Thread Rating:
  • 0 Vote(s) - 0 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
महक का जादू(सौंदर्या दीदी)
#47
"उई....अ.आ...क.…उ.उ.उ.ल..न्…हई…आह..... स्स स्स स्स ......"
मेरे मुह से अजीब अजीब आवाजे निकल रही थी
"उई.... मा.. अ.आ...क स्स.स्स..स्स.....हा….य...."
रियाने अपने ऊँगली मेरे चुत में सरका दी .. और घिसने लगी ...
.... मेरे दाने पर उसकी जीभ और चुत में घिसती ऊँगली का असर बड़ा ही तेज था ....
मैं फिर से झटके मरने लगी ....
रिया को पता लग गया की मैं झड़ने वाली हूँ ......
उसने उसके होट मेरे चुत के होटोपार चिपका दिए और चूसने लगी ...
.... जैसे आम चूस रही हो ......
मैं तो ना जाने कितनी देर तक झड रही थी .....
मेरी आँखे अत्यधिक आनंद के वजह से बंद थी ...........
रियाने मेरा सारा रस पिया .....मुझे उसने ने झंझोरकर उठाया और बोली
"क्या मेरी रानी .... अपना खुद का रस चखना चाहेंगी ?"
मैंने शरमाते हुए हामी भरी .... तो वो उपर आ गई ....
और अपने होटोसे मुझे मेरा ही रस पिलाने लगी .......
उसकी जीभ मेरी मुह में बे रोक टोक घूम रही थी ......
और अपने साथ उसक मुख रस और मेरा खुद का रस भी मेरी मुह में डाल रही थी ..
...... करीबन १० मिनिट तक हम एक दूसरे को चूसते रहे
[Image: 27305944799d8b5fb92e15c661aadee081d266dd.gif]
फिर हमने एक दुसरे की आँखों में देखा ....... और चिपक कर सो गयी ......
हम दोनों भी बहुत थक गयी थी .... इसलिए हमें जल्दी ही नींद आ गयी..
लेकिन सवेरे जल्दी उठके हमने फिर क्या खेल किया ... वो किस्सा अगली बार ................
Like Reply


Messages In This Thread
RE: महक का जादू(सौंदर्या दीदी) - by CuteTanu - 10-05-2019, 04:04 PM



Users browsing this thread: 2 Guest(s)