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Misc. Erotica मेरी भाभी पुष्पा --- yasminsaxena
#6
आगे क्या हुआ कोई खबर नहीं जब आंख दोबारा खुली तो मैं श्री के घर में गेस्ट रूम के गद्देदार बिस्तर पर लेता हुआ था और एक चंचल शोख हसीना सफ़ेद ड्रेस में मेरे ऊपर झुकी थी उसके दोनो तनी हुई छाती मेरे सीने को टच कर रही थी मुझे लगा की यह मुझे होश में लेन का कम बेहोश करने का ज्यादा इरादा लिए हुई थी. सर देखिये इनको होश गया उस हसीना ने किसी को पुकारा मैंने उसकी नज़रो का पीछा किया तो पाया एक बुजुर्ग से सज्जन थे. हटो सिस्टर ममता अब मेरा काम शुरू होता है. तुम एक इंजेक्शन बना के ले आओ जो इसके दर्द को कम करे. ओह्ह तो यह जनाब डॉक्टर है और यह हसीना नर्स है मैंने ममता की तरफ गौर किया तो पाया वो सिस्टर सिर्फ काम के लिहाज से थी वैसे वो खुद एक बम से काम नहीं थी भरी भरी छातीयाँ मस्त गोल गोल चुतड जी कर रहा था की कोई नहीं हो तो ममता को ही दबोच के अपनी जवानी का उबल उसकी मांसल चूत में उड़ेल दूँ. मगर डॉक्टर ने दर्द के बारे में क्यों बोला मुझे कैसा दर्द . आआआआह्ह्ह मेरे दिमाग ने अब जाके दर्द का अहसास दिया मेरे दोनों हाथों में कलाई के मोड़ों पर दर्द का समंदर लहरे मार रहा था. मैंने देखा मेरी दोनों कलाइयों पर पट्टी बंधी थी और कुछ इस तरह की मैं चाह के भी अपनी उंगलियाँ भी नहीं हिला सकता था. मैंने उठने का प्रयास किया.लेते रहिये जनाब. डॉक्टर ने कहा आप उपरवाले का शुक्र मानिए की सिर्फ हाथ पर ही गुजरी है वर्ना जिस प्रकार आप गिरे थे ब्रेन भी जा सकता था. मैंने देखा पास में खड़ी पुष्प आँखों ही आँखों में शर्मिंदगी महसूस कर रही थी. मै उसकी ओर देख के मुस्कुराया और बोला कोई बात नहीं डॉक्टर साहेब ऐसा नहीं होता हो आप जैसे इन्सान से मुलाकात कैसे होती. तो आप मेरी मानो और आपको अब अगले हफ्ते तक पूरा आराम करना होगा डॉक्टर ने मुस्कुराते हुए कहा. पर ऐसा कैसे हो सकता है मैंने विरोध दर्ज कराया. नहीं भैया आपको डॉक्टर साहेब की बात माननी पड़ेगी आपको मेरी कसम. जैसे कमरे में कोई कोयल कूकी हो ऐसी आवाज थी मेरी पुष्प की. मैं उसके आगे कुछ बोलना चाह रहा था परन्तु श्री बोल पड़ा रहने दे दोस्त भी कहता है और हमारी मानता भी नहीं है तेरा सारा ख्याल मैं और पुष्पि रखेंगे. वो प्यार से पुष्पा को पुष्पि और मैं उसे पुष्प कहता था. तभी नर्स ने मेरी बाजु में एक इंजेक्शन लगा दिया और मैं गहरी नींद में जाने लगा. नींद में जाते जाते डॉक्टर की आवाज सुनाइ पड़ी अब यह आराम से रात भर सोयेगा दर्द कम होने लगेगा कल क्लिनिक में ले आना आगे का कोर्स बता दूंगा. ठीक है श्री बोला और आगे उसने क्या कहा मैं सुन नहीं पाया और नींद में डूब गया. मुझे सिर्फ इतना ध्यान था की उस समय भी पुष्प ने सिर्फ नाईट गाउन सा डाला हुआ था और उसकी जवानी एक कहर ढा रही थी मुझे नींद में जाते जाते भी एक ही अहसास था की काश मुझे पुष्प नाम की कलि मसलने को मिल जाये अगर कोई मेरी अंतिम इच्छा पुछता तो मैं उसे पुष्प को चोदने की ही बात बताता.मैं दवा के नशे में डूब गया. रात के कोई पांच या साढ़े पांच हुए होगे की दर्द के हलके हलके असर से आँख खुली थी मैं दर्द से कराहने वाला ही था की मेरे कानो में मेरे रूम का दरवाजा बहार से बंद होने की आवाज आई. ऐसा कौन कर रहा था मैंने सस्पेंस में कुछ बोला नहीं और आगे की सिचुएशन जानने की कोशिश करने लगा. मेरे कानों में श्री की आवाज पड़ी. लो बंद कर दिया दरवाजा आओ पुष्पि अब अपना नाईट गाउन उतार फेंको और मेरे लंड को चूस के मुझे रोज की तरह अपनी मादक कामुक और चिकनी जवानी का रस पिलाओ. कहीं राजू भैया उठ गए तो. पुष्प का डर मुझे सुनाइ दिया. श्री ने झुन्झालते हुए कहा डॉक्टर ने बोला तो था की वो सुबह नौ बजे से पहले नहीं उठेगा. और मैंने दरवाजा भी बंद कर दिया है अब देर कर मुझे ऑफिस के काम से दो दिन के किये बाहर जाना है और तेरा बर्थडे है आज आजा मेरी चिकनी और कामुक परी पूरी तरह नंगी होके अपना बर्थडे कैंडल चूस. अपने कमरे में चले.पुष्प ने आखिरी कोशिश सी की. क्या पुष्पि मेरी जान मेरी चुदासी चूत हर बार बर्थडे पर तुझे इसी रूम में नंगी करके पेलता हूँ क्यों इस टशन को खराब कर रही है चल नाईट गाउन उतार और आजा मैदान में एक रंडी की तरह और मेरे लंड का सुपाडा चूस मेरी कुतिया और मैं इस बारे में कुछ भी सुनना नहीं चाहता हूँ. ठीक है जो तुम चाहोगे वोही होगा लो मैं उतारती हूँ नाईट गाउन. पुष्प ने सरेंडर कर दिया. मेरी बड़ी तमन्ना हुई की पुष्प के नंगे हुस्न के दीदार किसी तरह कर सकूँ पर ऐसा हो नहीं पाया.

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RE: मेरी भाभी पुष्पा --- yasminsaxena - by ddey333 - 20-12-2021, 05:38 PM



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