05-12-2021, 07:12 PM
एक ऐप ऐसा
" ननदों के बारे में मेरी और रीत दी की राय में पूरी तरह से इत्तफाक था , और बल्कि दी बोलीं , " यार ननद के तो आठ दस यार एक साथ, जब तक गैंग बैंग न हो तो क्या मज़ा"
लग रहा था वो जाने वाली हैं फिर रुक गयीं, बोली उस अनारकली ऑफ़ आजमगढ़ का नंबर तो बता ज़रा,... और वो तो मुझे रटा पड़ा था, पल भर के लिए वो अदृश्य हुईं और लौट के बोलीं
"स्साली मस्त माल है , एकदम कच्ची अमिया कुतरने लायक कचर कचर,...
दी आपने कैसे देख लिया , मैं चकित हो गयी.
वो हंसने लगी, बोलीं, वही तो तू अकेले ननद का मजा लेगी, फिर सीरियस हो के बोलीं ,
" देख अभी तो मैंने डिफेन्स सिखाया था, सिक्योर बात हम दोनों के बीच लेकिन अभी मैंने तेरी ननद के फोन में एक जादू डाल दिया है और वही तेरे फोन में भी जब बैटरी लगा के ऑन करेगी, तो आ जाएगा , एक फूडी ऐप ऐसा, बस अब तू अपनी ननद की बात सुन सकती है उसे देख सकती है, यारों के साथ वो फोन आठ दस मीटर दूर भी रहेगी बैग में भी रखेगी तो भी तुझे सुनाई देगा , बाहर होगा तो दिखाई भी देगा वो क्या कर रही है , लेकिन उससे भी बड़ी बात, उसका जो बहनों वाला ग्रुप है न उसमे भी तू सेंध लगा सकती है , सहेलियों , भौरों, के फोन में भी उस ऐप में ४८ नंबर्स को टैग कर सकती है, तो उस ननद रानी के फोन के बाद उसकी जितनी कजिन्स हैं,
मैं फिर टोका उन्हें १४ तो कुँवारी है इनकी सारी कजिन्स और शादी शुदा में मुझे दिलचस्पी नहीं।
" तो बस उन चौदहों को अभी ,... और ज्यादा टाइम नहीं लगता घुसने में, ... और हरदम देखना भी पन्दरह दिन तक की तो वो रिकार्डिंग रखता है तू उसे किसी हार्ड ड्राइव पर सेव भी कर सकती है , पन्दरहवें दिन पुराने सात दिन की रिकार्डिंग डिलीट हो जाती है। "
मैंने मन ही मन दी का जय कारा बोला, मुझे यही परेशानी खाये जा रही थी,कल तो मैं चली जाउंगी और कम्मो की प्लानिंग कभी फेल नहीं होती, उसने होली के अगले ही दिन तीन तीन जबरदस्त पठान के लौंडो को अपने गाँव से बुलाया है, गुड्डी रानी की गाँड़ फाड़ने के लिए और मैं देख भी नहीं पाउंगी,
दुनिया का सबसे अच्छा संगीत चुदती हुयी ननद की चीख सुनना है , और अब वो मैं सुन सकती थी." तो चल मिलते हैं ब्रेक के बाद हाँ अगली बार बस यही डबल डिलडो, स्ट्रैप आन की जरूरत नहीं पड़ेगी , और उन खिलौनों में से पांच जो मैं बता रही हूँ अपने साथ रखना भले बाकी ननदों के लिए छोड़ दे."
उस डबल डिलडो और सुपर स्ट्रैप ऑन के अलावा दो वाइब्रेटर और एक इन्फ्लेटेबल डिलडो था, सब के सब लाल, या काले रंग के थे. बाकी अभी सात आठ बचे थे , मैंने तय किया था की एक १२ इंच वाला कम्मो को दे जाउंगी गुड्डी रानी की फाड़ने के लिए.
रीत अदृश्य हो गयीं।
और अब मैं उस डबल डिलडो को सहला रही थी लेकिन वो उभरी हुयी डाट नहीं महसूस हो रही थी. स्ट्रैप ऑन भी मैंने उतार दिया, पानी और म्यूजिक बंद किया और सारे मोबाइल्स में बैटरी डाली।
यस्स मैं जोर से उछली।
फूडी वाल ऐप था और मेंने उसे ऑन किया तो ननद रानी फोन पर अपने एक भवरे को चारा डाल रही थीं, आवाज एकदम साफ़ सुनाई दे रही थी और वो दिख भी रही थी छोटी सी फ्राक पहने अपने कमरे में अकेले। लेकिन मेरी प्रायर्टी कुछ और थी , मैं उसके व्हाट्सऐप ग्रुप में घुसी और चुन चुन कर उन चौदह कन्याओ को , इनकी कजिन्स के मोबाइल नंबर इकट्ठा करके उसी ऐप में,...
और अब मेरे ऐप पर वो पद्रह कन्याये थी , उनकी फोटुएं , अगर वो कही बात करतीं या मेसेज करती चैट करती तो एक लाइट सी जल जाती और मैं सब सुन सकती थी।
तब तक बाहर से कुछ आवाज आयी , मेरी सास और जेठानी आ गयी थीं।रात भर की जगी मैं थकी थी, निंदासी, बार बार उबासी आ रही थी, लेकिन मेरी सास और जेठानी तो मुझसे भी ज्यादा थकी लग रही थीं,
बताया तो था इनकी एक चचेरी बुआ हैं , आयी थी मेरी शादी में उनकी लड़की भी, मेरी ही उम्र की होगी, नन्दोई जी ने खूब मस्ती की थी उससे, मज़ाक में वो थी भी नंबरी, ... हाँ तो उसी की शादी तय हो गयी थी , शादी तो खैर जाड़े में होगी, लेकिन कोई रसम थी खास तो मेरी सास और जेठानी उसी में गयी थीं. मुझे कल इनकी ससुराल जाना था इसलिए मैं नहीं गयी थी, मैंने खिलखिलाते हुए सासू जी को छेड़ा,
" क्यों कल रात फूफा जी ने सोने नहीं दिया था क्या, ? "
" ननदों के बारे में मेरी और रीत दी की राय में पूरी तरह से इत्तफाक था , और बल्कि दी बोलीं , " यार ननद के तो आठ दस यार एक साथ, जब तक गैंग बैंग न हो तो क्या मज़ा"
लग रहा था वो जाने वाली हैं फिर रुक गयीं, बोली उस अनारकली ऑफ़ आजमगढ़ का नंबर तो बता ज़रा,... और वो तो मुझे रटा पड़ा था, पल भर के लिए वो अदृश्य हुईं और लौट के बोलीं
"स्साली मस्त माल है , एकदम कच्ची अमिया कुतरने लायक कचर कचर,...
दी आपने कैसे देख लिया , मैं चकित हो गयी.
वो हंसने लगी, बोलीं, वही तो तू अकेले ननद का मजा लेगी, फिर सीरियस हो के बोलीं ,
" देख अभी तो मैंने डिफेन्स सिखाया था, सिक्योर बात हम दोनों के बीच लेकिन अभी मैंने तेरी ननद के फोन में एक जादू डाल दिया है और वही तेरे फोन में भी जब बैटरी लगा के ऑन करेगी, तो आ जाएगा , एक फूडी ऐप ऐसा, बस अब तू अपनी ननद की बात सुन सकती है उसे देख सकती है, यारों के साथ वो फोन आठ दस मीटर दूर भी रहेगी बैग में भी रखेगी तो भी तुझे सुनाई देगा , बाहर होगा तो दिखाई भी देगा वो क्या कर रही है , लेकिन उससे भी बड़ी बात, उसका जो बहनों वाला ग्रुप है न उसमे भी तू सेंध लगा सकती है , सहेलियों , भौरों, के फोन में भी उस ऐप में ४८ नंबर्स को टैग कर सकती है, तो उस ननद रानी के फोन के बाद उसकी जितनी कजिन्स हैं,
मैं फिर टोका उन्हें १४ तो कुँवारी है इनकी सारी कजिन्स और शादी शुदा में मुझे दिलचस्पी नहीं।
" तो बस उन चौदहों को अभी ,... और ज्यादा टाइम नहीं लगता घुसने में, ... और हरदम देखना भी पन्दरह दिन तक की तो वो रिकार्डिंग रखता है तू उसे किसी हार्ड ड्राइव पर सेव भी कर सकती है , पन्दरहवें दिन पुराने सात दिन की रिकार्डिंग डिलीट हो जाती है। "
मैंने मन ही मन दी का जय कारा बोला, मुझे यही परेशानी खाये जा रही थी,कल तो मैं चली जाउंगी और कम्मो की प्लानिंग कभी फेल नहीं होती, उसने होली के अगले ही दिन तीन तीन जबरदस्त पठान के लौंडो को अपने गाँव से बुलाया है, गुड्डी रानी की गाँड़ फाड़ने के लिए और मैं देख भी नहीं पाउंगी,
दुनिया का सबसे अच्छा संगीत चुदती हुयी ननद की चीख सुनना है , और अब वो मैं सुन सकती थी." तो चल मिलते हैं ब्रेक के बाद हाँ अगली बार बस यही डबल डिलडो, स्ट्रैप आन की जरूरत नहीं पड़ेगी , और उन खिलौनों में से पांच जो मैं बता रही हूँ अपने साथ रखना भले बाकी ननदों के लिए छोड़ दे."
उस डबल डिलडो और सुपर स्ट्रैप ऑन के अलावा दो वाइब्रेटर और एक इन्फ्लेटेबल डिलडो था, सब के सब लाल, या काले रंग के थे. बाकी अभी सात आठ बचे थे , मैंने तय किया था की एक १२ इंच वाला कम्मो को दे जाउंगी गुड्डी रानी की फाड़ने के लिए.
रीत अदृश्य हो गयीं।
और अब मैं उस डबल डिलडो को सहला रही थी लेकिन वो उभरी हुयी डाट नहीं महसूस हो रही थी. स्ट्रैप ऑन भी मैंने उतार दिया, पानी और म्यूजिक बंद किया और सारे मोबाइल्स में बैटरी डाली।
यस्स मैं जोर से उछली।
फूडी वाल ऐप था और मेंने उसे ऑन किया तो ननद रानी फोन पर अपने एक भवरे को चारा डाल रही थीं, आवाज एकदम साफ़ सुनाई दे रही थी और वो दिख भी रही थी छोटी सी फ्राक पहने अपने कमरे में अकेले। लेकिन मेरी प्रायर्टी कुछ और थी , मैं उसके व्हाट्सऐप ग्रुप में घुसी और चुन चुन कर उन चौदह कन्याओ को , इनकी कजिन्स के मोबाइल नंबर इकट्ठा करके उसी ऐप में,...
और अब मेरे ऐप पर वो पद्रह कन्याये थी , उनकी फोटुएं , अगर वो कही बात करतीं या मेसेज करती चैट करती तो एक लाइट सी जल जाती और मैं सब सुन सकती थी।
तब तक बाहर से कुछ आवाज आयी , मेरी सास और जेठानी आ गयी थीं।रात भर की जगी मैं थकी थी, निंदासी, बार बार उबासी आ रही थी, लेकिन मेरी सास और जेठानी तो मुझसे भी ज्यादा थकी लग रही थीं,
बताया तो था इनकी एक चचेरी बुआ हैं , आयी थी मेरी शादी में उनकी लड़की भी, मेरी ही उम्र की होगी, नन्दोई जी ने खूब मस्ती की थी उससे, मज़ाक में वो थी भी नंबरी, ... हाँ तो उसी की शादी तय हो गयी थी , शादी तो खैर जाड़े में होगी, लेकिन कोई रसम थी खास तो मेरी सास और जेठानी उसी में गयी थीं. मुझे कल इनकी ससुराल जाना था इसलिए मैं नहीं गयी थी, मैंने खिलखिलाते हुए सासू जी को छेड़ा,
" क्यों कल रात फूफा जी ने सोने नहीं दिया था क्या, ? "