04-05-2019, 08:08 PM
अध्याय 5
लेब में काम करते हुए अचानक से ही सपना का पेन गिर गया था,वो उसे उठाने के लिए झुकी थी लेकिन औसत से कुछ ज्यादा देर लगा रही थी,उसके दिमाग में क्या चल रहा था ये तो में नही कह सकता लेकिन हा मेरी नजर उसके टाइट लेगिंस से झांकते हुए चूतड़ों में कुछ देर के लिए टिक गई,वो जैसे दिल का सेप बना रहे थे,मांसल और भारी पिछवाड़े वाली सपना जब भी टाइट कपड़े पहनती थी तो कई लड़के अपना सीने का और टांगो के बीच वाला दिल हार बैठते थे ,कुछ ही सेकंड के लिए सही लेकिन मेरा भी कुछ ऐसा ही हाल हो गया था, पतले कपड़े से उसकी पेंटी का रंग तक मुझे दिखाई दे रहा और साइज तो …….वाह..
मैंने अपना सर झटका और फिर से अपनी किताब की ओर देखने लगा,सपना खड़ी हो चुकी थी और मेरी नजर बचाती हुई नजरो को समझने में उसने बिल्कुल भी देर नही की ,उसके होठो की मुस्कान ही ये बता रही थी की उसे पता है की मेरी नजर कहा टिकी हुई थी …
थोड़े देर तक कमरे में खामोशी ही छाई रही ..
“सर देखना है तो खुल कर देख लिया करो मैं किसी से नही कहूंगी ..”सपना की शरारत से भरी हुई आवाज मेरे कानो में पड़ा और मैं फिर से बुरी तरह से झेंप गया..
“सपना मैंने कहा था की नो मोर फ्लर्टिंग ..”मैंने आवाज को थोड़ा सख्त किया
“अरे सर देखने और दिखाने में क्या है ,अब पूर्वी भी तो कभी रोहन को कुछ दिखाने में नही शर्माती ,और रोहन भी भूखे कुत्ते की तरह उसे घूरता रहता है “
सपना की बात से मुझे पूर्वी की कल वाली बात याद आ गई..की रोहन आज भी उसके जिस्म को घूरता है,लेकिन साथ ही साथ मेरे नशों में खून का प्रवाह भी तेज हो चुका था,मेरा चहेरा लाल हो गया..
“गेट आउट ..”मैं जोर से चिल्लाया..
“इसीलिए मैं तुम्हे इतने दिनों से इग्नोर कर रहा था,तुम आज भी मेरे और पूर्वी के बीच आना चाहती हो ,तुम वो जगह कभी भी नही ले सकती सपना ..”
मेरे चिल्लाने का जैसे सपना पर कोई भी असर नही हुआ था,वो अब भी मंद मंद मुस्कुरा रही थी ..
“सर जी आप तो गुस्सा ही हो गए ..थोड़ी मोड़ी फ्लर्टिंग तो वर्क प्लेस में होती ही है ,इससे काम का बोझ भी हल्का रहता है ,और क्या आपको सच में लगता है की पूर्वी ऐसा कुछ नही करती होगी ..”
मैं बुरी तरह से झल्ला गया था..
“वो तुम्हारे जैसे नही है सपना जो किसी गैर मर्द के सामने अपने जिस्म की नुमाइश करे ..”
वो खिलखिला कर हंसी
मैं उसे बुत बना देख रहा था,हसने के बाद उसने बहुत ही ठंडे लहजे में कहा
“ना आप मेरे लिए कोई गैर मर्द है ना ही रोहन पूर्वी के लिए”
वो अपना पर्स उठा कर वंहा से इतने तेजी से निकली की मुझे कुछ कहने का मौका ही नही दिया ,वही मैं बस खड़ा हुआ उसकी बातों को सोचता रह गया ……..
लेब में काम करते हुए अचानक से ही सपना का पेन गिर गया था,वो उसे उठाने के लिए झुकी थी लेकिन औसत से कुछ ज्यादा देर लगा रही थी,उसके दिमाग में क्या चल रहा था ये तो में नही कह सकता लेकिन हा मेरी नजर उसके टाइट लेगिंस से झांकते हुए चूतड़ों में कुछ देर के लिए टिक गई,वो जैसे दिल का सेप बना रहे थे,मांसल और भारी पिछवाड़े वाली सपना जब भी टाइट कपड़े पहनती थी तो कई लड़के अपना सीने का और टांगो के बीच वाला दिल हार बैठते थे ,कुछ ही सेकंड के लिए सही लेकिन मेरा भी कुछ ऐसा ही हाल हो गया था, पतले कपड़े से उसकी पेंटी का रंग तक मुझे दिखाई दे रहा और साइज तो …….वाह..
मैंने अपना सर झटका और फिर से अपनी किताब की ओर देखने लगा,सपना खड़ी हो चुकी थी और मेरी नजर बचाती हुई नजरो को समझने में उसने बिल्कुल भी देर नही की ,उसके होठो की मुस्कान ही ये बता रही थी की उसे पता है की मेरी नजर कहा टिकी हुई थी …
थोड़े देर तक कमरे में खामोशी ही छाई रही ..
“सर देखना है तो खुल कर देख लिया करो मैं किसी से नही कहूंगी ..”सपना की शरारत से भरी हुई आवाज मेरे कानो में पड़ा और मैं फिर से बुरी तरह से झेंप गया..
“सपना मैंने कहा था की नो मोर फ्लर्टिंग ..”मैंने आवाज को थोड़ा सख्त किया
“अरे सर देखने और दिखाने में क्या है ,अब पूर्वी भी तो कभी रोहन को कुछ दिखाने में नही शर्माती ,और रोहन भी भूखे कुत्ते की तरह उसे घूरता रहता है “
सपना की बात से मुझे पूर्वी की कल वाली बात याद आ गई..की रोहन आज भी उसके जिस्म को घूरता है,लेकिन साथ ही साथ मेरे नशों में खून का प्रवाह भी तेज हो चुका था,मेरा चहेरा लाल हो गया..
“गेट आउट ..”मैं जोर से चिल्लाया..
“इसीलिए मैं तुम्हे इतने दिनों से इग्नोर कर रहा था,तुम आज भी मेरे और पूर्वी के बीच आना चाहती हो ,तुम वो जगह कभी भी नही ले सकती सपना ..”
मेरे चिल्लाने का जैसे सपना पर कोई भी असर नही हुआ था,वो अब भी मंद मंद मुस्कुरा रही थी ..
“सर जी आप तो गुस्सा ही हो गए ..थोड़ी मोड़ी फ्लर्टिंग तो वर्क प्लेस में होती ही है ,इससे काम का बोझ भी हल्का रहता है ,और क्या आपको सच में लगता है की पूर्वी ऐसा कुछ नही करती होगी ..”
मैं बुरी तरह से झल्ला गया था..
“वो तुम्हारे जैसे नही है सपना जो किसी गैर मर्द के सामने अपने जिस्म की नुमाइश करे ..”
वो खिलखिला कर हंसी
मैं उसे बुत बना देख रहा था,हसने के बाद उसने बहुत ही ठंडे लहजे में कहा
“ना आप मेरे लिए कोई गैर मर्द है ना ही रोहन पूर्वी के लिए”
वो अपना पर्स उठा कर वंहा से इतने तेजी से निकली की मुझे कुछ कहने का मौका ही नही दिया ,वही मैं बस खड़ा हुआ उसकी बातों को सोचता रह गया ……..
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प्यार या धोखा
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