रा और पेंटी ला कर देता था और वो भी ऑनलाइन मंगवा ता था. एक बार हुवा ऐसा की मेने जो साइज का ब्रा और पैंटी मंगाई थी वो गलत साइज की वजह से मेरी वाइफ को फ़ीट नहीं हुई और मै नहीं चाहता थी की मै उसे वापस दू.
तो मैने मेरी वाइफ को आईडिया दिया की एक काम करो तुम ये सेट तुम्हारी भाभी को दे दो शायद उसकी फिटिंग तुम्हारी भाभी की साइज की हो, पहले तो वो मुझे घूर नै लगी फिर थोड़ी देर बाद बोलती है ठीक सोचा तुमने. मै भी तो देखु मेरे पति की चॉइस को कितने स्टार मिलते है.
तब तक मेरे मन में ऐसा कुछ नहीं था पर अब मुझे काजल का पूरा जिस्म मेरे आँखों के सामने आ गया जिसमे मेरे लाए ब्रा और पेंटी पहन कर मेरे सामने खड़ी है. मै उसे दिख रहा हु और वो शर्मा कर अपनी आंखे बंध कर के मेरे सामने खड़ी है.
मेरी ध्यान तब टुटा जब मेरी वाइफ नै मेरे लुंड को हाथ मै लेकर जोर से दबाया और मेरे मुँह मै से चीख निकल गई. उस रात को मेने मेरी वाइफ की अछि ठुकाई की. वो भी बहोत खुश थी और गांड उठा कर मेरे झटको का जवाब दे रही थी.
करीब पांच मिनट मै ही वो जड़ गई पर मेरा अभी हुवा नहीं था वो बोली जानू मेरे मुँह मै डाल दो, मैंने मना किया और उसको उल्टा लेटा कर उसकी गांड मै मेरा लंड पेल दिया. उसके मुँह से हलकी चीख निकल गई करीब दस मिनट गांड मारने के बाद मै भी झड गया और गहरी नींद मै सो गया. सुबह उठा तो देखा में नंगा ही सो रहा था और वाइफ किचन मै कुछ काम कर रही थी.
मै जब किचन मै गया तो मुझे पूछा कल क्या हो गया था. कल रात तो आप ने मेरी तो जान ही निकल दी थी आज तक आपने मेरी इतनी बुरी हालत नहीं की कल रात की चुदाई की बाद मै ठीक से चल भी नहीं पा रही. मेने भी बोला यार बहोत दिनों से तेरी गांड नहीं मारी थी इसलिए ये हुवा. बात ख़तम कर के मै फ्रेश होने चला गया.
अब आगे... मै नाश्ता कर के ऑफिस निकल गया और आपने काम मै लग गया, ऐसे ही आधा दिन निकल गया, मै चाय पीते काजल के बारे मै ही सोच रहा था और मेरे पेंट मै फिर से तम्बू बन गया.
काम के चक्कर मै बहोत दिन हो गए अहमदाबाद नहीं जा पाई, अचनाक मेरी दिमाग मै आया क्यों न अहमदाबाद जाने का प्लान किया जाइ. पर अगर मै मेरी जानू को बोलू गा तो उसको शक हो जाएगा, इतने मै याद आया की अगले वीक रक्षाबंधन है और मैये बहाना बतावु गा तो मेरी जानू मना नहीं करेगी.
इतना सोच कर मै वापस आपने काम पर लग गया. ऐसे ही दो दिन निकल गये, तीसरे दिन रात को ऑफिस से घर लोटा तो देखा श्रीमतीजी मुँह फुला कर बैठी है और कुछ बात भी नहीं कर रही थी खाना खाने के बाद मै पूछा क्या हुवा क्यों इतना मुंह फुला कर बैठी हो तो बोली जैसे की आप को कुछ पता ही नहीं..
अगले हफ्ते रक्षाबंधन और मुझे अहमदाबाद जाना है पर तुम को तो कुछ पता ही नहीं.
मैने बोला वो तो हर साल आता है उसमे नयी बात क्या है मेरा इतना बोलते ही वो मुझे घूर नै लगी और बोली वो मुझे नहीं पता पर मुझे अहमदाबाद जाना है आप को नहीं आना तो कोई बात नहीं.
मै बोला ठीक है रक्षाबंधन सोमवार को है हम शुक्रवार को शाम यहाँ से निकले गे तो दो घंटो मे पहुंच जाइगै. प्लानिंग के हिसाब से हम शुक्रवार शाम को अहमदाबाद पहोच गये हमे दिख कर सुब लोग बहोत खुश हुई.
मैने एक प्लान बनाया, मेरी जानू के मोबाइल से मेरे मोबाइल पर नंबर डायल कर के उसका फ़ोन मैने उसके पर्स मै डाल कर उसकी भाभी के रूम मै वापस रख दिया. रात के ११ बज गयी थे और सब सो गई थे थोड़ी देर बाद मै कान मै हैंड्सफ्री डाल कर सुनने लगा.
वो दोनों काफी दिनों बाद मिली थी तो उस रात को दोनो ननद-भाभी रूम बैठ कर बात कर रही थी और जोर से हस रही थी. थोड़ी देर बाद मारी वाइफ नै एक पैकेट उसकी भाभी को देते हुई बोला भाभी ये तुम्हारयै लिये है.
काजल बोली क्या है पैकेट मै तो मारी वाइफ बोली खुद ही खोल कर देखलो. इतना बोल नै के बाद पैकेट खुलने की आवाज़ अति है और थोड़ी देर कुछ सुनाई नहीं दिया.
कुछ टाइम बाद काजल की आवाज़ सुनाई दी अरे वाह ननदजी बहोत ही मस्त सेट लाए हो. ननदजी किस ख़ुशी मै मुझे गिफ्ट दिया जा रहा है मेरी जानू नै जवाब दिया इसमे ख़ुशी किस बात की, मुझे अच्छा लगा तो ले लिया तुम्हारे लिये.
थोड़ी देर बाद काजल बोली एकदम सेक्सी है दोनो सेट - एक सेट ब्लू कलर का साटिन की ब्रा और पैंटी
और दूसरा रेड कलर का सेट जिसमे ब्रा के बिचमे डायमंड का पेंडंट लगा हुवा था और साथ मै बिकनी पैंटी थी.
ननदजी मै आप को जानती हु आप मेरे लिये बहोत कुछ लाती हो पर ऐसा गिफ्ट आपने पहली बार दिया है कुछ तो है बताओ क्या बात है.
मेरी जानू बोली, अरे हुवा यु की उन्हों ऑनलाइन आर्डर किया था पर मेरे साइज के हिसाब से टाइट हो रहा था तो मैने सोचा इतना सेक्सी सेट मै वापस नहीं करुँगी और सोचा क्यों न मै तुम्हारयै लिये रख लू.
काजल बोली वाह मेरे नन्दोईजी की चॉइस तो एकदम धासू है फोटो दिख कर भी इतनी बढ़िया चूस किया है और फिर दोनों की जोर से खिलखिलाने आवाज़ सुनाई दी
थोड़ी देर बाद काजल बोलती है चलो एक बार ट्राई करके देखती हु मुझे फिट आता है की नहीं और उसके बाद से थोड़ी देर तक कुछ सुनाई नहीं देता
फिर मेरी जानू बोली भाभी आपके तो बहोत बड़े हो गई हे लगता है मेरे भैया रोज़ इसकी खातिरदरी करते है. काजल बोली ननदजी वो तो है पर आप भी मुझसे कम नहीं अपनी साइज तो देखो. ये बोल कर दोनों वापस हसने लगती है
काजल पूछती है कोनसी पहनु तो मेरी जानू ने जवाब दिया पहले ब्लू ट्राई करो थोड़ी देर बाद काजल आईने के सामने जा कर बोली ओह्हह्ह ये पहन कर अगर मै आपके भाई के सामने गई तो वो तो मुज पर टूट पड़ेगे और वही चोद डालगे
उसके बाद मारी जानू ने काजल मोबाइल उठाया और मस्त पिक्चर लेने लगी. मुझे भी उसकी आवाज़ सुनाई दी रही थी करीब १०-१५ फोटो लेने के बाद काजल बोली अब मै दूसरा सेट ट्राई करती हु.
थोड़ी देर बाद वापस मेरी जानू बोली भाभी आप तो क़यामत लग रही हो आज. उसके बाद वापस कुछ फोटो ली.
उन दोनों की बाते सुन कर मेरा भी लंड खड़ा हो गया था पर क्या करता अपने हाथ के अलावा कोई और रास्ता नहीं था.
थोड़ी देर दोनों इधर उधर की बातै करके सो जाती है. मे भी फटाफट बाथरूम मे गया और काजल की नाम की मूठ मारने लगा, पर अचानक वहा पर मुझे कपडे का ढेर दिखा उसमे मुझे काजल के भी कपडे दिखे. मेरे ढूढ़ने पर मुझे उसमे काजल की आज पहनी हुई पिले रंग की नेटवाली ब्रा और पेंटी दोनों मिले. मेरी तो मानो लाटरी लग गई, काजल की ब्रा के ऊपर हाथ फिराने लगा और उसकी चूची को मेरे खयालो मे ही महसूस करने लगा. थोड़ी देर बाद मेने पेंटी को हाथ मे लेकर मेरे नाक केपास लेगया उसमे से काजल की चूत की बहोत ही प्यारी खुसबू आरही थी जो मुझे पागल कर रही थी. अब मुझसे बर्दास्त नहीं हो रहा था.
काजल की पेंटी मेरे लंड पर महसूस होते ही मेरा लंड भी जटके मारने लगा. मेने काजल के पेंटी को लंड पर लपेटा और खयालो मे ही काजल की चूत को चोदने लगा थोड़ी देर मे मेरे लंड ने एक जोरसे वीर्य की पिचकारी निकाली और सीधी बाथरूम की सामने की दिवार पर गई और थोड़ा वीर्य काजल की ब्रा और पेंटी के ऊपर निकाला. फिर बहार आकर सो गया.
मे सुबह उठा और मेरी जानू को आवाज़ लगाई, वो आए तो मैने दरवाज़ा बंध कर दिया और उसको मेरी बाहो मे भर लिया, वो ना नुकुर करने लगी पर मेने नहीं छोड़ा. मेने उसके होठ पर होठ रख कर लिप किश करने लगा वो धीरे धीरे गरम हो रही थी.
मेरा हाथ उसकी चूची पर चला गया और धीरेधीरे दबाने लगा थोड़ी देर बाद मेने उसके कुर्ते मे हाथ डाल कर ब्रा के ऊपर से उसकी चूची को दबाने लगा. अब मेरी भी हिम्मत थोड़ी और बढ़ गई और उसकी लेंगिस को थोड़ा निचे कर दिया. निचे का नज़ारा दिख कर मारा लंड तन कर एकदम ९० के एंगल पर जटके देने लगा. मेरी जानू ने मेरी नई लायी हुई ब्रा और पेंटी मे से पिंक कलर का साटिन का सेट पहना था.
मे उसकी पेंटी के ऊपर सेही उसकी चूत के ऊपर सहलाने लगा. मे उसकी पेंटी में हाथ डालने ही वाला था की उसने मुझे धका दिया लेंगीस ऊपर की और फटाफट बहार भाग गई और मुझे बोला आप को जो भी चाहिये वो आप की बैग मै है खुद ही निकल लो.
मै हाथ मलता रह गया और वो आँख मर कर बोली थोड़ा सब्र करो और मै सोचता रहा ये क्या बोल रही है मुझे कुछ समझ नहीं आया और नाहा कर त्यार हो गया.
मेरी जानू बहार कपड़े धो रही थी और काजल किचन मै मेरे लिये नाश्ता बना रही थी आज मैने देखा काजल कुछ अलग ही नज़रो से मुझे देख रही थी वो थोड़ी थोड़ी देर मै तिरछी नज़रो से मुझे ही घूरे जा रही थी मुझे भी कुछ अजीब लगा.
मेने नाश्ता ख़तम किया और वो पानी का गिलास ले कर मुझे देने ही जा रही थी की उसका हाथ मेरे हाथ से टकरा गया और पानी टेबल पर गिर कर सीधा मेरे पेंट के ऊपर से मेरे लंड को नहला दिया
वो तुरंत नेपकिन लेकर मेरे पेंट के ऊपर का पानी साफ़ करने लगी काजल का हाथ पेंट पर महसूस होते ही मेरा लंड ताव मे आ गया और उसके विकराल रूप मे आने लगा. काजल नै मेरे लंड को महसूस होते ही उसने हाथ हटा दिया और शर्मा कर दूसरी और भाग गई. में बहार आया तो वो मेरी आंख मै आंख नहीं मिला पा रही थी
मेरा साला और ससुरजी टिफिन लेकर फैक्ट्री के लिये निकल गये थे और दोनो माँ बेटी और काजल बेठ कर गप्पे मार रहे थे और में एकेला बैठा बैठा बोर हो कर टीवी देखने लगा.
Continue……
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जल्दी जल्दी आप सब लोग अपने गंदे विचार मुझे रिप्लाय करो और आप सब को किसकी चुदाई करनी हे वो मुझे बताओ... और मेरी कहानी पढ़ने के बाद कितनो का पानी निकला येभी बताओ.
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