20-12-2021, 01:06 PM
मेरे घर में पानी की समस्या है और इसलिए मेरी मम्मी पड़ोस में एक नल है, वहां पर नहाती हैं, वो एक लॉज है, जिसके किनारे हिस्से पर एक सिक्युरिटीकर्मी रहते हैं। मम्मी को लगता है कि वो देर से उठते हैं, इसलिए मम्मी वहां नहाती हैं, जबकि अंकल तो मम्मी को रोज नहाते देख अपना लंड सहलाते थे। अंकल को अपनी बदनामी का डर था, दूसरा उस लॉज में सब पुरुष ही थे, तो अंकल मौके की तलाश में थे। होली में सब लोग घर चले गए केवल अंकल नहीं गये, उन्होंने अगली सुबह की पूरी तैयारी कर ली और समय से पहले इंतजार करनें लगे.
सुबह के तीन बजे मम्मी आयीं और अपना ब्लाउज खोल कर इस बात से अनभिज्ञ कि कोई उन्हें देख रहा है, अपनीं देह पर पानी डालने लगीं. अंकल मम्मी की चूचियां और पेट देख कराह उठे और उन्हें मसल डालने का निश्चय कर धीरे से दरवाजा खोल कर मम्मी के पीछे खड़े हो गए।
मम्मी केवल पेटीकोट में नहा रहीं थीं, अंकल अपनी लूंगी पहले ही अंदर उतार दिये थे. मम्मी के पीछे जाकर एक हाथ से उनकी छातियों को पकड़ा और दूसरे हाथ को उनके मुंह पर रखकर कर बड़ी फुर्ती से अंदर खींच लिया। मम्मी को जब तक पता चलता मम्मी आधी नंगी अंकल के कमरे में अंकल को नंगा देख रही थी। मम्मी को अंकल के मंसूबे समझ में आ गये और बोली भाई साहब जानें दीजिए मैं आज के बाद इधर नहीं नहाऊंगी।
अंकल बोले नहीं मेरी जान मैंने अपनी पत्नी के अलावा कभी किसी के साथ सम्भोग नहीं किया लेकिन तेरा जिस्म देख कितनी भूख लगी है कि मानों बरसों का प्यासा हूं। आ मेरी हवस शांत कर। मम्मी बोली नहीं प्लीज़ छोड़ दीजिए, अंकल मम्मी की ओर आनें लगे।
इतने में मैं मम्मी को ढूंढते हुए वहां पहुंचा तो अंकल मुझे अंदर कर लिए और बोले बेटा तेरी मम्मी को मैं अभी प्यार कर रहा हूं, थोड़ी देर में चली जाएगी। मुझे उन्होंने ये कहकर बाहर निकाल दिया लेकिन मम्मी रोती हुई मुझे अपने सीने से लगा लीं, ये देख अंकल बोले चुपचाप मेरी बात मान ले वरना तेरा बेटा काटकर फेंक दूंगा।
मम्मी जैसे मुझे छोड़ना ही न चाह रही हों, ये देख अंकल मम्मी को उनके बगलों से पकड़ कर उठाये और उनके सामने ही मुझे नंगा कर दिया और बोले तेरे बेटे की कोमल गांड मारूंगा क्योंकि तुझे मुझसे चुदवाना नहीं है।
मम्मी अंकल से छोड़ देने वाली मिन्नतें करतीं रहीं अंकल अपना लंड मेरे गांड पर रखा और मैं मारे डर के मम्मी चिल्ला उठा। मम्मी ये देख अंकल की ओर आयी और उनसे मुझे दूर कर दिया और बोली मेरे बेटे को छोड़ दीजिए और मेरे साथ जो करना हो कीजिए।
मम्मी के ये कहते ही अंकल मम्मी को अपनी ओर खींच लिये और उनके पेटीकोट को निकाल कर अलग कर दिये। मम्मी अंकल के सीने में समा गई और अंकल उनके चूतड़ सहलाते हुए उन्हें किस करनें लगे। मम्मी उनके गंध मारते मुंह को किस नहीं करना चाहती थी अंकल जबर्दस्ती उनके मुंह को चूसने लगे।
मम्मी की चूचियां अंकल के सीने में दब गई थीं। अंकल पास खड़ी स्टूल पर मम्मी को ले गये और मम्मी को अपनी गोद में बिठा कर उनकी चूचियां चूसने लगे इतना बेरहमी से उनके निप्पल अपने दांतों से काट रहे थे मम्मी आह आह चिल्ला रही थी।
अंकल मम्मी को बुरी तरह मसल रहे थे, उनके चूतड़ों पर थप्पड़ जड़ रहे ये देख मैं डर के मारे मूत दिया और अंकल ये देख हंसते हुए बोले यही हाल तेरी मम्मी का भी मैं करूंगा। अंकल मम्मी की चूचियों के ऊपरी हिस्से पर दांत काटनें लगें मम्मी सिसकनें लगीं।मम्मी के पेट कमर चूतड़ सहलाते मसलते अंकल मम्मी के मुंह में मुंह डाल कर चूसते रहे। मम्मी की चूत पनियाने लगी थी ये देख अंकल उनकी चूत में उंगली डाल कर उनकी छातियों को मसलने लगे। मम्मी तड़प उठीं और उन्होंने अपने हाथों को अंकल के कंधे पर रख दिया।मम्मी के बगल की खुशबू सूंघ अंकल और मदहोश हो गये और मम्मी के बगल चाटने लगे। मम्मी को जी भर कर मसलने के बाद अंकल उन्हें उठा कर मेरी ओर कुतिया बना लिया और उनकी बुर में अपना लंड डाल कर उन्हें चोदना शुरू किया.
मम्मी आह आह करनें लगीं अंकल उनकी कमर पकड़ कर और तेज झटके मारने लगे, मम्मी और तेज चिल्लाने लगी। मेरे सामने मम्मी रूआंसी हो गई , अंकल अपनी धुन में मस्त हो चोदे जा रहे थे। मम्मी की चूचियां हिल रही थी और जोरदार थप थप की आवाज़ आ रही थी।
अचानक अंकल मम्मी को उठाया और उन्हें किस करनें लगे। मम्मी को पकड़ कर अपनें लंड पर बैठा कर उठक बैठक करवाने लगे और उनकी चूचियां पीनें लगे। मम्मी की जबरदस्त चुदाई करते जा रहे थे अंकल मम्मी की आंखों में आंसू भरे थे।अचानक अंकल झड़ गये और कुछ देर तक मम्मी की चूचियों में सिर छिपा लिए। कुछ देर बाद उन्हें उठा कर बिस्तर पर ले गये और रजाई के अंदर अपनी हवस मिटाने लगे। मम्मी की गूँगू की आवाज सुनाई देती रही कुछ देर बाद जब रजाई हटा तो मम्मी और अंकल पसीने से लथपथ थे और मम्मी का पूरा जिस्म लाल अंकल नें चोदा ही नहीं खूब मारा भी था।
मम्मी की पेशाब छूट गई थी और मम्मी अंकल की बाहों में सुस्त पड़ी थी और उनकी बुर पर अंकल का वीर्य पड़ा था। अंकल मम्मी की चूचियां मसलने कर उनके चूतड़ों पर एक लात मार कर उन्हें बिस्तर से नंगी नीचे फेंक दिया, मम्मी अपने पेटीकोट को उठाकर मेरा हाथ पकड़ कर बाहर निकल आयी। इस तरह अंकल नें मम्मी की गदराई गांड, तनी छातियां और देशी होंठों से अपनी सारी प्यास बुझाई।
सुबह के तीन बजे मम्मी आयीं और अपना ब्लाउज खोल कर इस बात से अनभिज्ञ कि कोई उन्हें देख रहा है, अपनीं देह पर पानी डालने लगीं. अंकल मम्मी की चूचियां और पेट देख कराह उठे और उन्हें मसल डालने का निश्चय कर धीरे से दरवाजा खोल कर मम्मी के पीछे खड़े हो गए।
मम्मी केवल पेटीकोट में नहा रहीं थीं, अंकल अपनी लूंगी पहले ही अंदर उतार दिये थे. मम्मी के पीछे जाकर एक हाथ से उनकी छातियों को पकड़ा और दूसरे हाथ को उनके मुंह पर रखकर कर बड़ी फुर्ती से अंदर खींच लिया। मम्मी को जब तक पता चलता मम्मी आधी नंगी अंकल के कमरे में अंकल को नंगा देख रही थी। मम्मी को अंकल के मंसूबे समझ में आ गये और बोली भाई साहब जानें दीजिए मैं आज के बाद इधर नहीं नहाऊंगी।
अंकल बोले नहीं मेरी जान मैंने अपनी पत्नी के अलावा कभी किसी के साथ सम्भोग नहीं किया लेकिन तेरा जिस्म देख कितनी भूख लगी है कि मानों बरसों का प्यासा हूं। आ मेरी हवस शांत कर। मम्मी बोली नहीं प्लीज़ छोड़ दीजिए, अंकल मम्मी की ओर आनें लगे।
इतने में मैं मम्मी को ढूंढते हुए वहां पहुंचा तो अंकल मुझे अंदर कर लिए और बोले बेटा तेरी मम्मी को मैं अभी प्यार कर रहा हूं, थोड़ी देर में चली जाएगी। मुझे उन्होंने ये कहकर बाहर निकाल दिया लेकिन मम्मी रोती हुई मुझे अपने सीने से लगा लीं, ये देख अंकल बोले चुपचाप मेरी बात मान ले वरना तेरा बेटा काटकर फेंक दूंगा।
मम्मी जैसे मुझे छोड़ना ही न चाह रही हों, ये देख अंकल मम्मी को उनके बगलों से पकड़ कर उठाये और उनके सामने ही मुझे नंगा कर दिया और बोले तेरे बेटे की कोमल गांड मारूंगा क्योंकि तुझे मुझसे चुदवाना नहीं है।
मम्मी अंकल से छोड़ देने वाली मिन्नतें करतीं रहीं अंकल अपना लंड मेरे गांड पर रखा और मैं मारे डर के मम्मी चिल्ला उठा। मम्मी ये देख अंकल की ओर आयी और उनसे मुझे दूर कर दिया और बोली मेरे बेटे को छोड़ दीजिए और मेरे साथ जो करना हो कीजिए।
मम्मी के ये कहते ही अंकल मम्मी को अपनी ओर खींच लिये और उनके पेटीकोट को निकाल कर अलग कर दिये। मम्मी अंकल के सीने में समा गई और अंकल उनके चूतड़ सहलाते हुए उन्हें किस करनें लगे। मम्मी उनके गंध मारते मुंह को किस नहीं करना चाहती थी अंकल जबर्दस्ती उनके मुंह को चूसने लगे।
मम्मी की चूचियां अंकल के सीने में दब गई थीं। अंकल पास खड़ी स्टूल पर मम्मी को ले गये और मम्मी को अपनी गोद में बिठा कर उनकी चूचियां चूसने लगे इतना बेरहमी से उनके निप्पल अपने दांतों से काट रहे थे मम्मी आह आह चिल्ला रही थी।
अंकल मम्मी को बुरी तरह मसल रहे थे, उनके चूतड़ों पर थप्पड़ जड़ रहे ये देख मैं डर के मारे मूत दिया और अंकल ये देख हंसते हुए बोले यही हाल तेरी मम्मी का भी मैं करूंगा। अंकल मम्मी की चूचियों के ऊपरी हिस्से पर दांत काटनें लगें मम्मी सिसकनें लगीं।मम्मी के पेट कमर चूतड़ सहलाते मसलते अंकल मम्मी के मुंह में मुंह डाल कर चूसते रहे। मम्मी की चूत पनियाने लगी थी ये देख अंकल उनकी चूत में उंगली डाल कर उनकी छातियों को मसलने लगे। मम्मी तड़प उठीं और उन्होंने अपने हाथों को अंकल के कंधे पर रख दिया।मम्मी के बगल की खुशबू सूंघ अंकल और मदहोश हो गये और मम्मी के बगल चाटने लगे। मम्मी को जी भर कर मसलने के बाद अंकल उन्हें उठा कर मेरी ओर कुतिया बना लिया और उनकी बुर में अपना लंड डाल कर उन्हें चोदना शुरू किया.
मम्मी आह आह करनें लगीं अंकल उनकी कमर पकड़ कर और तेज झटके मारने लगे, मम्मी और तेज चिल्लाने लगी। मेरे सामने मम्मी रूआंसी हो गई , अंकल अपनी धुन में मस्त हो चोदे जा रहे थे। मम्मी की चूचियां हिल रही थी और जोरदार थप थप की आवाज़ आ रही थी।
अचानक अंकल मम्मी को उठाया और उन्हें किस करनें लगे। मम्मी को पकड़ कर अपनें लंड पर बैठा कर उठक बैठक करवाने लगे और उनकी चूचियां पीनें लगे। मम्मी की जबरदस्त चुदाई करते जा रहे थे अंकल मम्मी की आंखों में आंसू भरे थे।अचानक अंकल झड़ गये और कुछ देर तक मम्मी की चूचियों में सिर छिपा लिए। कुछ देर बाद उन्हें उठा कर बिस्तर पर ले गये और रजाई के अंदर अपनी हवस मिटाने लगे। मम्मी की गूँगू की आवाज सुनाई देती रही कुछ देर बाद जब रजाई हटा तो मम्मी और अंकल पसीने से लथपथ थे और मम्मी का पूरा जिस्म लाल अंकल नें चोदा ही नहीं खूब मारा भी था।
मम्मी की पेशाब छूट गई थी और मम्मी अंकल की बाहों में सुस्त पड़ी थी और उनकी बुर पर अंकल का वीर्य पड़ा था। अंकल मम्मी की चूचियां मसलने कर उनके चूतड़ों पर एक लात मार कर उन्हें बिस्तर से नंगी नीचे फेंक दिया, मम्मी अपने पेटीकोट को उठाकर मेरा हाथ पकड़ कर बाहर निकल आयी। इस तरह अंकल नें मम्मी की गदराई गांड, तनी छातियां और देशी होंठों से अपनी सारी प्यास बुझाई।