19-11-2018, 04:36 PM
रात की मस्ती भरी मालिश करने के बाद मुझे जबरदस्त नींद आयी थी और मैं सुबह देर तक सोता रहा, शालिनी उठ गई थी और बाथरूम में थी, मैं लेटकर मोबाइल में गेम खेलता रहा तभी शालिनी नहाकर कमरे में आई और उसकी मादक खुशबू से कमरा महक उठा ।
मैं- गुडमार्निंग स्वीटी... आज इतनी सुबह सुबह रेडी...
शालिनी- गुडमार्निंग भाई,,, वो पैड चेंज करना था इसलिए साथ में ही नहा लिया,,, वो बाल बनाते हुए बोली
मैं- ओह.... क्या ज्यादा ब्लीडिंग हो गई,,,, और अब दर्द तो नहीं हो रहा है ।
शालिनी- हां, फर्स्ट डे ही ज्यादा ब्लीडिंग भी होती है और दर्द भी, अब ठीक है... बट आपने मेरी बहुत हेल्प की..... थैंक्स ब्रो... लव यू...
सागर- अरे.. कोई नई,, मैं नहीं करूंगा तो कौन करेगा, माम नहीं हैं तो मैं तो हूं ना....,,, लव यू टू स्वीटी...
ये बोल कर मैं बेड से उतरा और शालिनी के सेब जैसीे लालिमा लिए गाल पर एक हल्का सा प्यार वाला चुम्बन ले लिया और बाथरूम में घुस गया ।
ऐसी ही चुहलबाज़ियों में दिन निकल रहे थे, अब मैं खुलकर शालिनी को हल्का फुल्का टच कर लेता था और रात को सोते समय मैं रोज उसकी समीज में हाथ डालकर सोने लगा , उसकी चूचियों को सहलाते रहा,,, खुलकर मालिश करने का फिर से मौका नहीं मिला । मैं घर में चलते उठते बैठते हुए उसकी जवानी का दीदार करता रहा ।
आज शालिनी का पीरियड खत्म हो गया था और कल संडे था, तो हमने आज की रात मल्टीप्लेक्स में मूवी देखने का प्रोग्राम बनाया और रात के शो के लिए घर से निकल लिए ,
आज काफी दिनों बाद उसने सलवार सूट पहना हुआ था और हां, जबसे उसने ब्रा पहननी शुरू की थी, तबसे तो पहली बार मैं उसे सलवार सूट में देख रहा था,,,, मानो ना मानो मगर ब्रा पहनने के बाद लड़कियों की चूंचियां और बड़ी और सेक्सी दिखने लगती हैं,,, शालिनी की मस्त बड़ी बड़ी चूचियां और भी बड़ी लग रही थी.... मैंने शालिनी से घर से निकलते हुए बोला - गुड लुकिंग बेबी....
(बोलना तो मैं चाहता था कि गुड लुकिंग सेक्सी बेबी.... बट बोली नहीं पाया)
घर से कुछ दूर निकलते ही शालिनी ने बात करने के बहाने अपनी गुदाज चुचियों को मेरी पीठ पर लगा दिया और मैं उनकी गरमी को महसूस करते हुए मल्टीप्लेक्स पहुंच गया,,।
मैंने शालिनी को साइड में रोककर जानबूझकर दो हफ्ते पुरानी पूनम पांडे की नशा मूवी का टिकट ले लिया और काउंटर वाले से रिक्वेस्ट करके कार्नर की ही सीट ले ली ,,,
टिकट वाला- अरे कहीं भी बैठ जाईयेगा, पूरा हाल ही खाली है... और मुस्कराते हुए टिकट दे दिया ।
शालिनी की आज फर्स्ट मूवी थी मल्टीप्लेक्स में मेरे साथ.... अब तक हम दोनों एक दूसरे से काफी हद तक खुल चुके थे और मुझे पता था कि पूनम पांडे की मूवी में क्या होगा....
अंदर अभी लाइट जल रही थी और हमारा टिकट लास्ट की रो में था, हम दोनों जाकर अपनी सीट पर बैठ गए और आस पास देखा तो पूरे हाल में गिनती के लोग थे, पता नहीं कैसे शो चल रहा था। हमारी लाइन में दूसरे कोने पर एक नया शादी शुदा जोड़ा बैठा था और आगे भी एक कपल ही बैठे थे,,, इसी तरह दूर दूर ही लोग बैठे हुए थे ।
कुछ देर में मूवी शुरू हो गई और लाईट आफ हो गई ।
मैं- मूवी में भीड़ बिल्कुल भी नहीं है।
शालिनी- हां,,,, बट मूवी तो ठीक ठाक लग रही है,,,
मैं- मूवी रिव्यू तो अच्छे थे, आगे देखें कैसी है,,,
कुछ मिनट तक तो ठीक था पर फिर पूनम पांडे के एक से एक बढ़कर सेक्सी सीन शुरू हो गये और शालिनी बड़े गौर से देखने लगी और मैं मूवी के साथ साथ शालिनी और आगे वाले जोड़े पर भी नजर रखे हुए था,, ये मूवी मेरी उम्मीद से भी ज्यादा नंगेपन वाली साबित हो रही थी,,, और मुझे गरम कर रही थी,,,
तभी मेरे आगे बैठे हुए जोड़े में से लड़की उठकर लड़के की गोद में बैठ गई और दोनों ने जबरदस्त तरीके से चूमा चाटी शुरू कर दी... ऊं आआ आह ... छोड़ ना
मैं- (धीरे से) असली मूवी हमारे आगे चल रही है,,, देख,,,
शालिनी- (मेरे कान में फुसफुसाते हुए) हूं... दोनों मूवी ठीक चल रही हैं..
अब हम दोनों बराबर उस जोड़े पर भी नजर रखे हुए थे। कुछ देर किसिंग करने के बाद अचानक लड़की उस लड़के की गोद से उठी और कुछ तेज से बोली - भाई ईईईई ... क्या है,,, धीरे नहीं दबा सकते,,,
लडका- स्वारी दी,,,, वो मूवी इतनी हाट है कि मैं क्या करूं, कंट्रोल नहीं होता,, प्लीज़ दी आओ ना
लड़की- नहीं,, कंट्रोल करो,,, अब कुछ नहीं करने दूंगी,,,
लड़का- अच्छा मेरी प्यारी दी,,,, आप अपनी सीट पर ही रहो बट कम से कम दुध्धू तो सहलाने दो,,, प्लीज़... दी...
लड़की- अब यहां नहीं, घर पर दबा लेना और दुध्धू पी भी लेना...
लड़का- दी, आप घर पर बोलोगी ,मम्मी आ जायेंगी,,,, पापा को पता चल जाएगा,,, और आप घर पर कुछ करने नहीं दोगी ।
लड़की - अच्छा मेरे प्यारे राजा भाई प्रामिस... तू रात को मेरे रूम में आ जाना,,,, अब खुश,,, शांति से मूवी देख... ।
लड़का - ( अपनी सीट से थोड़ा उठकर लड़की को गले लगा कर किस करने लगा और लड़की ने उसे कुछ मिनट बाद हटा दिया ) थैंक्स दी,,, लव यू सो मच माई सेक्सी थी, , यू आर बेस्ट दी...।
और कुछ देर तक वो शांति से मूवी देखते रहे ।
मैं और शालिनी दोनों उनकी बातें थोड़ा आगे होकर सुन रहे थे,,, अब हमारा ध्यान मूवी में कम और उन दोनों पर ज्यादा था.. हम दोनों एक दूसरे के साथ कान के हिस्से से सटे हुए थे और मेरा एक हाथ शालिनी के कंधे पर था । मूवी की लाइट में बार बार मैं शालिनी के चेहरे को देख रहा था और वो कभी मुझे, कभी मूवी, कभी सामने वाले जोड़े को...
अब ये साफ हो गया था कि सामने बैठा जोड़ा सगे भाई बहन हैं और ज्वाइंट फैमिली की वजह से इनको शायद घर में मौका नहीं मिल पाता है, इसीलिए लड़का इतना उतावला हो रहा है । इसका मतलब दोनों भाई बहन में प्रेमी-प्रेमिका वाला प्यार है...
.
मुझे लगता था कि शायद शालिनी को ये सब अजीब लग रहा हो, मगर वो बहुत उत्सुकता से उन दोनों की हरकतों को देख रही थी,,,, मेरे लिए तो यह सोने पर सुहागा हो गया था....
इन दोनों की हरकतों से शालिनी को अब लगेगा कि भाई बहन के बीच प्रेमी-प्रेमिका वाला प्यार नार्मल है और यह आज़ कल सब करते हैं,,,, अब ये मेरे उपर था कि मैं इस कंडीशन का फायदा कैसे और कितना उठा पाता हूं ।
कुछ देर तक वो शांत रहे, तब मैंने अपनी लाइन के शादी शुदा जोड़े की ओर देखा तो स्क्रीन की लाइट में दिखा कि वो लोग भी चुम्मा चाटी में लगे हुए हैं,,, मैंने बातों का सिलसिला बढ़ाया....
मैं- शालिनी,,, उधर भी मूवी चालू है...
शालिनी ने उधर देखा और थोड़ा सा हंसते हुए बोली
शालिनी- (कान में फुसफुसाते हुए) यहां तो सभी अपनी अपनी मूवी में बिजी हैं... और हंसती रही....
मूवी के इंटरवल तक यही सब देख देख कर मैं भी गर्म हो चुका था, मेरी भी इच्छा हो रही थी कि मैं भी शालिनी को किस करूं और और चूंचियां दबाऊं ...
लाइट जलते ही सब सामान्य हो गया और मैं बाहर आ कर कोल्ड ड्रिंक और पापकार्न लेकर जब सीट पर बैठने के लिए आया तो देखा कि वो सामने वाला लड़का और लड़की दोनों ही जबरदस्त स्मार्ट थे और किसी बड़े बाप की औलाद लग रहे थे । हम लोग पापकार्न खाते हुए धीरे धीरे बात करने लगे ।
मैं- यहां से निकल कर बाहर ही खाना खा लिया जाए ।
शालिनी- हां ठीक रहेगा, रात भी काफी हो जायेगी ।
कुछ देर बाद मूवी में पूनम पांडे की रोमांटिक चुदाई का जबरदस्त सीन शुरू हो गया और इस समय भी मेरा हाथ शालिनी के कंधे पर ही था...
अचानक मैंने अपने हाथ से उसके कंधे को थोड़ा जोर से दबा दिया और शालिनी ने हल्के से उंह ... किया, बट बोली कुछ नहीं और सामने वाली सीट पर तो हिलने डुलने और सी.... सी.. आह .... की सिसकारियां आ रहीं थीं,,,, वो दोनों फिर से चुम्मा चाटी में जुट गए थे,,,,,,।।
कुछ देर बाद जब एक हाट सांग स्क्रीन पर शुरू हुआ तो मुझसे बर्दाश्त नहीं हुआ और मैंने धीरे धीरे अपने दाहिने हाथ को शालिनी के कंधे से धीरे-धीरे उसकी ब्रा की स्ट्रिप के साथ नीचे करता गया और अपनी नजर स्क्रीन पर ही रखी,,,,, अब मेरा हाथ उसकी ब्रा के कप तक पहुंच चुका था इसके अंदर हाथ डालने के लिए मैं बहाने से थोड़ा हिला और अपने चेहरे को शालिनी के चेहरे से एकदम सटा दिया । इस हिलने में मेरी उंगलियां शालिनी की ब्रा के कप के थोड़ा अन्दर , उसके निप्पल के ऊपर तक पहुंच गई थी,,,,,, मैं कुछ देर ऐसे ही रुका रहा और तिरछी नजर से शालिनी के चेहरे को देखा..... वो भी सीधे सामने देख रही थी....!!!
अब तक मैंने शालिनी की चूचियों को किसी ना किसी बहाने से मतलब मालिश करने के बहाने या फिर सोते समय ही दबाया था और वो भी घर के अंदर.....
ये पहली बार था कि मेरा हाथ शालिनी की चूचियों पर था और हम दोनों के पास कोई बहाना नहीं था,,,, वो भी इस तरह पब्लिक प्लेस पर,,,, मेरे हाथ में जैसे कंपन हो रहा था सोच सोच कर कि शालिनी का क्या रियेक्सन होगा......
गाना खत्म होते होते मैं हौले हौले से उसकी ब्रा के अन्दर ही चूचियों को सहलाने लगा और सामने ही देखता रहा,,,, मेरी शालिनी से नजर मिलाने की हिम्मत नहीं हो रही थी,,,,, लेकिन मैंने गाना खत्म होने के बाद भी हाथ से उसकी दाहिनी चूंची को सहलाना बंद नहीं किया ,,,,,,,
करीब पांच मिनट बाद शालिनी थोड़ा सा ऊपर उठी और अपने सर को मेरे सर से सटा दिया और साथ ही मेरे चूंची वाले हाथ पर अपना हाथ रख दिया,,,,,,
मेरी तो एकदम सांस ही रुक गई एक मिनट के लिए,,, मगर शालिनी ने मेरे हाथ को हटाया नहीं बल्कि हल्का सा सहला दिया और मेरी जान में जान आई....
हम दोनों में कोई बात नहीं हो रही थी और अब मेरे हाथ ने खुलकर उसकी चूचियों सहलाना शुरू कर दिया.... मैं चाह कर भी उसकी दूसरी चूची को छू नहीं पा रहा था.... लेकिन उसकी गर्दन में हाथ डाल कर जहां तक पहुंच सकता था मैंने शालिनी की चूचियों को सहलाया ।
मेरे दूसरे हाथ ने अपना काम कब का शुरू कर दिया था, मतलब जींस के ऊपर से ही लन्ड को मसलना, मेरा लौड़ा किसी भी वक्त पानी छोड़ सकता था,,
अब तक मुझे शालिनी के कुर्ते में हाथ डाले काफी टाइम हो गया था और ना जाने मूवी में इस बीच क्या हुआ और कब मूवी ख़त्म हो गई, क्योंकि मेरी आंखें जरूर स्क्रीन पर थी मगर मैं देख और महसूस कुछ और कर रहा था,,,,, मतलब शालिनी की मस्त जवानी से भरपूर बड़ी बड़ी चूचियां
और लाइट जलते ही मैं शालिनी की चूचियों से अपना हाथ निकाल कर सीधा हो कर बैठ गया। जब सामने वाले भाई बहन की जोड़ी उठी तो मैं भी उठकर शालिनी के हाथ को पकड़ कर बाहर निकलने लगा,,,
अब बाहर की लाइट में पहली बार हमने उन भाई बहन को देखा.... लगभग हमारी ही एज ग्रुप के थे,, और एक दूसरे के हाथ में हाथ डाल कर प्रेमी-प्रेमिका की तरह कार पार्किंग की ओर जा रहे थे.... मैं भी उसी तरह शालिनी के हाथ को पकड़ कर उससे सटकर प्रेमी-प्रेमिका के जैसे बाईक पार्किंग की ओर चलने लगा ।
पीछे से उन दोनों को देख कर मैंने काफी देर की चुप्पी को तोड़ा.....
मैं- अच्छी जोड़ी है.... लविंग कपल
शालिनी- यस,,,, बटटटट ??
मैं- क्या,,,, बट क्या ?
शालिनी- (मुझसे सटकर चलते हुए) वो... वो .. कपल नही है मेरा मतलब... वो तो...
मैं- हां,,, वो तो क्या ?
शालिनी- मींस... ब्रदर सिस्टर ... लड़का बोल रहा था दी... उस लड़की को ।
मैं- ओह तेरी... तो क्या हुआ वो भाई बहन भी है और कपल भी... सिम्पल ।
शालिनी- हुंह ... हंसते हुए...बड़े लोग बड़ी बातें.... ।
(अब तक हम अपनी बाईक के पास आ चुके थे और मैंने मौका देख कर शालिनी के कंधे को हल्के से अपने कंधे से उचकाते हुए , हंस कर बोला)
मैं- सोनोरिटा,,, बड़े बड़े शहरों में ऐसी बड़ी बड़ी बाते होती रहती हैं,,,,
और हंसते हुए बाइक स्टार्ट की, शालिनी ने पीछे बैठते ही मेरी पीठ पर एक पंच मारा प्यार वाला और... चलती बाइक पर
शालिनी- हूं,,, तो आपको बड़े बड़े शहरों की बड़ी बड़ी बातें अच्छी लगती हैं.... हां.. हां है ना भाईजी...
मैं - और क्या,,, एक मूवी के टिकट में दो दो मूवी देखने को मिल गई,,,। हा .... हा ...
शालिनी ने फिर से मेरी पीठ पर पंच लगाया और हंसते हुए हम एक रेस्टोरेंट में खाना खाने के लिए आ गये, खाना खाने के बाद हम लोग घर के लिए निकल पड़े,,,,, मेरी तो पांचों उंगलियां घी में थी, ये सोच कर ही शालिनी को भी उन भाई बहन की चुम्मा चाटी में मजा आया
और उसने एक बार भी ये नहीं कहा कि मेरे प्यारे भैया आप भी तो अपनी बहन की चूचियां दबा रहे थे, मसलने की कोशिश कर रहे थे,,,, खैर मैं बहुत उत्सुकता से घर में अंदर आया और चेंज करने के बाद हम दोनों साथ में सोने लगे ।।
मैं- गुडमार्निंग स्वीटी... आज इतनी सुबह सुबह रेडी...
शालिनी- गुडमार्निंग भाई,,, वो पैड चेंज करना था इसलिए साथ में ही नहा लिया,,, वो बाल बनाते हुए बोली
मैं- ओह.... क्या ज्यादा ब्लीडिंग हो गई,,,, और अब दर्द तो नहीं हो रहा है ।
शालिनी- हां, फर्स्ट डे ही ज्यादा ब्लीडिंग भी होती है और दर्द भी, अब ठीक है... बट आपने मेरी बहुत हेल्प की..... थैंक्स ब्रो... लव यू...
सागर- अरे.. कोई नई,, मैं नहीं करूंगा तो कौन करेगा, माम नहीं हैं तो मैं तो हूं ना....,,, लव यू टू स्वीटी...
ये बोल कर मैं बेड से उतरा और शालिनी के सेब जैसीे लालिमा लिए गाल पर एक हल्का सा प्यार वाला चुम्बन ले लिया और बाथरूम में घुस गया ।
ऐसी ही चुहलबाज़ियों में दिन निकल रहे थे, अब मैं खुलकर शालिनी को हल्का फुल्का टच कर लेता था और रात को सोते समय मैं रोज उसकी समीज में हाथ डालकर सोने लगा , उसकी चूचियों को सहलाते रहा,,, खुलकर मालिश करने का फिर से मौका नहीं मिला । मैं घर में चलते उठते बैठते हुए उसकी जवानी का दीदार करता रहा ।
आज शालिनी का पीरियड खत्म हो गया था और कल संडे था, तो हमने आज की रात मल्टीप्लेक्स में मूवी देखने का प्रोग्राम बनाया और रात के शो के लिए घर से निकल लिए ,
आज काफी दिनों बाद उसने सलवार सूट पहना हुआ था और हां, जबसे उसने ब्रा पहननी शुरू की थी, तबसे तो पहली बार मैं उसे सलवार सूट में देख रहा था,,,, मानो ना मानो मगर ब्रा पहनने के बाद लड़कियों की चूंचियां और बड़ी और सेक्सी दिखने लगती हैं,,, शालिनी की मस्त बड़ी बड़ी चूचियां और भी बड़ी लग रही थी.... मैंने शालिनी से घर से निकलते हुए बोला - गुड लुकिंग बेबी....
(बोलना तो मैं चाहता था कि गुड लुकिंग सेक्सी बेबी.... बट बोली नहीं पाया)
घर से कुछ दूर निकलते ही शालिनी ने बात करने के बहाने अपनी गुदाज चुचियों को मेरी पीठ पर लगा दिया और मैं उनकी गरमी को महसूस करते हुए मल्टीप्लेक्स पहुंच गया,,।
मैंने शालिनी को साइड में रोककर जानबूझकर दो हफ्ते पुरानी पूनम पांडे की नशा मूवी का टिकट ले लिया और काउंटर वाले से रिक्वेस्ट करके कार्नर की ही सीट ले ली ,,,
टिकट वाला- अरे कहीं भी बैठ जाईयेगा, पूरा हाल ही खाली है... और मुस्कराते हुए टिकट दे दिया ।
शालिनी की आज फर्स्ट मूवी थी मल्टीप्लेक्स में मेरे साथ.... अब तक हम दोनों एक दूसरे से काफी हद तक खुल चुके थे और मुझे पता था कि पूनम पांडे की मूवी में क्या होगा....
अंदर अभी लाइट जल रही थी और हमारा टिकट लास्ट की रो में था, हम दोनों जाकर अपनी सीट पर बैठ गए और आस पास देखा तो पूरे हाल में गिनती के लोग थे, पता नहीं कैसे शो चल रहा था। हमारी लाइन में दूसरे कोने पर एक नया शादी शुदा जोड़ा बैठा था और आगे भी एक कपल ही बैठे थे,,, इसी तरह दूर दूर ही लोग बैठे हुए थे ।
कुछ देर में मूवी शुरू हो गई और लाईट आफ हो गई ।
मैं- मूवी में भीड़ बिल्कुल भी नहीं है।
शालिनी- हां,,,, बट मूवी तो ठीक ठाक लग रही है,,,
मैं- मूवी रिव्यू तो अच्छे थे, आगे देखें कैसी है,,,
कुछ मिनट तक तो ठीक था पर फिर पूनम पांडे के एक से एक बढ़कर सेक्सी सीन शुरू हो गये और शालिनी बड़े गौर से देखने लगी और मैं मूवी के साथ साथ शालिनी और आगे वाले जोड़े पर भी नजर रखे हुए था,, ये मूवी मेरी उम्मीद से भी ज्यादा नंगेपन वाली साबित हो रही थी,,, और मुझे गरम कर रही थी,,,
तभी मेरे आगे बैठे हुए जोड़े में से लड़की उठकर लड़के की गोद में बैठ गई और दोनों ने जबरदस्त तरीके से चूमा चाटी शुरू कर दी... ऊं आआ आह ... छोड़ ना
मैं- (धीरे से) असली मूवी हमारे आगे चल रही है,,, देख,,,
शालिनी- (मेरे कान में फुसफुसाते हुए) हूं... दोनों मूवी ठीक चल रही हैं..
अब हम दोनों बराबर उस जोड़े पर भी नजर रखे हुए थे। कुछ देर किसिंग करने के बाद अचानक लड़की उस लड़के की गोद से उठी और कुछ तेज से बोली - भाई ईईईई ... क्या है,,, धीरे नहीं दबा सकते,,,
लडका- स्वारी दी,,,, वो मूवी इतनी हाट है कि मैं क्या करूं, कंट्रोल नहीं होता,, प्लीज़ दी आओ ना
लड़की- नहीं,, कंट्रोल करो,,, अब कुछ नहीं करने दूंगी,,,
लड़का- अच्छा मेरी प्यारी दी,,,, आप अपनी सीट पर ही रहो बट कम से कम दुध्धू तो सहलाने दो,,, प्लीज़... दी...
लड़की- अब यहां नहीं, घर पर दबा लेना और दुध्धू पी भी लेना...
लड़का- दी, आप घर पर बोलोगी ,मम्मी आ जायेंगी,,,, पापा को पता चल जाएगा,,, और आप घर पर कुछ करने नहीं दोगी ।
लड़की - अच्छा मेरे प्यारे राजा भाई प्रामिस... तू रात को मेरे रूम में आ जाना,,,, अब खुश,,, शांति से मूवी देख... ।
लड़का - ( अपनी सीट से थोड़ा उठकर लड़की को गले लगा कर किस करने लगा और लड़की ने उसे कुछ मिनट बाद हटा दिया ) थैंक्स दी,,, लव यू सो मच माई सेक्सी थी, , यू आर बेस्ट दी...।
और कुछ देर तक वो शांति से मूवी देखते रहे ।
मैं और शालिनी दोनों उनकी बातें थोड़ा आगे होकर सुन रहे थे,,, अब हमारा ध्यान मूवी में कम और उन दोनों पर ज्यादा था.. हम दोनों एक दूसरे के साथ कान के हिस्से से सटे हुए थे और मेरा एक हाथ शालिनी के कंधे पर था । मूवी की लाइट में बार बार मैं शालिनी के चेहरे को देख रहा था और वो कभी मुझे, कभी मूवी, कभी सामने वाले जोड़े को...
अब ये साफ हो गया था कि सामने बैठा जोड़ा सगे भाई बहन हैं और ज्वाइंट फैमिली की वजह से इनको शायद घर में मौका नहीं मिल पाता है, इसीलिए लड़का इतना उतावला हो रहा है । इसका मतलब दोनों भाई बहन में प्रेमी-प्रेमिका वाला प्यार है...
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मुझे लगता था कि शायद शालिनी को ये सब अजीब लग रहा हो, मगर वो बहुत उत्सुकता से उन दोनों की हरकतों को देख रही थी,,,, मेरे लिए तो यह सोने पर सुहागा हो गया था....
इन दोनों की हरकतों से शालिनी को अब लगेगा कि भाई बहन के बीच प्रेमी-प्रेमिका वाला प्यार नार्मल है और यह आज़ कल सब करते हैं,,,, अब ये मेरे उपर था कि मैं इस कंडीशन का फायदा कैसे और कितना उठा पाता हूं ।
कुछ देर तक वो शांत रहे, तब मैंने अपनी लाइन के शादी शुदा जोड़े की ओर देखा तो स्क्रीन की लाइट में दिखा कि वो लोग भी चुम्मा चाटी में लगे हुए हैं,,, मैंने बातों का सिलसिला बढ़ाया....
मैं- शालिनी,,, उधर भी मूवी चालू है...
शालिनी ने उधर देखा और थोड़ा सा हंसते हुए बोली
शालिनी- (कान में फुसफुसाते हुए) यहां तो सभी अपनी अपनी मूवी में बिजी हैं... और हंसती रही....
मूवी के इंटरवल तक यही सब देख देख कर मैं भी गर्म हो चुका था, मेरी भी इच्छा हो रही थी कि मैं भी शालिनी को किस करूं और और चूंचियां दबाऊं ...
लाइट जलते ही सब सामान्य हो गया और मैं बाहर आ कर कोल्ड ड्रिंक और पापकार्न लेकर जब सीट पर बैठने के लिए आया तो देखा कि वो सामने वाला लड़का और लड़की दोनों ही जबरदस्त स्मार्ट थे और किसी बड़े बाप की औलाद लग रहे थे । हम लोग पापकार्न खाते हुए धीरे धीरे बात करने लगे ।
मैं- यहां से निकल कर बाहर ही खाना खा लिया जाए ।
शालिनी- हां ठीक रहेगा, रात भी काफी हो जायेगी ।
कुछ देर बाद मूवी में पूनम पांडे की रोमांटिक चुदाई का जबरदस्त सीन शुरू हो गया और इस समय भी मेरा हाथ शालिनी के कंधे पर ही था...
अचानक मैंने अपने हाथ से उसके कंधे को थोड़ा जोर से दबा दिया और शालिनी ने हल्के से उंह ... किया, बट बोली कुछ नहीं और सामने वाली सीट पर तो हिलने डुलने और सी.... सी.. आह .... की सिसकारियां आ रहीं थीं,,,, वो दोनों फिर से चुम्मा चाटी में जुट गए थे,,,,,,।।
कुछ देर बाद जब एक हाट सांग स्क्रीन पर शुरू हुआ तो मुझसे बर्दाश्त नहीं हुआ और मैंने धीरे धीरे अपने दाहिने हाथ को शालिनी के कंधे से धीरे-धीरे उसकी ब्रा की स्ट्रिप के साथ नीचे करता गया और अपनी नजर स्क्रीन पर ही रखी,,,,, अब मेरा हाथ उसकी ब्रा के कप तक पहुंच चुका था इसके अंदर हाथ डालने के लिए मैं बहाने से थोड़ा हिला और अपने चेहरे को शालिनी के चेहरे से एकदम सटा दिया । इस हिलने में मेरी उंगलियां शालिनी की ब्रा के कप के थोड़ा अन्दर , उसके निप्पल के ऊपर तक पहुंच गई थी,,,,,, मैं कुछ देर ऐसे ही रुका रहा और तिरछी नजर से शालिनी के चेहरे को देखा..... वो भी सीधे सामने देख रही थी....!!!
अब तक मैंने शालिनी की चूचियों को किसी ना किसी बहाने से मतलब मालिश करने के बहाने या फिर सोते समय ही दबाया था और वो भी घर के अंदर.....
ये पहली बार था कि मेरा हाथ शालिनी की चूचियों पर था और हम दोनों के पास कोई बहाना नहीं था,,,, वो भी इस तरह पब्लिक प्लेस पर,,,, मेरे हाथ में जैसे कंपन हो रहा था सोच सोच कर कि शालिनी का क्या रियेक्सन होगा......
गाना खत्म होते होते मैं हौले हौले से उसकी ब्रा के अन्दर ही चूचियों को सहलाने लगा और सामने ही देखता रहा,,,, मेरी शालिनी से नजर मिलाने की हिम्मत नहीं हो रही थी,,,,, लेकिन मैंने गाना खत्म होने के बाद भी हाथ से उसकी दाहिनी चूंची को सहलाना बंद नहीं किया ,,,,,,,
करीब पांच मिनट बाद शालिनी थोड़ा सा ऊपर उठी और अपने सर को मेरे सर से सटा दिया और साथ ही मेरे चूंची वाले हाथ पर अपना हाथ रख दिया,,,,,,
मेरी तो एकदम सांस ही रुक गई एक मिनट के लिए,,, मगर शालिनी ने मेरे हाथ को हटाया नहीं बल्कि हल्का सा सहला दिया और मेरी जान में जान आई....
हम दोनों में कोई बात नहीं हो रही थी और अब मेरे हाथ ने खुलकर उसकी चूचियों सहलाना शुरू कर दिया.... मैं चाह कर भी उसकी दूसरी चूची को छू नहीं पा रहा था.... लेकिन उसकी गर्दन में हाथ डाल कर जहां तक पहुंच सकता था मैंने शालिनी की चूचियों को सहलाया ।
मेरे दूसरे हाथ ने अपना काम कब का शुरू कर दिया था, मतलब जींस के ऊपर से ही लन्ड को मसलना, मेरा लौड़ा किसी भी वक्त पानी छोड़ सकता था,,
अब तक मुझे शालिनी के कुर्ते में हाथ डाले काफी टाइम हो गया था और ना जाने मूवी में इस बीच क्या हुआ और कब मूवी ख़त्म हो गई, क्योंकि मेरी आंखें जरूर स्क्रीन पर थी मगर मैं देख और महसूस कुछ और कर रहा था,,,,, मतलब शालिनी की मस्त जवानी से भरपूर बड़ी बड़ी चूचियां
और लाइट जलते ही मैं शालिनी की चूचियों से अपना हाथ निकाल कर सीधा हो कर बैठ गया। जब सामने वाले भाई बहन की जोड़ी उठी तो मैं भी उठकर शालिनी के हाथ को पकड़ कर बाहर निकलने लगा,,,
अब बाहर की लाइट में पहली बार हमने उन भाई बहन को देखा.... लगभग हमारी ही एज ग्रुप के थे,, और एक दूसरे के हाथ में हाथ डाल कर प्रेमी-प्रेमिका की तरह कार पार्किंग की ओर जा रहे थे.... मैं भी उसी तरह शालिनी के हाथ को पकड़ कर उससे सटकर प्रेमी-प्रेमिका के जैसे बाईक पार्किंग की ओर चलने लगा ।
पीछे से उन दोनों को देख कर मैंने काफी देर की चुप्पी को तोड़ा.....
मैं- अच्छी जोड़ी है.... लविंग कपल
शालिनी- यस,,,, बटटटट ??
मैं- क्या,,,, बट क्या ?
शालिनी- (मुझसे सटकर चलते हुए) वो... वो .. कपल नही है मेरा मतलब... वो तो...
मैं- हां,,, वो तो क्या ?
शालिनी- मींस... ब्रदर सिस्टर ... लड़का बोल रहा था दी... उस लड़की को ।
मैं- ओह तेरी... तो क्या हुआ वो भाई बहन भी है और कपल भी... सिम्पल ।
शालिनी- हुंह ... हंसते हुए...बड़े लोग बड़ी बातें.... ।
(अब तक हम अपनी बाईक के पास आ चुके थे और मैंने मौका देख कर शालिनी के कंधे को हल्के से अपने कंधे से उचकाते हुए , हंस कर बोला)
मैं- सोनोरिटा,,, बड़े बड़े शहरों में ऐसी बड़ी बड़ी बाते होती रहती हैं,,,,
और हंसते हुए बाइक स्टार्ट की, शालिनी ने पीछे बैठते ही मेरी पीठ पर एक पंच मारा प्यार वाला और... चलती बाइक पर
शालिनी- हूं,,, तो आपको बड़े बड़े शहरों की बड़ी बड़ी बातें अच्छी लगती हैं.... हां.. हां है ना भाईजी...
मैं - और क्या,,, एक मूवी के टिकट में दो दो मूवी देखने को मिल गई,,,। हा .... हा ...
शालिनी ने फिर से मेरी पीठ पर पंच लगाया और हंसते हुए हम एक रेस्टोरेंट में खाना खाने के लिए आ गये, खाना खाने के बाद हम लोग घर के लिए निकल पड़े,,,,, मेरी तो पांचों उंगलियां घी में थी, ये सोच कर ही शालिनी को भी उन भाई बहन की चुम्मा चाटी में मजा आया
और उसने एक बार भी ये नहीं कहा कि मेरे प्यारे भैया आप भी तो अपनी बहन की चूचियां दबा रहे थे, मसलने की कोशिश कर रहे थे,,,, खैर मैं बहुत उत्सुकता से घर में अंदर आया और चेंज करने के बाद हम दोनों साथ में सोने लगे ।।