21-12-2021, 12:29 PM
आहहह राजा अपनी पुष्पि को चोदो देखो न मैं कितनी मस्त गीली हो चुकी हूँ मेरी चूत में अपनी उंगली डाल के मस्त घमासान मचाओ फिर अपने लौड़े से मेरा बर्थडे सेलिब्रेट करो. मेरे बर्थडे पर क्या गिफ्ट लाओगे. बोल क्या चाहती है श्री ने उसकी चूत में उंगली डालते हुए पूछा. हाय मेरे मर्द और डाल अन्दर तक उंगली बच्चेदानी को सहला दे इस मस्त मोटी उंगली से. मेरे राजा लौटते समय इस उंगली और अपने लौड़े दोनों को सलामत ले आना यही मेरा गिफ्ट होगा. हाय पेलो न अपना लौड़ा मेरी चूत में. पुष्प अपनी मीठी सुरीली आवाज में बोली. मैंने सोचा साली कुतिया जब बोलती इतना मस्त है तो वाकई रोज़ चुदती भी कमाल होगी हे भगवान पुष्प की कामुक और मादक चुदासी जवानी का किसी भी तरह दीदार करा दे. श्री की आवाज आई पता है न जानू मैं तुम्हारे बर्थडे अपने बर्थडे और मैरिज एनिवर्सरी को स्पेशली सेक्स के लिए तुम्हे तैयार करता हूँ. हाँ पुष्प बोली क्योंकि सिर्फ इन्ही तीन रातों को मैं तुम्हारा वीर्य पीती हूँ और तुम्हे अपना वीर्य मेरी छाती पर गिराना और चटवाना अच्छा लगता है. तो तैयार हो जा मेरी कामुक कुतिया अपने कुत्ते का वीर्य पिने को मैं झड़ने वाला हूँ. इतनी जल्दी मेरे मर्द अभी तो मैं ठंडी भी नहीं हुई. पुष्प निराशा के स्वर में बोली. श्री बोला साली मुझे जाना नहीं होता तो दिन के नौ बजे तक तेरी चूत का बुखार उतारता जल्दी कर मुझे फ्लाइट पकड़नी है और टाइम पर एअरपोर्ट पहुंचना है फ्लाइट मिस हो गयी तो समझ लेतेरे इस चोदु की नौकरी गयी. ऐसा नहीं होने दूंगी जल्दी करो और जाओ अपनी नौकरी पर मैं तुम्हारा इंतजार करुँगी मेरे मस्त मर्द. लौट के आओग तो नंगी होकर फिर अपना बर्थडे एक बार और मनाउंगी जल्दी आना मेरी चूत के रसिया. श्री ने पुष्पि को छाती को दबोचते हुए कहा जाना नहीं होता तो आज ही तेरी बच्चेदानी में लौड़े का वीर्य उतार देता. हाय राजा यह सब चुदासी कामुकता लौट के दिखाना पहले अपनी उस मादरचोद बॉस किरण की इच्छा पूरी करो और जल्दी एअरपोर्ट जाओ. ठीक है श्री बोला मैं जल्दी आऊँगा फिर तेरी चिकनी जवानी की मस्ती लुटूगा कोई नहीं दो दिन तू नहीं तो तेरी चूत की यादे ही सही देखना तेरे साथ फ़ोन पर न चुदाई की तो मेरा नाम पुष्पि को कलि से फूल बनाने वाला नहीं. पुष्प खिलखिलाई और बोली ठीक है मेरे अपने पर्सनल मर्द मेरे लौड़े के राजा मेरे चोदनहार ध्यान से जाना और आते वक़्त मेरी चूत के लिए मस्त डिलडो लेके आना तूम नहीं होते हो तो बेचारी चूत प्यासी रह जाती है. श्री बोला ठीक है इस बार तेरे लिए नौ इंच का मस्त नकली लंड लाउंगा उससे अपनी चूत की सेवा करना. चलता हूँ बाय मेरी जान मेरी कामुक कलि मेरी अधखिली फूल मेरे लौड़े के इंतजार में प्यासी चूत. अब जाओ भी बाय मेरे मर्द कहके पुष्प ने घर का मुख्य दरवाजा बंद कर दिया और अपनी ओर देखा हाय रे अभी वो पूरी तरह मादरजात नंगी थी और घर में बाप रे एक मर्द मौजूद था. खैर उस मर्द से क्या डर जो अपने बिस्तर से हिलडुल भी नहीं सकता और मोहताज हो हर काम के लिए. पर उसका दरवाजा तो खोल दूँ. पुष्प ने नाईटी भी नहीं डाली और मेरे रूम की कुण्डी खोलने आ गयी. दरवाजे की कुण्डी खोल के उत्सुकता वश उसने दरवाजे की झिर्री बनाइ और उसमे से अन्दर झाँका. इधर मैंने अपनी पलके मुंद रखी थी और उनकी झिर्री से मैंने दरवाजे की ओर देखा. एक अप्सरा साक्षात नंगी पूरी तरह जवान जिस्म चुदाई के हर रंग देख चूका यौवन मेरी आँखों के आगे था. मैंने पलक मुंद ली काश यह दृश्य हमेशा के लिए मेरे आगे रहे मैं पूरी जिंदगी पुष्प के नंगे जिस्म का भोग लगत रहू. पर ऐसा नहीं हुआ अपने मादक जिस्म की झलक दिखा के वो हुस्न परी दरवाजा लुढका के चली गयी उसके होंठ कोई नया रोमाटिक गाना गा रहे थे आखिर वो अभी अभी अपने पति से भरपूर चुदाई करके जो हटी थी. वो फ्रेश होने के लिए बाथरूम की ओर चली गयी.