07-12-2021, 12:03 AM
(This post was last modified: 12-12-2021, 10:16 PM by babasandy. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
सुबह के तकरीबन 3:00 बजने वाले थे... मेले में से रौनक खत्म होने लगी थी.. लोग अपने घरों की तरफ जाने की तैयारियां करने लगे थे और कुछ लोग तो जा भी रहे थे... मेरी प्रियंका दीदी एक दुकान के सामने स्टूल पर बैठी हुई तकरीबन 30 मिनट तक हम लोगों का इंतजार करती रही.. मैं तो वहीं पर उनसे कुछ दूरी पर खड़ा था चुप कर... मैं देखना चाहता था कि आखिर मेरी बहन क्या-क्या गुल खिलाती है मेले में...
कुछ देर में मुझे मेरी चंदा भाभी आती हुई दिखाई देने लगी.. उनकी चाल भी बदली लग रही थी.. चेहरे का सारा मेकअप बिगड़ा हुआ था.. बाल बिखरे हुए थे... जाहिर है वह भी गांव के किसी मर्द को लेकर खेतों में या झाड़ियों में गई हुई थी.. मौज मस्ती करने के लिए...
मेरी चंदा भाभी प्रियंका दीदी के पास है.. और मुस्कुराकर पूछने लगी..
मेरी चंदा भाभी: क्या हुआ ननद रानी... बड़ी उदास उदास अकेले बैठे हुई हो कोई मिला नहीं क्या..
मेरी प्रियंका दीदी: धत् भाभी.... आप भी ना कुछ भी बोल देती हो... मैं भला क्यों किसी का इंतजार करूंगी..
मेरी चंदा भाभी: हाय मेरी ननद रानी... बड़ी भोली भाली बन रही हो... जैसे कुछ जानती ही नहीं हो... तुम्हारा यार अजय खेतों में चमेली के साथ लगा हुआ था... एक बार तो मुझे लगा था कि उसके नीचे तुम लेटी हुई हो.. लेकिन जब पास में जाकर देखी चमेली थी नीचे.. लगता है अजय और तुम्हारे बीच में कुछ अनबन हो गई है..
मेरी भाभी ने मेरी बहन को उकसाने का प्रयास किया..
मेरी प्रियंका दीदी( मुंह फुला कर): मुझे क्या मतलब भाभी... वह किसी के साथ भी अपना मुंह काला करें... मैं क्या जानू उसके बारे में... मुझे कोई मतलब नहीं उस इंसान से..
मेरी चंदा भाभी: हाय रे छलिया.... बड़ी नखरे दिखाने लगी है तू तो.. वो तेरा होने वाला पति है... कुछ दिनों में तुझे ब्याह कर अपने घर ले जाएगा वह... और तुझे कोई मतलब नहीं कि वह किसके साथ कहां पर मुंह काला कर रहा है...
मेरी चंदा भाभी: रूपाली मुझे दिखाई नहीं दे रही है... जब से मेले में आई थी तब से ही अलग-थलग घूम रही थी... तू देखी क्या उसको.
मेरी प्रियंका दीदी: नहीं भाभी... दीदी तो मुझे भी दिखाई नहीं दि... जब से भीड़ हो गई थी मेले में... दीदी और बिल्लू को मैंने एक स्टॉल के ऊपर खड़ा हुआ देखा था... तब से दीदी गायब है...
मेरी चंदा भाभी: तू ठीक बोल रही है मैंने भी देखा था... लगता है रुपाली और बिल्लू के बीच में कोई चक्कर है...
मेरी प्रियंका दीदी: ठीक है भाभी अब हम लोग घर चलते हैं... मम्मी हमारा इंतजार कर रही होगी...
मेरी चंदा भाभी: सुन एक बात तो बताना भूल ही गई मैं तुमको... मैं आज मुन्ना ठाकुर के साथ गई थी... तू तो जानती है ना उसको..
मेरी प्रियंका दीदी: हां जानती हूं भाभी.. पर आप उसके साथ कहां पर गई थी... मैंने तो सुना है वह आदमी नहीं घोड़ा है...
कुछ देर में मुझे मेरी चंदा भाभी आती हुई दिखाई देने लगी.. उनकी चाल भी बदली लग रही थी.. चेहरे का सारा मेकअप बिगड़ा हुआ था.. बाल बिखरे हुए थे... जाहिर है वह भी गांव के किसी मर्द को लेकर खेतों में या झाड़ियों में गई हुई थी.. मौज मस्ती करने के लिए...
मेरी चंदा भाभी प्रियंका दीदी के पास है.. और मुस्कुराकर पूछने लगी..
मेरी चंदा भाभी: क्या हुआ ननद रानी... बड़ी उदास उदास अकेले बैठे हुई हो कोई मिला नहीं क्या..
मेरी प्रियंका दीदी: धत् भाभी.... आप भी ना कुछ भी बोल देती हो... मैं भला क्यों किसी का इंतजार करूंगी..
मेरी चंदा भाभी: हाय मेरी ननद रानी... बड़ी भोली भाली बन रही हो... जैसे कुछ जानती ही नहीं हो... तुम्हारा यार अजय खेतों में चमेली के साथ लगा हुआ था... एक बार तो मुझे लगा था कि उसके नीचे तुम लेटी हुई हो.. लेकिन जब पास में जाकर देखी चमेली थी नीचे.. लगता है अजय और तुम्हारे बीच में कुछ अनबन हो गई है..
मेरी भाभी ने मेरी बहन को उकसाने का प्रयास किया..
मेरी प्रियंका दीदी( मुंह फुला कर): मुझे क्या मतलब भाभी... वह किसी के साथ भी अपना मुंह काला करें... मैं क्या जानू उसके बारे में... मुझे कोई मतलब नहीं उस इंसान से..
मेरी चंदा भाभी: हाय रे छलिया.... बड़ी नखरे दिखाने लगी है तू तो.. वो तेरा होने वाला पति है... कुछ दिनों में तुझे ब्याह कर अपने घर ले जाएगा वह... और तुझे कोई मतलब नहीं कि वह किसके साथ कहां पर मुंह काला कर रहा है...
मेरी चंदा भाभी: रूपाली मुझे दिखाई नहीं दे रही है... जब से मेले में आई थी तब से ही अलग-थलग घूम रही थी... तू देखी क्या उसको.
मेरी प्रियंका दीदी: नहीं भाभी... दीदी तो मुझे भी दिखाई नहीं दि... जब से भीड़ हो गई थी मेले में... दीदी और बिल्लू को मैंने एक स्टॉल के ऊपर खड़ा हुआ देखा था... तब से दीदी गायब है...
मेरी चंदा भाभी: तू ठीक बोल रही है मैंने भी देखा था... लगता है रुपाली और बिल्लू के बीच में कोई चक्कर है...
मेरी प्रियंका दीदी: ठीक है भाभी अब हम लोग घर चलते हैं... मम्मी हमारा इंतजार कर रही होगी...
मेरी चंदा भाभी: सुन एक बात तो बताना भूल ही गई मैं तुमको... मैं आज मुन्ना ठाकुर के साथ गई थी... तू तो जानती है ना उसको..
मेरी प्रियंका दीदी: हां जानती हूं भाभी.. पर आप उसके साथ कहां पर गई थी... मैंने तो सुना है वह आदमी नहीं घोड़ा है...