07-05-2019, 03:14 PM
(This post was last modified: 07-05-2019, 03:24 PM by neerathemall. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
आपकी कहानी :------------------------------------
मेरे होटो पर भी उसका रस था ..
उसकी योनी की पंखुड़िया विलग करते हुए ....उस जादुई दाने को छुआ ..
Quote:मैं थोडा रुक गयी मेरे हथोको एक अलगही ही चिपचीप लग रही थी . मैंने रिया को पूछा की वो क्या है ... उसने मुझे समझाया की वो जवानी का अमृत रस था ....
जो की प्यार करनेसे बढ़ता है. और जब हमारे शारीर से यह रस बह जाता है तो हमें बहोत सुकून मिलता है.
मैं उसकी योनी को सूंघने के लिए उसपर झुक गई .......
बड़ी ही मनमोहक खुशबू थी....
मैं थोडा और नजदीक गई तो मेरी नाक पर वो चिकनाई लग गई ......
मैं बुरासा मुह बनकर दूर हो गई .........
रियाने मुझे रोका ...... और बोली
" देख महक रानी ....... ये जवानी रस बहोत अनमोल होता है ...... इसकी तुम्हे घिन नहीं आणि चाहिए ......
मुझे पता है .... ये तुम्हारी पहली बारी है ...... इस लिए इसका इलाज भी साथ लाई हूँ "
फिर उसने उठ कर अपना बैग खोला ...
और उसमेसे एक गुलाब जल की शीशी और एक नेपकिन निकला .
और मुझे बताया की मैं उसकी योनी पर गुलाब जल डालू और फिर उसे अच्छी तरह से पोछू ......
मैंने वैसे ही किया..... रिया ने अपनी टाँगे खोल रखी थी....
मैंने थोडा गुलाब पानी उसकी योने पर छिड़का .......... हाथोसे मसला .....
... और फिर नेपकिन से पोछने लगी.
थोड़ी ही देर में रिया की योनी किसी नै नवेली दुल्हन के तरह चमकने लगी .
अब रियाने मुझे उसकी योनी चाटने को कहा . लेकिन उसके पहले उसने मुझे कैसे चाटते है ये भी बताया ....... उसने अपने हाथोसे अपनी चूत की पंखुड़िया अलग की और जादुई दाने के दर्शन करा दिए ...
.. उसने बताया की वह जादुई दाना बहोत जादा सेंसिटिव है...
.... जितना इससे खेलो उतना ही प्रेम रस बहार आएगा .......
मैं उसकी सूचनाओ नुसार अपने काम में जुट गई ........
मैंने पहले उसकी चूत रानीको चूमा, फिर अपनी जीभ को पूरा बहार निकल के ... उसे चाटने लगी ...
....मैं लम्बे लम्बे चटकारे लगाने लगी थी ......
रिया तो बस "उ.अ..आह.अ.उउआ.आह. स्स स्स स्स स्स स्स ....." कर रही थी
मैंने अब उसके दाने की ओर ध्यान दिया ....... उसका दाना मटर के दाने से भी बड़ा ... फुला सा दिख रहा था मैंने उन्ग्लियोसे उसकी योनी की पंखुड़िया विलग करते हुए ....उस जादुई दाने को छुआ ....
... रिया एकदमसे उछल पड़ी
"उई....अ.आ...क.…उ.उ.उ.ल..न्…हई…आह..... स्स स्स स्स ......"
मैंने फिरसे उसे निचे दबाया और उसके दाने को चूसने लगी........
"हा......य........ अ ..... उ....उम्म........"
"स्स स्स स्स ..... म....ह .....क .... और .... जोरो से चूस मेरी .... जान ..... उफ्फ........."
चूसते हुए मैंने अचानक अपने दातोसे उसे हलके से काटा.....
"उई.... मा.. अ.आ...क स्स.स्स..स्स.....हाय...."
रिया अजीब अजीब आवाजे निकल रही थी .... मैंने अपनी एक ऊँगली उसकी योनी के छेद में घुसा दी ... और घिसने लगी .......
( मुझे ये सब रिया ने ही बताया था)
अचानक रिया का शरीर अकड़ने लगा ....... उसने मेरे मुह को अपनी दोनों जन्घो के बिच जोरोसे दबाया ....... मेरी सांस अटक रही थी ..
.. लेकिन मैंने काम जारी रखा .
रिया ने एक जोर का झटका खाया ......
" म...ह...क.... मैं........ आ.... यी ......आ...आ....स्स..स्स..स्स.."
और उसकी चूत से रस की फुआर निकल पड़ी ....
उसके रस से मेरा मुह भर गया.... थोडा सा रस मेरी जुबान को भी लगा ......
मुझे उसका टेस्ट भा गया ...... और मैं उसको चाटने लगी .........
रिया भी झटके मार रही थी .... मैंने ताकत लगाकर उसे नीची दबा रखा था...... मैं पूरी जीभ निकाल कर उसे चाट रही थी ....
धीरे धीरे .... रिया शांत हुई ..... उसकी जांघो की पकड़ दिली पड़ गई.......... मैंने सर उठा के उसकी आँखों में देखा ....
वो मुस्कुरा रही थी .... उसने आंखोसे इशारा करके मुझे ऊपर आने को बोला ......
मैं थोडा ऊपर सरक गई ....... तो उसने मेरे चहरे को अपने हातोसे पकड़कर चूमना चलू किया .......
मेरे सारे चहरे पर उसका रस लगा था ... मेरे होटो पर भी उसका रस था ..... उसने मेरे होट और चेहरे से सारा रस चाट लिया .....
करीबन १५ मिनिट बाद वो तूफान थम गया....
अब इस से भी बड़ा तूफ़ान आने वाला था .............
मेरे होटो पर भी उसका रस था ..
उसकी योनी की पंखुड़िया विलग करते हुए ....उस जादुई दाने को छुआ ..
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.