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Adultery मेरी बीवी की होली से बात बढ़ी आगे
#6
कर्नल ने धीरे धीरे अपने धक्के रोक दिए. अभी भी सोनिया के ऊपर कर्नल चढ़ा हुआ था. शायद उसका लंड अभी भी सोनिया के अन्दर था. सोनिया हल्का हल्का हांफ रही थी. उसके हाथ अभी भी चादर को पकडे हुए थे. पूरी कामलीला को ढाई घंटे हो चुके थे.

फिर कर्नल सोनिया के ऊपर से उठा और बगल में लेट गया. ‘मेरी जान जरा पानी लाओ.’

सोनिया उठी और अपनी पैन्टी ढूंढने लगी.

अरे मेरी जान ऐसे ही जाओ न.

‘क्या अंकल आप भी बहुत परेशान करते हैं.’ और सोनिया बिना एक भी कपडे के किचेन गयी और पानी लेकर आ गयी.

क्या सीन था. सोनिया के खड़े निप्पल और सुडौल मम्मे उसकी चलने के साथ साथ उछल रहे थे. कर्नल ने गिलास हाथ में लिया और सोनिया को कलाई से पकड़ अपने ऊपर खींच लिया.

छोडिये भी अंकल बहुत हो गया.

कहाँ मेरी जान अभी तो शुरू हुआ है.

नहीं अंकल ये ठीक नहीं है. रोहित को पता लगा तो मुसीबत हो जाएगी.

‘तुम चिंता बहुत करती हो. रोहित की फ़िक्र मेरे ऊपर छोड़ दो. और तुम मज़े लो.’ कहकर कर्नल सोनिया की गांड पर हाथ फेरने लगा.

सोनिया छिटक कर कर्नल से दूर हो गयी ‘आप बहुत आगे बढ़ रहे हो.’

‘आगे तो बढ़ चुके हैं. अब तो रोज़ चोदुंगा तुझे.’

‘अंकल ऐसे न बोलो प्लीज़.’

‘क्यों मज़ा नहीं आया था?’

जाओ अंकल मै नहीं बोलती. आपको तो बस बेईज्ज़ती करने को कहदो!’

‘क्यों इसमें बेईज्ज़ती की क्या बात है. तुम्हें मेरा लंड अच्छा नहीं लगा तो बोलो.’

‘नहीं अच्छा लगा आपका लंड; बस.’

‘तो किसका अच्छा लगा था? सुंदर से भी खूब चुदी थी तू.’

‘पता नहीं आप क्या बोल रहे हैं ऐसा कुछ भी नहीं था.’

‘अच्छा पूछवाऊँ सुंदर से’

‘हाँ पूछवा देना’

‘देर कैसी अभी लो’ कर्नल ने मोबाइल निकला और फ़ोन करने लगा.

‘हाँ भाई सुन्दर कहाँ हो’

‘….’

‘अरे तेरा माल चोद कर हटा हूँ तो सोचा तुझे बता दूँ. ले बात कर.’ और कर्नल ने स्पीकर ओन कर फ़ोन सामने बेड पर रख दिया.

सुन्दर – और जान क्या चल रहा है

सोनिया चुप रही. कर्नल उसके गले में हाथ डाल कर उसके मम्मे सहलाने लगा.

कर्नल – बोल न जान तेरा जानू कुछ पूंछ रहा है. सुन्दर पता बड़े मज़े आये साली को चोदने में.

सोनिया ने सर नीचे झुका लिया था.

सुन्दर – क्यों भाभी बोलो तो कुछ

कर्नल ने जोर से सोनिया के निप्पल ऐठ दिए. सोनिया के मुंह से हलकी सी आह निकली.

सुन्दर – क्या अंकल पेल दिया क्या

सोनिया- सुन्दर क्या बोल रहे हैं आप.

कर्नल ने सोनिया के मम्मे को फिर जोर से दबा दिया.

सोनिया – आह .. अंकल क्या है.

कर्नल – बड़ी मस्त है ये साली. मज़ा आ गया.

सुंदर – क्यों भाभी क्या बोल रहे हैं अंकल?

सोनिया – आप लोग मुझे परेशान क्यों कर रहे हैं!

सोनिया पूरी नंगी कर्नल के बगल में लेटी थी. कर्नल ने उसे आगोश में ले रखा था.

सुन्दर – क्यों मज़ा नहीं आया अंकल से चुदवाने में.

सोनिया – आप को भी बस ऐसी ही बातें आती हैं.

सुंदर – साली सिर्फ बातें करता हूँ? कहे तो आ जाऊं चोदने

कर्नल – वैसे आजा तो मज़ा आ जाये. साली को खूब चोदेंगे चाचा भतीजे. मस्त नंगी पड़ी है.

सोनिया (हडबडा कर) – अरे रोहित के आने का टाइम हो रहा है

सुन्दर – (हंसी से के साथ) और जो अंकल के साथ लेटी है. तेरे बेड पर ही चोदा न तुझे

सोनिया चुप रही

करनल ने फिर मम्मा दबाया. ‘बोल बेटी”

सोनिया – अहं… हाँ

सुन्दर – बता न अंकल क्या कर रहे हैं

कर्नल ने मम्मों को सहलाना जारी रखा.

सोनिया – कुछ नहीं बस परेशान कर रहे हैं.

कर्नल – बेटी परेशान कहाँ कर रहा हूँ! बता न अच्छे से क्या हो रहा है.

कर्नल ने सोनिया की तरफ करवट लेकर अपना एक पैर सोनिया के पैरों पर चढ़ा दिया. उसका लंड फिर मजबूत हो रहा था और सोनिया की चिकनी जांघ से घिस रहा था.

सोनिया – क्या करेंगे; अकेला देख आ गए हैं.

सुन्दर – क्या अंकल अकेले देख चोद दिया! रोहित के सामने चोदना था न जैसे मैंने चोदा.

सोनिया – सुन्दर आप क्या कह रहे हो. कुछ तो ख़याल करो मेरी इज्ज़त का!

कर्नल का हाथ अब सोनिया की जांघ के अन्दर की तरफ फिसल रहे थे.

सोनिया – ऐसा करोगे तो मैं आप दोनों से बात नहीं करुँगी.

कर्नल का हाथ सोनिया की चूत तक पहुँच गया. हल्का सा सहला कर कर्नल ने एक ऊँगली सनिया की चूत में डाल दी. सोनिया के मुंह से आह नकली.

सुन्दर – बोल न साली क्या हो रहा है? नहीं तो अभी आता हूँ और रोहित के सामने ही चोदुंगा तुझे.

सोनिया – आह अंकल फिर शुरू हो गए हैं.

सोनिया कर्नल का हाथ पकड़ने की कोशिश कर रही थी पर कर्नल कर्नल ने उसका हाथ अपने लंड पर रख दिया.

कर्नल – अभी कहाँ जान. लंड तो बहार है झूठ मत बोल.

सुंदर – बोल न जान क्या हुआ.

सोनिया की आँखों में फिर से सुरूर सा छाने लगा.

सोनिया – अंकल ने ऊँगली डाल दी है

कर्नल – कहाँ डाली है बता न

सोनिया – चूत में आह..

सोनिया ने अब अपने आप कर्नल का लंड सहलाना शुरू कर दिया था.

सुन्दर – मज़ा आ रहा है?

सोनिया – हम्म

सुंदर – मुझे भी तो बता क्या चल रहा है

सोनिया ने शर्म से ऑंखें बंद कर लीं, जैसे सुंदर सामने खड़ा हो. कर्नल ऊँगली को जोर जोर से सोनिया की चूत में चलाने लगा.

कर्नल – बोल न बेटी सुंदर क्या पूंछ रहा है

सोनिया – आह.. अंकल धीरे करो

सुंदर – तुझे तो जोर से चुदने में मज़े आते हैं न साली.

सोनिया – नहीं वो तो आप लोग सुनते कहाँ हो मेरी.

कर्नल – बेटी मेरा लंड चूस न

सोनिया – क्या अंकल

सुंदर – चुसना. तू चुसती बहुत मज़ेदार है. अंकल इसने उस दिन क्या चूसा था. मज़ा आ गया.

सोनिया – आप लोग पहले जबरदस्ती करवाते हो फिर मेरा मज़ाक बनाते हो.

कर्नल – मज़ाक कहाँ बना रहे हैं. अब मै भी तुझे चोद चूका हूँ और सुंदर का लंड पिलवा चुकी है. तो अब तो शर्म छोड़ मेरी जान.

सोनिया – शर्म आप लोग रहने भी दे रहे हो. अभी भी देखो नंगी लिटा रखा है. रोहित के आने का टाइम हो रहा है और अंकल मुझे छोड़ ही नहीं रहे हैं.

सुंदर – अरे रोहित की चिंता छोड़. याद है रोहित के सामने चोदा था तुझे.

अब कर्नल नीचे झुक गया और सोनिया की चिकनी चूत से अपना मुंह लगा दिया. सोनिया को जैसे करंट सा लगा.

सोनिया – आह मर गयी. आप लोग तो अपनी ही सोचते हो. रोहित को पता चला तो मेरा क्या होगा?

सुंदर – क्यों अंकल ने पेल दिया?

सोनिया – नहीं.. पर जीभ से चोद रहे है. आआह

साफ़ पता लग रहा था की सोनिया कितनी गर्म हो चुकी थी.

सुन्दर – रोहित के सामने ही तो चोदा था पहली बार तुझे. तब रात थी अब दिन में चोदूंगा

सोनिया – आह .. सुदर ऐसा मत बोलो मेरा घर बर्बाद हो जायेगा.

कर्नल अब उठा और सोनिया पर चढ़ गया. एक झटके में उसने अपना लंड सोनिया की चूत में डाल दिया.

सोनिया – आह क्या अंकल जी नहीं भरा अभी आपका.

कर्नल – सुंदर क्या चिकनी है साली एक बार में पूरा लंड ले लिया.

सोनिया – लूँ न तो क्या करूँ. बस डाल देते हो आप भी. आह

कर्नल रिदम के साथ धक्के लगाने लगा. सोनिया के मुह से सिसकारियां निकल रहीं थीं.

सुन्दर – चोदो साली को. सन्डे को दोनों मिलकर चोदेंगे.

सोनिया – अह अह दोनों नहीं. मै ऐसा नहीं कर सकती. क्या बना रहे हो मुझे.

कर्नल – रंडी मेरी जान. रंडी है तू हमारी.

कर्नल ने धक्के और तेज़ कर दिए. सोनिया ने अपने दोनों पैर कर्नल की कमर पर बांध लिये.

सुंदर – अब तो दोनों चोदेंगे और रोहित देखेगा. दो कम हैं तो फैसल और विकास को भी बुला लूँ?

सोनिया- नहीं सुंदर मुझे कोई भी नहीं चाहिए.

सुंदर – रंडी बोल दो चाहिये या चार?

सोनिया – आप दोनों तो मनोगे नहीं.

कर्नल भी बहुत गर्म हो चूका था और सोनिया भी. फिर कुछ देर एक तूफ़ान सा आता रहा. कर्नल के लम्बे लम्बे धक्के जारी थे. सोनिया की सिस्कारियों में अब बात नहीं हो पा रही थी. फिर कर्नल ने एक और बार सोनिया की चूत को नहला दिया. फ़ोन अभी भी चालू था.

सुंदर – क्यों भाभी निपट गयीं?

सोनिया – मर गयी मै आह.

सुंदर – अभी कहाँ अभी तो तुझे रंडी बनाना है

सोनिया – क्या कसर छोड़ी है उसमें

कर्नल – अभी तो तेरे पति के सामने ठोकेंगे तुझे

सोनिया कर्नल के नीचे दबी हुई थी और कर्नल धीरे धीरे उसके मम्मों पर हाथ फेर रहा था.

सोनिया – नहीं अंकल ये मुझे जान से मार देंगे. प्लीज़ ऐसा मत करना.

सुंदर – डार्लिंग डरती क्यों है. हम हैं न. कुछ नहीं होगा. तू देखती जा और मज़े ले.

कर्नल अब बगल में लुडक गया था.

सोनिया – नहीं मुझे डर लग रहा है.

कर्नल – सुंदर तू आ ही जा आज ही रात बताते हैं इसे गैंग बैंग क्या होता है.

सोनिया – नहीं-नहीं आज नहीं.

सुंदर – तो सन्डे को?

सोनिया – पर कुछ उल्टा सीधा हुआ तो?

कर्नल – तू घबरा मत जैसा मैं बोलता हूँ करती जा मेरी रंडी.

कर्नल ने झुककर सोनिया के होंठ चूस लिए.

कर्नल – चल सुंदर तू रख और सन्डे की तैयारी कर.

सुंदर – ठीक है अंकल. ओये भाभी देवर को एक किस तो दे दो.

सोनिया के चेहरे पर शर्म फिर छा गयी

कर्नल – क्या बोल रहा है तेरा यार. चल दे दे किस

कर्नल ने फ़ोन उठा कर सोनिया के मुंह के पास ले आया.

सोनिया – पुच्च

सुंदर – आय हाय रंडी बाय. तो अंकल मिलते हैं सन्डे को.

कर्नल – फ़ोन करना. बाय.

कर्नल ने फ़ोन काट दिया. मेरी आंखे मॉनिटर को देख देख दर्द होने लगीं थीं. समझ नहीं आ रहा था जो मैंने देखा वो वाकई हुआ था!

सोनिया उठकर बाथरूम चली गयी. कर्नल उठा और कपडे पहनें लगा. बिस्तर खली दिख रहा था. चादर बुरी तरह सिकुड़ी हुई थी.

सोनिया बाहर निकली और अलमारी में कुछ ढूंढने लगी.

‘क्या कर रही हो जान’ कर्नल बोला

‘क्या अंकल कुछ पहनूंगी या ऐसे ही रहूँ.’

‘ऐसे ही रह. क्या चिकनी है.’

‘अंकल मज़ाक मत कीजिये.’ सोनिया ने फ्रेश पैंटी निकाली और पहन ली.

टाइम लगभग साडे सात बज चुके थे. मैंने सोचा अब आज के लिए काफी हुआ. मैंने सोनिया का फ़ोन मिलाया. सोनिया के फ़ोन की घंटी मुझे हेड फ़ोन में भी सुने दे रही थी.

‘अरे अंकल चुप रहिएगा इनका फ़ोन है’ सोनिया थोडा हडबडा गयी. साला कर्नल वैसे ही मुस्कुराता रहा.

सोनिया (फ़ोन में) – जी

रोहित – हाँ यार बस में हूँ पंद्रह मिनट में घर पहुँचुंगा. तुम घर पर ही हो न.

सोनिया – हाँ आओ

सोनिया ने फ़ोन काट दिया. मुझे तो घर पहुँचने में मात्र पांच मिनट लगते. पर मै सोनिया की आगे की गतिविधयां देखना चाहता था.

‘अरे अंकल आपने मरवा दिया न. ये आ रहे हैं पंद्रह मिनट में और आपका मज़ाक चल रहा है.’

‘मज़ाक नहीं कर रहा हूँ. अब जैसा कहता हूँ वैसा कर.’ कर्नल बोला. ‘तेरे पास कोई पारदर्शी साडी है?’

‘क्यों’

‘पहन उसे’

पर अंकल ..

जितना बोल रहा हूँ कर. देख कैसे सन्डे तक रोहित को लाइन पर लता हूँ.

‘अंकल आप मरवाओगे.’ सोनिया ने अलमारी से एक आसमानी साड़ी निकली ‘ये है.’

ठीक है पहेन इसे.

पर अंकल इसका पेटीकोट पता नहीं कहाँ रखा है

अरे जान खाली साड़ी पहेन. न पेटीकोट न ब्लाउज़.

क्या अंकल रोहित क्या बोलेंगे !

चिंता मत कर मै हूँ न

सोनिया हैरान हो गयी ‘आप! अरे आप जाओ मरवा दोगे आप.’

चुप रंडी तू देखती जा.

अब मै उठा और कंप्यूटर ऑफ़ कर दिया. पेमेंट के लिए दो तीन फ़ोन किये और घर की और चल दिया. जैसा कहा था लगभग पंद्रह मिनट बाद मै घर की बेल बजा रहा था.
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RE: मेरी बीवी की होली से बात बढ़ी आगे - by ShakenNotStirred - 05-05-2019, 12:34 PM



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