01-05-2019, 06:58 PM
अध्याय 4
पूर्वी का सर मेरे सीने में था,अभी अभी हम दोनों ने एक दूजे के जिस्म को भोगा था,और एक दूसरे से लिपटे हुए सोए थे..
“लगता है आजकल आप टेंशन में रहते हो ..”पूर्वी मेरे छाती के बालो से खेलते हुए बोली
“ऐसा क्यो ???”
“जल्दी गिर जाते हो “
वो हल्के से हँस पड़ी और मुझे याद आया की मैं कुछ दिनों से सच में उसे पूरी तरह से संतुष्ट नही कर पा रहा हु..
“सॉरी जान ..”
“अरे इसमें सॉरी वाली क्या बात है ,मन में कोई बात हो तो बताओ यू टेंशन में रहने से क्या फायदा होगा ,”
“कोई खास बात नही है लेकिन मुझे दुख होता है जब मैं तुम्हे पूरी तरह से संतुष्ट नही कर पाता,ये रिसर्च साला दिमाग खराब कर रखा है ..’
वो खिलखिलाई और मेरे सीने को एक किस किया ..
“पागल हो आप ,इसमें दुखी होने वाली कोई बात नही है ,सिर्फ शारीरिक संतुष्टि मायने थोड़ी रखती ,हमारे बीच इतना प्यार वही मायने रखता है “
“हा लेकिन संतुष्टि भी तो जरूरी है ना”
पूर्वी मेरी आंखों में देखते हुए मुस्कुराई
“अरे रोज रोज थोड़ी चाहिए रहता है सप्ताह में दो दिन ओर्गास्म हो काफी है ,और उसके लिए मेरे पास रोहन का दिया गिफ्ट है ना “
पहले तो मैं आश्चर्य से भर गया फिर मुझे याद आया की वो किसकी बात कर रही है ,जब रोहन उसका बॉयफ्रेंड था तब उसने पूर्वी को एक डिल्डो गिफ्ट किया था,पूर्वी ने मुझसे ये बात नही छिपाई थी लेकिन मुझे पता नही था की शादी के बाद उसका क्या हुआ ...शादी से पहले पूर्वी फोन सेक्स के समय उसका यूज़ किया करती थी …
“तुम्हारे पास वो अब भी है …”
“हा मेरे प्यारे दोस्त ने दिया था कैसे फेक देती ,”उसने मुझे चिढ़ाते हुए कहा
“ओह तो मेडम आज भी उसका यूज़ करती है ..”
“नही शादी के बाद उसकी जरूरत नही पड़ी ,आप को ही सम्हालना मुश्किल होता था मेरे लिए लेकिन अब लग रहा है की फिर से उस तेल लगा कर तैयार करना होगा …”
पूर्वी की बातों और आंखों में शरारत ही शरारत थी,वो कभी कभी बेहद ही नॉटी हो जाती थी,बट आई लाइक इट ..
और मैंने फिर से उसे दबोच लिया,वो खिलखिलाने लगी ,हमारे होठ फिर से मिले और उसने मेरे लिंग को सहलाना शुरू कर दिया ,उसके हाथो की कोमलता को पाकर मेरा लिग फिर से फुंकार मारने लगा और पूर्वी ने अपने हाथो से उसे अपने नाजुक और गीले योनि में प्रवेश करवाया ,उसका अहसास ही मेरी उत्तेजना को बढ़ाने को काफी था,हम दोनों फिर से एक दूसरे में घुलने लगे और एक दूसरे की चमड़ी को अपनी चमड़ी से घिसने लगे,
इस बार मैं थोड़ी देर तक टिका और आखिर में अपना लावा मेरी जान के गर्भ में छोड़ दिया …
हम फिर से एक दूसरे से लिपटे हुए पड़े थे,लिंग अभी भी थोड़ी उत्तेजित अवस्था में पूर्वी के योनि से सटा हुआ था और मेरा ही वीर्य उसके गीलेपन से मिलकर मुझे सुखद अहसास दे रहा था…
वो मेरे सिने को सहला रही थी ..
“तो ..सपना से मिले आज ..”
“ह्म्म्म”
“क्या कहा उसने “
“कुछ नही मुझे लगता है अब वो बदल गई है ,वो पहले वाली सपना नही रही “
“वो चुड़ैल कभी बदलने वाली नही है “
मैं पूर्वी की बात सुनकर हँस पड़ा..
“ऐसे क्यो हँस रहे हो आप,इस बार तो उसने अपने कपड़े नही उतारे ना..”
वो थोड़े गुस्से में बोली
“कम ऑन यार पूर्वी ,तुम भी ना…”
“क्या आप उसके साथ काम कर रहे हो और मेरी जान निकली रहती है साली ना जाने फिर क्या कर दे ..”
मैं फिर थोड़ा हँसा
“तू भी ना पूर्वी ऐसे रोहन ने भी तो तुम्हारे सामने अपने कपड़े निकाले थे इफेक्ट तुम्हारे भी थोड़े निकाल ही दिए थे,फिर भी आज तुम उसके साथ काम कर रही हो ,है ना..”
मैं हंसते हुए बोला और पूर्वी झूठा गुस्सा दिखाते हुए मेरे ऊपर चढ़ गई और मेरे बालो को अपने मुठ्ठी में पकड़ लिया..
“यू….उसकी बात अलग है ओके ..तब वो मेरा बॉयफ्रेंड था ,और ऐसे भी उस रात हमारे बीच कुछ नही हुआ था,मैंने अपनी वर्जिनिटी आपको ही दी है ..वो बेचारा तो आज भी मुझे करने को तरस रहा है ..”
“आज भी ???”मेरे मुह से अनायास निकल गया..
पूर्वी भाव के आवेग में आ के बोल तो गई लेकिन फिर उसे अहसास हुआ की वो क्या बोल गई …
उसने अपनी नजर झुका ली ..
“तुमने मुझे कुछ बताया क्यो नही ,क्या उसने तुम्हारे साथ कुछ जबरदस्ती …”
पूर्वी ने अपना चहरा ऊपर किया और मेरे आंखों में देखने लगी ..
“ओहो आपको लगता है की वो मेरे साथ कुछ जबरदस्ती करने की कोशिश करेगा,झापड़ खायेगा,बस मुझे उसकी आंखों से लगता है ,जैसे वो मुझे घूरता है कभी कभी ...यंहा को तो कभी यंहा को ..”
पूर्वी ने फिर से बेहद ही शरारत के साथ अपने बूब्स और चूतड़ की तरफ इशारा किया ..
और हँस पड़ी ..
“उसे जलाने में मुझे मजा आता है जान ,”
“इतना भी मत जलाओ की उसके सब्र का बांध ही टूट जाए,”
“आप फिक्र मत करो मैं उसे सम्हाल लुंगी ,अभी तक तो सम्हालते आयी हु ना आगे भी सम्हाल लुंगी डोंट वरी अबाउट इट..”
पूर्वी ने फिर से अपने होठो को मेरे होठो से मिला दिया और हम एक बार फिर इस एक दूसरे में घुलने को तैयार हो गए……..
पूर्वी का सर मेरे सीने में था,अभी अभी हम दोनों ने एक दूजे के जिस्म को भोगा था,और एक दूसरे से लिपटे हुए सोए थे..
“लगता है आजकल आप टेंशन में रहते हो ..”पूर्वी मेरे छाती के बालो से खेलते हुए बोली
“ऐसा क्यो ???”
“जल्दी गिर जाते हो “
वो हल्के से हँस पड़ी और मुझे याद आया की मैं कुछ दिनों से सच में उसे पूरी तरह से संतुष्ट नही कर पा रहा हु..
“सॉरी जान ..”
“अरे इसमें सॉरी वाली क्या बात है ,मन में कोई बात हो तो बताओ यू टेंशन में रहने से क्या फायदा होगा ,”
“कोई खास बात नही है लेकिन मुझे दुख होता है जब मैं तुम्हे पूरी तरह से संतुष्ट नही कर पाता,ये रिसर्च साला दिमाग खराब कर रखा है ..’
वो खिलखिलाई और मेरे सीने को एक किस किया ..
“पागल हो आप ,इसमें दुखी होने वाली कोई बात नही है ,सिर्फ शारीरिक संतुष्टि मायने थोड़ी रखती ,हमारे बीच इतना प्यार वही मायने रखता है “
“हा लेकिन संतुष्टि भी तो जरूरी है ना”
पूर्वी मेरी आंखों में देखते हुए मुस्कुराई
“अरे रोज रोज थोड़ी चाहिए रहता है सप्ताह में दो दिन ओर्गास्म हो काफी है ,और उसके लिए मेरे पास रोहन का दिया गिफ्ट है ना “
पहले तो मैं आश्चर्य से भर गया फिर मुझे याद आया की वो किसकी बात कर रही है ,जब रोहन उसका बॉयफ्रेंड था तब उसने पूर्वी को एक डिल्डो गिफ्ट किया था,पूर्वी ने मुझसे ये बात नही छिपाई थी लेकिन मुझे पता नही था की शादी के बाद उसका क्या हुआ ...शादी से पहले पूर्वी फोन सेक्स के समय उसका यूज़ किया करती थी …
“तुम्हारे पास वो अब भी है …”
“हा मेरे प्यारे दोस्त ने दिया था कैसे फेक देती ,”उसने मुझे चिढ़ाते हुए कहा
“ओह तो मेडम आज भी उसका यूज़ करती है ..”
“नही शादी के बाद उसकी जरूरत नही पड़ी ,आप को ही सम्हालना मुश्किल होता था मेरे लिए लेकिन अब लग रहा है की फिर से उस तेल लगा कर तैयार करना होगा …”
पूर्वी की बातों और आंखों में शरारत ही शरारत थी,वो कभी कभी बेहद ही नॉटी हो जाती थी,बट आई लाइक इट ..
और मैंने फिर से उसे दबोच लिया,वो खिलखिलाने लगी ,हमारे होठ फिर से मिले और उसने मेरे लिंग को सहलाना शुरू कर दिया ,उसके हाथो की कोमलता को पाकर मेरा लिग फिर से फुंकार मारने लगा और पूर्वी ने अपने हाथो से उसे अपने नाजुक और गीले योनि में प्रवेश करवाया ,उसका अहसास ही मेरी उत्तेजना को बढ़ाने को काफी था,हम दोनों फिर से एक दूसरे में घुलने लगे और एक दूसरे की चमड़ी को अपनी चमड़ी से घिसने लगे,
इस बार मैं थोड़ी देर तक टिका और आखिर में अपना लावा मेरी जान के गर्भ में छोड़ दिया …
हम फिर से एक दूसरे से लिपटे हुए पड़े थे,लिंग अभी भी थोड़ी उत्तेजित अवस्था में पूर्वी के योनि से सटा हुआ था और मेरा ही वीर्य उसके गीलेपन से मिलकर मुझे सुखद अहसास दे रहा था…
वो मेरे सिने को सहला रही थी ..
“तो ..सपना से मिले आज ..”
“ह्म्म्म”
“क्या कहा उसने “
“कुछ नही मुझे लगता है अब वो बदल गई है ,वो पहले वाली सपना नही रही “
“वो चुड़ैल कभी बदलने वाली नही है “
मैं पूर्वी की बात सुनकर हँस पड़ा..
“ऐसे क्यो हँस रहे हो आप,इस बार तो उसने अपने कपड़े नही उतारे ना..”
वो थोड़े गुस्से में बोली
“कम ऑन यार पूर्वी ,तुम भी ना…”
“क्या आप उसके साथ काम कर रहे हो और मेरी जान निकली रहती है साली ना जाने फिर क्या कर दे ..”
मैं फिर थोड़ा हँसा
“तू भी ना पूर्वी ऐसे रोहन ने भी तो तुम्हारे सामने अपने कपड़े निकाले थे इफेक्ट तुम्हारे भी थोड़े निकाल ही दिए थे,फिर भी आज तुम उसके साथ काम कर रही हो ,है ना..”
मैं हंसते हुए बोला और पूर्वी झूठा गुस्सा दिखाते हुए मेरे ऊपर चढ़ गई और मेरे बालो को अपने मुठ्ठी में पकड़ लिया..
“यू….उसकी बात अलग है ओके ..तब वो मेरा बॉयफ्रेंड था ,और ऐसे भी उस रात हमारे बीच कुछ नही हुआ था,मैंने अपनी वर्जिनिटी आपको ही दी है ..वो बेचारा तो आज भी मुझे करने को तरस रहा है ..”
“आज भी ???”मेरे मुह से अनायास निकल गया..
पूर्वी भाव के आवेग में आ के बोल तो गई लेकिन फिर उसे अहसास हुआ की वो क्या बोल गई …
उसने अपनी नजर झुका ली ..
“तुमने मुझे कुछ बताया क्यो नही ,क्या उसने तुम्हारे साथ कुछ जबरदस्ती …”
पूर्वी ने अपना चहरा ऊपर किया और मेरे आंखों में देखने लगी ..
“ओहो आपको लगता है की वो मेरे साथ कुछ जबरदस्ती करने की कोशिश करेगा,झापड़ खायेगा,बस मुझे उसकी आंखों से लगता है ,जैसे वो मुझे घूरता है कभी कभी ...यंहा को तो कभी यंहा को ..”
पूर्वी ने फिर से बेहद ही शरारत के साथ अपने बूब्स और चूतड़ की तरफ इशारा किया ..
और हँस पड़ी ..
“उसे जलाने में मुझे मजा आता है जान ,”
“इतना भी मत जलाओ की उसके सब्र का बांध ही टूट जाए,”
“आप फिक्र मत करो मैं उसे सम्हाल लुंगी ,अभी तक तो सम्हालते आयी हु ना आगे भी सम्हाल लुंगी डोंट वरी अबाउट इट..”
पूर्वी ने फिर से अपने होठो को मेरे होठो से मिला दिया और हम एक बार फिर इस एक दूसरे में घुलने को तैयार हो गए……..
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