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बरसात की वह रात
#39
(21-12-2021, 02:11 PM)neerathemall Wrote: मनीषा मेरे सामने नंगी लेट गयी

मेरे और आशा के बीच कुछ भी ठीक नहीं चल रहा था मैं बहुत ही ज्यादा परेशान था। मैं सोचने लगा कि क्या आशा के साथ मुझे डिवोर्स ले लेना चाहिए या नहीं। पहले हम दोनों के बीच सब कुछ ठीक था हम दोनों की शादी को अभी एक वर्ष ही हुआ है लेकिन हम दोनों के बीच जिस तरह से रोज झगड़े होने लगे थे उससे हम दोनों ही बहुत ज्यादा परेशान थे। मैं इस वजह से अपने काम पर भी ध्यान नहीं दे पा रहा था और मुझे अपने ऑफिस से रिजाइन देना पड़ा। मैंने एक दिन आशा से इस बारे में बात करने का फैसला किया आशा और मेरी शादी को एक वर्ष ही हुआ था। जब हम दोनों की शादी हुई थी तो उसके बाद हम दोनों की जिंदगी में सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन अचानक से ही आशा का बदलता हुआ स्वभाव देखकर मैं बहुत ही ज्यादा परेशान होने लगा था। मुझे यह भी लगने लगा था कि हम दोनों को अलग ही हो जाना चाहिए। आशा मुझे बिल्कुल भी नहीं समझती थी आशा और मेरी अरेंज मैरिज हुई थी और इस बात से पापा और मम्मी भी बहुत ज्यादा परेशान थे।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: बरसात की वह रात - by neerathemall - 21-12-2021, 02:11 PM



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