Thread Rating:
  • 1 Vote(s) - 5 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
बरसात की वह रात
#50
(21-12-2021, 02:20 PM)neerathemall Wrote: मनीषा के स्तन चूसने का मजा

मनीषा और मैं एक दूसरे से काफी दिनों से मिल नहीं पाए थे क्योंकि मैं अपने ऑफिस के काम के चलते बिजी था और वह भी काफी ज्यादा बिजी थी तो एक दिन मनीषा ने मुझसे फोन पर बात की। जब हम दोनों ने एक दूसरे से फोन पर बात की तो हम दोनों को काफी अच्छा लगा मनीषा ने मुझसे कहा कि मुझे तुमसे मिलना है। मैंने मनीषा को कहा कि ठीक है मैं कल तुमसे मुलाकात करता हूं और अगले दिन जब हम दोनों एक दूसरे को मिले तो मनीषा ने मुझे बताया कि वह पुणे जा रही है। जब मैंने मनीषा से इस बारे में पूछा कि आखिर वह पुणे क्यों जा रही है तो उसने मुझे बताया कि वह अब वहीं पर जॉब करने वाली है। मैंने मनीषा से कहा कि चलो यह तो बहुत ही अच्छी बात है कि तुम वहीं पर जॉब करने वाली हो।
 
मनीषा अब पुणे में ही जॉब करने वाली थी और उसकी नौकरी पुणे में लग चुकी थी इसलिए वह बहुत ज्यादा खुश थी और मैं भी काफी खुश था कि मनीषा की जॉब लग चुकी है। मनीषा पुणे जा चुकी थी और उसके बाद हम दोनों की बातें सिर्फ फोन पर ही हुआ करती थी हम दोनों एक दूसरे से फोन पर ही बातें किया करते थे। जब भी हम दोनों की बातें फोन पर होती तो हम दोनों को ही अच्छा लगता। काफी लंबा समय भी हो चुका था हम दोनों एक दूसरे को मिले नहीं थे। मैं मुंबई में था और मनीषा पुणे में ही रहने लगी थी लेकिन मुझे नहीं मालूम था कि मनीषा का अफेयर उसके ऑफिस में काम करने वाले किसी लड़के से हो जाएगा। वह अब उस लड़के को प्यार करने लगी थी इसी वजह से वह मुझसे दूर होती जा रही थी मनीषा मुझसे काफी दूर हो चुकी थी और हम दोनों एक दूसरे से अलग हो चुके थे।
 
मैंने कुछ समय मे अपना बिजनेस शुरू कर दिया था और मैं  बहुत ज्यादा खुश था जिस तरीके से मेरा बिजनेस चल रहा था और मेरी जिंदगी भी अब अच्छे से चलने लगी थी। मैं मनीषा को भूल कर अब आगे बढ़ चुका था और मेरे जीवन में सब कुछ ठीक चलने लगा था मेरा बिजनेस भी अच्छे से चल रहा था। मैं काफी खुश था जिस तरीके से मेरा बिजनेस चल रहा था। एक दिन मैं अपने दोस्त से मिला मैं अपने दोस्त से काफी समय के बाद मिला था उससे मिलकर मुझे बड़ा ही अच्छा लगा। वह मुझे कहने लगा कि वह कुछ दिनों के लिए लोनावला घूमने के लिए जा रहा है तो मैंने भी रजत को कहा कि मैं भी तुम्हारे साथ आना चाहता हूं। रजत और मैं कुछ दिनों के लिए लोनावला जाने का प्लान बना चुके थे रजत का लोनावला में फार्महाउस है और जब हम लोग लोनावला गए तो हम लोग बड़े ही खुश थे और हम लोगों ने वहां पर खूब इंजॉय किया।
 
लोनावला घूमने के बाद हम लोग वापस मुंबई लौट आए थे और मुझे काफी काम था इस वजह से मैं काफी बिजी था। जब उस दिन मैं अपने घर लौटा तो उस दिन पापा ने मुझसे कहा कि बेटा आज हम लोग एक पार्टी में चल रहे हैं क्या तुम हमारे साथ चलोगे। पापा के किसी दोस्त के घर पर एक छोटी सी पार्टी थी तो मैंने भी सोचा कि मैं भी पापा मम्मी के साथ चला जाता हूं और मैं उस दिन पापा और मम्मी के साथ चला गया। जब मैं उनके साथ पार्टी में गया तो मुझे बहुत ही अच्छा लगा और मैं काफी खुश था जिस तरीके से वहां पर सब लोग एक दूसरे से मिले। पापा ने मुझे अपने दोस्तों से भी मिलवाया तो मुझे बड़ा ही अच्छा लगा था और फिर हम लोग घर लौट आए थे। जब हम लोग घर लौटे तो उस वक्त काफी ज्यादा रात हो चुकी थी इस वजह से मुझे बहुत थकान सी महसूस हो रही थी। मैं जब अपने रूम में गया तो कुछ देर मैं अपने मोबाइल में गेम खेलता रहा उसके बाद मैं सो गया था। अगले दिन मेरी बात मेरे दोस्त रजत के साथ हुई रजत ने मुझे कहा कि आज मुझे तुमसे मिलना है तो मैंने रजत को कहा कि ठीक है मैं तुमसे मिलता हूं और मैं उससे मिलने के लिए चला गया।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply


Messages In This Thread
RE: बरसात की वह रात - by neerathemall - 21-12-2021, 02:21 PM



Users browsing this thread: 7 Guest(s)