21-12-2021, 09:47 AM
छठा राज
मेरे कानों में श्री की आवाज पड़ी. लो बंद कर दिया दरवाजा आओ पुष्पि अब अपना नाईट गाउन उतार फेंको और मेरे लंड को चूस के मुझे रोज की तरह अपनी मादक कामुक और चिकनी जवानी का रस पिलाओ. कहीं राजू भैया उठ गए तो. पुष्प का डर मुझे सुनाइ दिया. श्री ने झुन्झालते हुए कहा डॉक्टर ने बोला तो था की वो सुबह नौ बजे से पहले नहीं उठेगा. और मैंने दरवाजा भी बंद कर दिया है अब देर न कर मुझे ऑफिस के काम से दो दिन के किये बाहर जाना है और तेरा बर्थडे है कल आजा मेरी चिकनी और कामुक परी पूरी तरह नंगी होके अपना बर्थडे कैंडल चूस मैं तेरा बर्थडे आज मना के जाना चाहता हूँ.जाना बहुत जरुरी है क्या पुष्प ने पूछा. मेरी चिकनी रानी हो सकता है इस प्रोजेक्ट को करने पर मुझे प्रमोशन मिल जाये सोचो ज्यादा कमी तो तेरी जवानी की ज्यादा ऐश. फिर भी अपने कमरे में चले.पुष्प ने आखिरी कोशिश सी की. क्या पुष्पि मेरी जान मेरी चुदासी चूत हर बार बर्थडे पर तुझे इसी रूम में नंगी करके पेलता हूँ पिछले तीन सालो से याद है न पूरी पूरी रात मस्त नंगी होकर अपने मर्द के लौड़े से खेलती है और अपना प्यारा बर्थडे कैंडल चूसती है. क्यों इस टशन को खराब कर रही है चल नाईट गाउन उतार और आजा मैदान में एक रंडी की तरह और मेरे लंड का सुपाडा चूस मेरी कुतिया और मैं इस बारे में कुछ भी सुनना नहीं चाहता हूँ. ठीक है जो तुम चाहोगे आज भी वोही होगा लो मैं उतारती हूँ नाईट गाउन. पुष्प ने सरेंडर कर दिया. मेरी बड़ी तमन्ना हुई की पुष्प के नंगे हुस्न के दीदार किसी तरह कर सकूँ पर ऐसा हो नहीं पाया. मेरे कानो में श्री और पुष्प के कामुक मिलन की हरेक आवाजें आ रही थी और मैं अपनी उत्तेजना के चरम शिखर पर पहुँच रहा था. श्री की आवाज सुनाइ पड़ी आओ न जानेमन, मेरी हरामजादी चूत, उतार दो यह आखिरी कपडे का टुकड़ा और मेरे लंड को चूस के अपना बर्थडे की बधाई लो. पुष्प के जिस्म से कपडे के खिसकने की बारीक़ सी आवाज भी उस समय मेरे बैचैन कानो को सुने दे गयी. पुष्प की कुक सुनाइ पड़ी हाँ राजा आओ अपनी चिकनी और कामुक पुष्पि के बर्थडे पर उसकी इक्कीस साल की गर्म और जवान चूत चोद डालो मुझे अनचुदी बुर समझ के मेरी नथ उतारो मेरे राजा .मैंने सोचा अरे बाप रे इतना मीठा बोलने वाली पुष्प रातों को इतनी गन्दी बातें कर सकती है मुझे विस्वास ही नहीं हुआ और दुसरी तरफ मेरा लंड तन के टाइट हो गया यह सोच के की जब पुष्प मेरे लंड के निचे आएगी तो साली से ऐसे ही बुलवाऊंगा और इसके साथ हर एक मस्ती लूँगा. श्री बोला सुन कुतिया की तरह चल के आ और मेरा लौड़ा पकड़ के उसका सुपाडा चाट. करती हूँ मेरे राजा.पुष्पि ने मस्ती भरी आवाज में कहा. मैं बिस्तर में पड़ा हुआ कुछ कर नहीं पा रहा था क्योंकि मैं हिलडुल भी नहीं पा रहा था और रूम की खिड़की बंद थी साथ ही दरवाजा वो दोनों चूत और लंड के आशिक बंद कर गए थे. श्री बोला आओ मेरी कामुक रानी अपने मर्द के जिस्म को सहलाओ और उसे अपनी गीली चूत को चोदने केलिए तैयार करो और अपने मर्द से चुद के अपनी चूत को धन्य करो. पुष्प ने बोला. मेरे मर्द तेरे सामने तेरी पुष्पि पूरी नंगी और गर्म होके खड़ी है आओ उसके सीने के सफ़ेद कबूतरो को मुठी में भर लो इनकी चोंच सहलाओ और मेरी चूत में पानी भर जाये तो उसका रसपान करके अपनी जवान चूत को लौड़े का गुलाम बनाओ मेरी चूची को दबोच लो मेरे मर्द, निचोड़ दो मेरी जवान छाती को, मेरे सीने के अंगूरों को चुसो राजा अपनी पुष्पि को अपनी रंडी बना दो . श्री बोला आजा साली कुतिया तुझे क्या तेरे साथ जो वो आज नर्स आई थी न उसे भी चोद डालूँगा, क्या नाम था उस कामुक कुतिया का. पुष्पि बोली हाय राजा बड़ा तना हुआ है लौड़ा तेरा क्या मेरे साथ साथ आज मेरे बर्थडे पर उस अपनी सिस्टर या नर्स ममता को शेयर करोगे. साली सिस्टर होगी तेरी मादरचोद की पतली दरार सी चूत में लौड़ा उतारूंगा और देखना तू खुद उसकी चूत पे मेरा मस्त लंड रख के बोलेगी की राजा चोदो अपनी साली को उसे साली बनाऊगा अपनी और तुम दोनों को एक ही बिस्तर पर कुतीया की तरह न चोदा तो मेरा नाम बदल देना तू.
मेरे कानों में श्री की आवाज पड़ी. लो बंद कर दिया दरवाजा आओ पुष्पि अब अपना नाईट गाउन उतार फेंको और मेरे लंड को चूस के मुझे रोज की तरह अपनी मादक कामुक और चिकनी जवानी का रस पिलाओ. कहीं राजू भैया उठ गए तो. पुष्प का डर मुझे सुनाइ दिया. श्री ने झुन्झालते हुए कहा डॉक्टर ने बोला तो था की वो सुबह नौ बजे से पहले नहीं उठेगा. और मैंने दरवाजा भी बंद कर दिया है अब देर न कर मुझे ऑफिस के काम से दो दिन के किये बाहर जाना है और तेरा बर्थडे है कल आजा मेरी चिकनी और कामुक परी पूरी तरह नंगी होके अपना बर्थडे कैंडल चूस मैं तेरा बर्थडे आज मना के जाना चाहता हूँ.जाना बहुत जरुरी है क्या पुष्प ने पूछा. मेरी चिकनी रानी हो सकता है इस प्रोजेक्ट को करने पर मुझे प्रमोशन मिल जाये सोचो ज्यादा कमी तो तेरी जवानी की ज्यादा ऐश. फिर भी अपने कमरे में चले.पुष्प ने आखिरी कोशिश सी की. क्या पुष्पि मेरी जान मेरी चुदासी चूत हर बार बर्थडे पर तुझे इसी रूम में नंगी करके पेलता हूँ पिछले तीन सालो से याद है न पूरी पूरी रात मस्त नंगी होकर अपने मर्द के लौड़े से खेलती है और अपना प्यारा बर्थडे कैंडल चूसती है. क्यों इस टशन को खराब कर रही है चल नाईट गाउन उतार और आजा मैदान में एक रंडी की तरह और मेरे लंड का सुपाडा चूस मेरी कुतिया और मैं इस बारे में कुछ भी सुनना नहीं चाहता हूँ. ठीक है जो तुम चाहोगे आज भी वोही होगा लो मैं उतारती हूँ नाईट गाउन. पुष्प ने सरेंडर कर दिया. मेरी बड़ी तमन्ना हुई की पुष्प के नंगे हुस्न के दीदार किसी तरह कर सकूँ पर ऐसा हो नहीं पाया. मेरे कानो में श्री और पुष्प के कामुक मिलन की हरेक आवाजें आ रही थी और मैं अपनी उत्तेजना के चरम शिखर पर पहुँच रहा था. श्री की आवाज सुनाइ पड़ी आओ न जानेमन, मेरी हरामजादी चूत, उतार दो यह आखिरी कपडे का टुकड़ा और मेरे लंड को चूस के अपना बर्थडे की बधाई लो. पुष्प के जिस्म से कपडे के खिसकने की बारीक़ सी आवाज भी उस समय मेरे बैचैन कानो को सुने दे गयी. पुष्प की कुक सुनाइ पड़ी हाँ राजा आओ अपनी चिकनी और कामुक पुष्पि के बर्थडे पर उसकी इक्कीस साल की गर्म और जवान चूत चोद डालो मुझे अनचुदी बुर समझ के मेरी नथ उतारो मेरे राजा .मैंने सोचा अरे बाप रे इतना मीठा बोलने वाली पुष्प रातों को इतनी गन्दी बातें कर सकती है मुझे विस्वास ही नहीं हुआ और दुसरी तरफ मेरा लंड तन के टाइट हो गया यह सोच के की जब पुष्प मेरे लंड के निचे आएगी तो साली से ऐसे ही बुलवाऊंगा और इसके साथ हर एक मस्ती लूँगा. श्री बोला सुन कुतिया की तरह चल के आ और मेरा लौड़ा पकड़ के उसका सुपाडा चाट. करती हूँ मेरे राजा.पुष्पि ने मस्ती भरी आवाज में कहा. मैं बिस्तर में पड़ा हुआ कुछ कर नहीं पा रहा था क्योंकि मैं हिलडुल भी नहीं पा रहा था और रूम की खिड़की बंद थी साथ ही दरवाजा वो दोनों चूत और लंड के आशिक बंद कर गए थे. श्री बोला आओ मेरी कामुक रानी अपने मर्द के जिस्म को सहलाओ और उसे अपनी गीली चूत को चोदने केलिए तैयार करो और अपने मर्द से चुद के अपनी चूत को धन्य करो. पुष्प ने बोला. मेरे मर्द तेरे सामने तेरी पुष्पि पूरी नंगी और गर्म होके खड़ी है आओ उसके सीने के सफ़ेद कबूतरो को मुठी में भर लो इनकी चोंच सहलाओ और मेरी चूत में पानी भर जाये तो उसका रसपान करके अपनी जवान चूत को लौड़े का गुलाम बनाओ मेरी चूची को दबोच लो मेरे मर्द, निचोड़ दो मेरी जवान छाती को, मेरे सीने के अंगूरों को चुसो राजा अपनी पुष्पि को अपनी रंडी बना दो . श्री बोला आजा साली कुतिया तुझे क्या तेरे साथ जो वो आज नर्स आई थी न उसे भी चोद डालूँगा, क्या नाम था उस कामुक कुतिया का. पुष्पि बोली हाय राजा बड़ा तना हुआ है लौड़ा तेरा क्या मेरे साथ साथ आज मेरे बर्थडे पर उस अपनी सिस्टर या नर्स ममता को शेयर करोगे. साली सिस्टर होगी तेरी मादरचोद की पतली दरार सी चूत में लौड़ा उतारूंगा और देखना तू खुद उसकी चूत पे मेरा मस्त लंड रख के बोलेगी की राजा चोदो अपनी साली को उसे साली बनाऊगा अपनी और तुम दोनों को एक ही बिस्तर पर कुतीया की तरह न चोदा तो मेरा नाम बदल देना तू.