12-12-2021, 07:25 PM
बीवी की दोस्त से चुदाई 07
एकाएक आदित्य ने प्रिया की चूंची से हाथ हटा लिया, मै ये सोच ही रहा था की उसने ऐसा क्यों किया कि तभी मुझे कपड़ो की सरसराहट की आवाज़ सुनाई दी और इसके साथ ही बेल्ट के बकल और ज़िप के खुलने की आवाज़ आई और मै समझ गया कि आदित्य ने अपनी पैंट खोल कर अपना लौड़ा नंगा करते हमारी रंडी के हाथ में दे दिया है। ये सोच कर मै कामुक उत्तेजना से भर गया कि आदित्य ने मेरी ब्याही रंडी पत्नी के हाथ में अपना लण्ड दे दिया जो कि मेरी बीवी के लिए बिलकुल नया था।
तभी प्रिया और आदित्य के मुंह से एक साथ मद भरी सिसकारी निकल गयी जो शायद आदित्य के नंगे लौड़े पर प्रिया का हाथ रखते ही निकली होगी। तभी प्रिया जोर जोर से झटके देने लगी और सिस्कारियां भरने लगी। आदित्य का हाथ वापिस उसकी मोटी चूंची पर था और इसको ज्यादा जोर से दबा और निचोड़ रहा था। प्रिया मस्ती में भरकर अपने मुंह से "आह.. अहा... और जोर से! खींच लो इन्हे.. निचोड़ लो... उखाड़ लो ना प्लीज.... अहा आहा हुम्म्म्म यस येस्सस्सस् वाओ मज़ा आ रहा है " की आवाज़ें निकल रही थी और मस्ती में सिसक रही थी। उसकी पलकों के कोरो पर मस्ती के आंसू थे। कार के सारे शीशे हमारे शरीर और सांसो से उठती भाप से धुंधले हो गए थे। मैंने हलके से उठ कर आगे की खिड़कियों के शीशे थोड़े थोड़े खोल दिए ताकि थोड़ी ठंडी हवा अंदर आये और शीशों से धुंध हट जाए।
मेरा लौड़ा प्रिया के मुंह की नरमी और गर्माहट को तड़प रहा था। मैंने धीरे से उसे घुमाया और उसके होठों पर चूमना शुरू कर दिया प्रिया मस्ती में बेसुध थी और उसे ये भी नहीं समझ आ रहा था की उसको कौन चूम रहा है। पर इस तरह उसका चेहरा अपनी तरफ घुमाने से कार की सीट मैं उसकी आधी गांड उठ गयी थी और चांदनी में चमक कर आदित्य को न्योता दे रही थी। मैंने देखा आदित्य उसकी गांड की तरफ घूर घूर कर देख रहा था। और उसने धीरे से उसकी गांड पर हाथ फिराना शुरू कर दिया।
प्रिया और मस्ती में आ गयी, मैंने धीरे से उसके कान में कहा "मज़ा आ रहा है न जान !" तो उसने चौंक कर मेरी तरफ देखा, तब मुझे समझ आया कि अपनी मस्ती में उसको लग रहा था कि अभी तक आदित्य उसको चूम रहा था। हो सकता है शायद इसी वजह से वो जब मुझे चूम रही थी तब मुझे ऐसा लगा कि उसने मुझको आज से पहले इतनी शिद्दत से और इतनी मस्ती से नहीं चूमा था और मै खुश हो रहा था कि मेरी बीवी का इतना गरम, इतना intense और मस्त kiss मेरे लिए था।
मुझमे जैसे कामुकता और पाश्विकता की एक नयी लहर दौड़ गयी और मुझसे रहा नहीं गया मैंने झुक कर प्रिया की दिखती हुई मोटी, चिकनी, गोरी गोल गांड पर पटाख की आवाज़ के साथ जोर से एक थप्पड़ मारा। अपनी मोटी और गुदाज गांड थप्पड़ पड़ते ही थरथरा गयी और प्रिया ने एक मस्ती भरी सिसकी भरी जो दर्द की कम और मस्ती की ज्यादा थी और मेरी पत्नी और ज्यादा गर्म होकर मुझे मस्ती मे और भी जोर से चूमने लगी। मैंने उसकी मोटी मस्ती भरी गांड पर और थप्पड़ मारा और वो मेरे होठों को काटने लगी। उसकी मस्ती देख कर आदित्य ने जोर जोर से उसकी गांड अपने हाथ में भींच भींच कर मसलनी शुरू कर दी। मैंने धीरे से प्रिया की दोनों टांगो को खोला और उसकी चूत पर हाथ लगाया। उसकी मस्त रसीली चूत गर्मी से भभक रही थी और कामरस से चिपचिपी हो रही थी। मैंने आदित्य का हाथ पकड़ कर अपनी ब्याही हुई बीवी की चूत पर रख दिया और धीरे से उसकी ऊँगली प्रिया की चूत के रसीले और गरम छेद पर रख दी। आदित्य ने फ़ौरन टटोल कर अपनी ऊँगली प्रिया की चूत में घुसानी शुरू कर दी और प्रिया तो काम वासना से पगला सी गयी। मैं अभी भी उसको चूम रहा था और चूंचियां मसल रहा था। प्रिया ने अपने होंठ मेरे होंठो की गिरफ्त से छुड़ाए और अपना मुंह मेरे कान के पास लाकर बोली "इसका लण्ड बहुत मजेदार है - खूब बड़ा और मोटा !"
ये सुनकर मै आश्चर्यचकित रह गया क्योंकि प्रिया ने मेरे सामने किसी और के लौड़े की तारीफ पहली बार की थी।
मुझे समझ में आया कि या तो आदित्य का लौड़ा वाकई प्रिया को बहुत पसंद आया या फिर आज उसकी चूत की गर्मी इतनी ज्यादा है कि वो खुल कर मज़े लेना चाहती है। इतनी देर में मैंने देखा कि आदित्य ने धीरे धीरे अपनी दो उंगलियां प्रिया की भूखी चूत में घुसेड़ दी थी और वो इन्हे बहुत तेजी से प्रिया की गीली चूत के अंदर और बाहर कर रहा था और प्रिया भी उसके हाथ की रफ़्तार से ही अपनी चूत उसकी उँगलियों पर रगड़ रही थी।