21-12-2021, 02:15 PM
वह मेरे सामने नंगी लेटी हुई थी उसके नंगे बदन को देखकर मैं पूरी तरीके से गर्म होता जा रहा था और मेरी गर्मी बहुत ही ज्यादा बढ़ रही थी। मेरी गर्मी इतनी बढ़ने लगी थी मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था और मैंने मनीषा के सामने अपने मोटे लंड को किया। मैंने मनीषा से कहा मुझे बड़ा अच्छा लग रहा है मनीषा को भी बहुत ज्यादा मजा आ रहा था। मैंने मनीषा के स्तनों को चूसना शुरू किया तो उसे अच्छा लगने लगा थख और मै उसके निप्पल को चूसने लगा वह गर्म होने लगी थी उसके गोरे बदन को देख मेरी गर्मी और भी ज्यादा बढ़ रही थी। मैंने उसके दोनों स्तनों को आपस में मिलाने के बाद उसके स्तनो पर लंड रगडना शुरू कर दिया था वह बहुत ज्यादा गर्म होती जा रही थी और मैं भी बहुत ज्यादा गर्म हो चुका था। अब हम दोनों की गर्मी इतनी ज्यादा बढ़ गई थी मैं मनीषा की चूत मे लंड को घुसाना चाहता था। मैंने मनीषा की चूत मे लंड डाला। हम दोनों को मजा आ रहा था मनीषा को बड़ा मजा आ रहा था जिस तरीके से हम दोनो एक दूसरे की गर्मी को बढा रहे थे।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.