Thread Rating:
  • 18 Vote(s) - 2.5 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी
[Image: mom-13.jpg]





घर पहुंचते ही वो बिचारे मम्मी के बड़े बड़े भारी सूटकेस लाद कर  मम्मी के कमरे में ले गए , जिसे उन्होंने बहुत प्यार और मेहनत से तैयार किया था।

 
और हम दोनों बिस्तर पर धम्म से बिस्तर पर बैठ कर पंचायत करने लगे।
 
' ये देख , मम्मी बोलीं , उस बेवकूफ वेटर ने चाय गिरा दी। "


[Image: MIL-W-32103ad781f443bd16ec59621138b02a.jpg]
 
एक नन्हा मुन्ना सा चाय का बहुत हल्का सा दाग सफ़ेद शिफॉन की साडी पे दिख रहा था। 
 
और वो सूटकेस पहुंचा के सामने अगले आदेश के इन्तजार में खड़े थे।
 
" मम्मी दे दीजिये इन्हे धुल देंगे , जितनी देर होगी दाग और पक्का हो जाएगा। "

मैं बोलीं।
 
" लेकिन बहुत ध्यान से हैंडवाश करना होगा , बिना मसले रगड़े ,
और सिर्फ उतनी ही जगह पे। "
 
" कर देंगे मम्मी ये आप बस उतार के इन्हे दे दे दीजिये। "

मैंने  फिर कहा और उनसे बोली ,
 
" सुन रहे हो , उसके बाद सुखा के , आयरन कर के मॉम के वार्डरोंब में टांग देना। "
 
' जी ,जी , ... हाँ एकदम।  " तुरंत वो बोले।
 
 
 [Image: MIL-W-D4qr-YYDUEAA2-Ct9.jpg]
मम्मी भी , वहीँ वो खड़ी हो गईं और एक चक्कर काट के उन्होंने पहले तो पेटीकोट में घुसी साडी को निकाला , उनकी ओर पिछवाड़ा कर के , उनके बड़े भारी नितम्ब और बीच  की दरार का दर्शन कराते , और फिर आगे होके अपने जोबन का दर्शन कराते झुक के


साडी वहीँ उतार के उन्हें पकड़ा दी।
 
अब वो सिर्फ ब्लाउज पेटीकोट में थी।
 
ब्लाउज भी जहाँ से उनके बड़े बड़े उरोज शुरू होते थे वहीँ से शुरू होता था , सफ़ेद ऑलमोस्ट पारभासी ,और खूब लो कट , स्लीवलेस और साइड से भी खूब गहरा कटा हुआ 



, जिससे उनकी गोरी गोरी कांखे भी दिख रही थीं. मांसल पान के पत्ते ऐसा चिकना पेट ,खूब गहरी नाभी , और पेटीकोट का नाड़ा भी उन्होंने एकदम नीचे से बांधा था मुश्किल से कूल्हों के ऊपर , और दीर्घ नितम्बा तो वो थी हीं।

[Image: MIL-W-Indian-wife-removing-blouse-in-saree.jpg]
 
 मम्मी के तने तने पहाड़  एकदम ब्लाउज को जैसे फाड़ रहे थे , सारा उभार कटाव और जब झुक के वो साडी देने लगीं उन्हें तो सारी गहराई , सब का दर्शन उन्होंने करा दिया।
 
बिचारे वो उनकी निगाहैं तो बस उन दोनों गोरी गोरी मांसल पहाड़ियों से चिपक के रह गईं ,
 
"हे क्या देख  रहे हो जाके अपना काम करो ," 

मुश्किल से मैंने मुस्कराहट दबाते हुए उन्हें हड़काया।
 
लेकिन मम्मी भी , उन्होंने एक अंगड़ाई ली दोनों हाथ ऊपर उठा के ,
 
अब उनकी गोरी गोरी कांखे , उसमें काले काले बालों की थोड़ी थोड़ी ग्रोथ ,और स्लीवलेस  साइड से भी अंदर तक कटा था तो अच्छा खास जोबन दर्शन हो गया ,


[Image: armpits-3.jpg]
 
जब वो मुड़े तो बस लुढ़कते बचे।  खूंटा उनका तन गया था। जैसे तैसे साड़ी लेकर वो अंदर गए।
 
 
 
 
 
मम्मी ने मस्करा के मुझे देखा और बोलीं
 
" होता है यार होता है , मुझे देख के बड़ों बड़ों के साथ ,...और फिर तुम्हारे इस बालक ने इतना सामान ढोया था की ,  ... कुछ टिप तो बनती थी "
 
" टिप , ... या टिट दर्शन , मम्मी आप भी न। " खिलखिलाते मैं बोली।
 
 
और हम दोनों स्कूल की सहेलियों की तरह खिलखिलाने लगीं। मेरे और मम्मी के बीच का रिश्ता था भी ऐसा।
Like Reply


Messages In This Thread
ANUSHKA IS ASHWIN'S SWEET WIFE - by ashw - 05-04-2019, 06:02 AM
RE: जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी - by komaalrani - 01-05-2019, 04:18 PM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)