05-12-2021, 07:09 PM
रीत दी प्रकट- सुपर सीक्रेट कम्युनिकेशन डिवाइस
और उस डबल डिलडो को ध्यान से देखती रही, कुछ नहीं दिखा,
फिर जैसे दी ने कहा था आँख बंद कर के मैं उसे ऊँगली से सहला रही थी , एक जगह बहुत हल्का सा उभरा लगा, मुश्किल से एक सूत रहा होगा, वहां तीन बार दाएं दो बार बाएं घुमाया और आँख खोल दी, एक वर्चुअल की बोर्ड जैसा वहां प्रकट हो गया, ... लेकिन उस पर हिंदी में अक्षर उभरे थे बजाय नंबरों के ,
उसे मैं आँखों के पास ले गयी और घडी देखकर पूरे तीस सेकेण्ड उसे घूरती रही, फिर अपनी ननद का नाम ले ले कर तीन बार गलियां दी,
गुड्डी स्साली, तेरी गाँड़ बनारस के लौंडे मारें, गुड्डी भाईचोद तेरी बुर का भोसड़ा बना दें. मेरे भाई, गुड्डी छिनार, तेरे मुंह में सब बनारस वालों का लंड,... "
और उस वर्चुअल की बोर्ड पर पहले तो गुड्डी फिर उस की उमर और क्लास लिखा, ... और वो वर्चुअल की बोर्ड गायब अब वहां एक छोटा सा स्क्रीन आ गया, अंगूठे के निशान जैसा, उसमें दी लग रही थीं, लेकिन आवाज आयी की मैं उस डबल डिल्डो को मेज पर रख दूँ और स्क्रीन को दीवाल की ओर फेस कर के
बस मैंने वही किया, और दीवाल पर एक बड़ी सी स्क्रीन ५१ इंच के टीवी की तरह उभर आयी और रीत दी प्रकट हो गयीं,
' चल कोमलिया अब हम तुम मिल के गप्प मारते हैं " दी की आवाज दीवाल पर से आयी.
अब मैं समझ गयी थी ये एकदम सुपर सीक्रेट कम्युनिकेशन डिवाइस थी, अगर इनको किसी ने सस्पेक्ट भी किया एम्सटर्डम से सेक्स खिलौने तो लोग आते ही हैं , मोबाइल इनका ये खुद बता ही रहे थे कितनी बार चेक हो गया, पर मान गयी मैं रीत को असल बनारस वाली, दूसरे ये बात सिर्फ मेरी और रीत के बीच थी,
उनके पेपर और उसके बाद जो वो रिसर्च करने वाले थे, मैं जानती थी उसका असर , लेकिन रीत ने ये तरीका सही ढूंढा इनके उस पेपर के बारे में बात करने के लिये ,... और आगे इनकी पोस्ट पर भी मैं और रीत , जहाँ कोई 'ऐसी वैसी ' बात करनी हो , जहाँ स्नूपिंग का ख़तरा हो ये तरीका सबसे अच्छा था सेफ था,
रीत दी सचमुच में रीत दी थीं मेरी असली वाली बड़ी बहन, मेरे मन में उमड़ घुमड़ रहे सवालों का जवाब उन्होंने खुद दे दिया और पहला सवाल था मोबाइल फोन्स को लेकर, ... बैटरी निकालना, कपडे के अंदर तीन तह के रखना, शावर और मेटल म्यूजिक,
" देख मोबाइल से सबसे ज्यादा हैकिंग होती है,... " वो बोलीं और मेरी आदत मैं बीच में ज्ञान बघारने कूद पड़ी, ...
"एकदम दी, इसलिए मैं विज्ञापन वाले और खास तौर से जिसमें कोई लिंक विंक हो, मेसेज या व्हाट्सऐप या मेल एकदम नहीं खोलती जिसमें लिखा हो ५,००० रुपये का इनाम, सुना है खोलते ही कोई वायरस निकलता है और पूरा मोबाइल खंगाल कर,.... मैं तो अननोन नंबर उठाती भी नहीं,... "
लेकिन अब दी की बारी थी बीच में बात काटने की और वो मुस्कराते हुए बोली,
" अरे ध्यान से सुन कोमलिया तेरे फोन में रिकार्ड करने का, और कैमरा तो होगा न,... "
" एकदम दी, आपके बहनोई ने लाकर दिया है , तीन कैमरा वाला फोन एकदम रात के अँधेरे में भी, कल उनकी बहिनिया की उसी से तो खींच खींच कर इनकी सास , सलहज, साली सब के पास भेजी हूँ " मैंने गर्व से बताया, पर जवाब में जो उन्होंने बोला तो मेरे तोते उड़ गए।
और उस डबल डिलडो को ध्यान से देखती रही, कुछ नहीं दिखा,
फिर जैसे दी ने कहा था आँख बंद कर के मैं उसे ऊँगली से सहला रही थी , एक जगह बहुत हल्का सा उभरा लगा, मुश्किल से एक सूत रहा होगा, वहां तीन बार दाएं दो बार बाएं घुमाया और आँख खोल दी, एक वर्चुअल की बोर्ड जैसा वहां प्रकट हो गया, ... लेकिन उस पर हिंदी में अक्षर उभरे थे बजाय नंबरों के ,
उसे मैं आँखों के पास ले गयी और घडी देखकर पूरे तीस सेकेण्ड उसे घूरती रही, फिर अपनी ननद का नाम ले ले कर तीन बार गलियां दी,
गुड्डी स्साली, तेरी गाँड़ बनारस के लौंडे मारें, गुड्डी भाईचोद तेरी बुर का भोसड़ा बना दें. मेरे भाई, गुड्डी छिनार, तेरे मुंह में सब बनारस वालों का लंड,... "
और उस वर्चुअल की बोर्ड पर पहले तो गुड्डी फिर उस की उमर और क्लास लिखा, ... और वो वर्चुअल की बोर्ड गायब अब वहां एक छोटा सा स्क्रीन आ गया, अंगूठे के निशान जैसा, उसमें दी लग रही थीं, लेकिन आवाज आयी की मैं उस डबल डिल्डो को मेज पर रख दूँ और स्क्रीन को दीवाल की ओर फेस कर के
बस मैंने वही किया, और दीवाल पर एक बड़ी सी स्क्रीन ५१ इंच के टीवी की तरह उभर आयी और रीत दी प्रकट हो गयीं,
' चल कोमलिया अब हम तुम मिल के गप्प मारते हैं " दी की आवाज दीवाल पर से आयी.
अब मैं समझ गयी थी ये एकदम सुपर सीक्रेट कम्युनिकेशन डिवाइस थी, अगर इनको किसी ने सस्पेक्ट भी किया एम्सटर्डम से सेक्स खिलौने तो लोग आते ही हैं , मोबाइल इनका ये खुद बता ही रहे थे कितनी बार चेक हो गया, पर मान गयी मैं रीत को असल बनारस वाली, दूसरे ये बात सिर्फ मेरी और रीत के बीच थी,
उनके पेपर और उसके बाद जो वो रिसर्च करने वाले थे, मैं जानती थी उसका असर , लेकिन रीत ने ये तरीका सही ढूंढा इनके उस पेपर के बारे में बात करने के लिये ,... और आगे इनकी पोस्ट पर भी मैं और रीत , जहाँ कोई 'ऐसी वैसी ' बात करनी हो , जहाँ स्नूपिंग का ख़तरा हो ये तरीका सबसे अच्छा था सेफ था,
रीत दी सचमुच में रीत दी थीं मेरी असली वाली बड़ी बहन, मेरे मन में उमड़ घुमड़ रहे सवालों का जवाब उन्होंने खुद दे दिया और पहला सवाल था मोबाइल फोन्स को लेकर, ... बैटरी निकालना, कपडे के अंदर तीन तह के रखना, शावर और मेटल म्यूजिक,
" देख मोबाइल से सबसे ज्यादा हैकिंग होती है,... " वो बोलीं और मेरी आदत मैं बीच में ज्ञान बघारने कूद पड़ी, ...
"एकदम दी, इसलिए मैं विज्ञापन वाले और खास तौर से जिसमें कोई लिंक विंक हो, मेसेज या व्हाट्सऐप या मेल एकदम नहीं खोलती जिसमें लिखा हो ५,००० रुपये का इनाम, सुना है खोलते ही कोई वायरस निकलता है और पूरा मोबाइल खंगाल कर,.... मैं तो अननोन नंबर उठाती भी नहीं,... "
लेकिन अब दी की बारी थी बीच में बात काटने की और वो मुस्कराते हुए बोली,
" अरे ध्यान से सुन कोमलिया तेरे फोन में रिकार्ड करने का, और कैमरा तो होगा न,... "
" एकदम दी, आपके बहनोई ने लाकर दिया है , तीन कैमरा वाला फोन एकदम रात के अँधेरे में भी, कल उनकी बहिनिया की उसी से तो खींच खींच कर इनकी सास , सलहज, साली सब के पास भेजी हूँ " मैंने गर्व से बताया, पर जवाब में जो उन्होंने बोला तो मेरे तोते उड़ गए।