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Incest ऋतू दीदी
#11
मुस्कराहट आ जाती। कुछ महिनो पहले जब मैं नीरू के साथ उसके घर गया था तो वहाँ नीरज जीजाजी से भी मिला। इन दोनों जीजा साली का रिश्ता एकदम मस्ती वाला था। दोनो एक दूसरे से हँसी मजाक करते रहते और एक दूजे की टाँग खीचने का कोई मौका नहीं छोड़ते थे। वो दोनों जब साथ होते तो मनोरन्जन बारबार होता रहता था। ऋतू दीदी से सुना था की नीरू शुरू से ही अपने जीजाजी के मुह लग गयी थी और बिना शरमाये उनसे सब शेयर करती थी और खुल कर बातें करती थी। ऋतू दीदी का स्वभाव नीरू से उलटा था। बहुत ही शान्त और गम्भीर मगर समजाहदार थी। वो हाउसवाइफ थी और आगे पीछे का सारा नॉलेज रखती थी और मौका पड़ने पर मुझे और नीरू को भी समझती रहती थी। नीरु खूबसूरत थी तो ऋतु दीदी भी काम नहीं थी। दीदी का वजन नीरू से थोड़ा ज्यादा था पर दोनों की शकले काफी मिलती थी और खुबसुरती लाजवाब थी।

मै अपनी आदत के हिसाब से ऋतु दीदी से शरमाता था और ज्यादा बात नहीं करता था। ऋतू दीदी ही आगे बढ़कर मुझसे बात करती और मुझे नार्मल करने की कोहिश करती थी। क्यों की नीरू जब बोलना शुरू करती तो मुझे सब भूल ही जाते है। अब बात करते हैं नीरज जीजा की। नीरज जीजा और ऋतू दीदी भी मेरी और नीरू की तरह उलट थे। ऋतू दीदी शांत और समझदार थी तो नीरज बहुत बातूनी और हमेशा मजाक के मूड में रहते थे। शायद यह भी एक कारण था की नीरू की नीरज जीजा से बहुत अच्छी बनती थी। नीरू चाहे कपडे खरीदती तो भी नीरज जीजा के पसंद का कलर या डिज़ाइन लेती। वो नए कपडे पहन कर मुझे दिखाती और पूछती कैसी लग रही हूं। नीरू तो मुझे हर तरह के कपड़ो में खूबसूरत ही लगती थी तो मैं शान्ति से बोल देता की अच्छी लग रही हो। येह सुनकर वो मुझे सुना देती की कैसी फिकी तारीफ़ की है। जीजा जी होते तो उसकी बहुत तारीफ़ करत। मुझे जिजा से तारीफ़ करना सीखना चहिये। सिर्फ कपड़ो की बात नहीं थी, दूसरे मौको पर भी मेरी तुलना हमेशा नीरज जीजा से करती की अगर जीजा जी होते तो यह करते या वो करते। एक समझदार आदमी की तरह मैं उसकी बात हमेशा हँसी में टाल देता और कभी मंद नहीं किया और ना ही मुझे बुरा लगता था क्यों की मैं जानता था की नीरू की आदत उसके जिजा से बहुत मिलती हैं और मैं एकदम उलटा हूं।

आखीर वो दिन भी आया जब नीरू के जीजा और दीदी हमारे घर आने वाले थे। वो लोग दोपहर बाद शाम होते होते आने वाले थे और देर रात को हमें ट्रेन पकड़नी थी। नीरु सुबह से ही उत्सुक थी। इतने दिन के लिए पहली बार घुमने जा रहे थे और उसको बीच पर जाना बहुत पसंद भी था। उस से भी बड़ी ख़ुशी थी की साथ में जीजा जी होंग। वार्ना मेरे साथ कही घुमने जाने पर तो वो बोर हो जाती थी। मेरे लिए भी अच्छा त। जब भी कही घुमने जाते तो वो मुझे घुमा घुमा कर परेशान कर देती। अब वो सारी परेशानिया जीजा जी को झेलनी थी।

नीरु घर में वैसे तो साड़ी नहीं पहनती पर क्यों की जीजा जी आने वाले थे तो उसने ख़ास तौर से जिजा जी की दी हुयी साड़ी पहनी थी उनको खुश करने के लिये। साड़ी पहन वो मेरे पास आयी और ख़ुशी के मारे मुझे थैंक यू थैंक यू बोलते हुए मेरे गले लग उछल रही थी। उसके मम्मो का साइज अच्छा खासा था और उसके उछलने के साथ ही उसके मम्मी मेरे सीने से दब कर मुझे चोट मारते हुए गुदगुदी के साथ मेरा मूड भी बना रहे थे। साड़ी में तो वैसे ही वह दूसरे कपड़ो के मुकाबले कुछ ज्यादा ही सेक्सी लगती हैं और गजब ढाती हैं तो मैंने भी उसको अपने से चिपका लिया और एक क्विक सेक्स की डिमांड रख दि। मागर नीरू ने ना बोल दिया। नीरू ने बोलै की जिजा जी के आने के बाद वो कोई काम नहीं करेगी, इसलिए वो अभी से खाना बना कर रख देगी। मुझे अपने अरमानो का गला घोंटना पड़ा। नीरु किचन में काम पर लग गयी थी और दरवाजा बजते ही मैंने दरवाजा खोला। नीरज जीजाजी ने दरवाजा खुलते ही जोर से "नीरू" की आवाज लगाई पर मुझे देख हलका सा मुस्कुराये और आगे बढ़ गए और नीरू नीरू के नाम की झाडी लगा दि। नीरु किचन से दौड़ती हुयी आयी। उसने एप्रन पहन रखा था और आते ही उछल कर जीजाजी के गले लग उछलने लगी। मुझे दोपहर की घटना याद आ गयी। जब वो ऐसे ही मेरे गले लग उछली थी और मेरा मूड बन गया था। मै सोचने लगा अभी नीरज जीजा की क्या हालत होगी। मुझे थोड़ा ऑक्वर्ड भी लग रहा था पर नीरू की उत्तेजना देख कर मुझे हँसी भी आ रही थी।

मै उन दोनों को देख रहा था की पीछे से ऋतु दीदी की आवाज आयी और मुझसे मेरा हाल चाल पूछा। मैं जब भी अपने ससुराल जाता हूँ तो नीरू मुझे भूल जाती हैं पर ऋतू दीदी मेरा बराबर ध्यान रखती है। मैने ऋतु दीदी को अंदर लिया और उनसे भी हाल चाल पूछा। नीरू और जीजा जी अब तक अलग हो कर नार्मल हो चुके थे। तभी नीरू को अपने किचन का ख़याल आया और "मेरी रोटी जल गयी" बोलते हुए भाग कर फिर किचन में गयी। जीजा जी भी उसके पीछे किचन में चले गए यह कहते हुए की "नीरू ने जीजा जी के लिए क्या पकाया हैं"

मैने दीदी को बैठने के लिए बोला।

ऋतु: "यह नीरू एकदम पगली है। तुमको परेशान तो नहीं करती न?"

प्रशांत: "नहीं दीदि, मुझे अच्छा लगता हैं उसको इस तरह खुश देख कर।"

अंदर किचन से नीरू और जिजा दोनों के चीख़ने की आवाज आ रही थी और मेरा ध्यान बार बार उधर जा रहा था।

ऋतु: "तुम परेशान मत हो, इन दोनों का शुरू से ऐसा ही है। पूरा घर सर पर उठे लेते हैं"
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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Messages In This Thread
ऋतू दीदी - by neerathemall - 08-11-2021, 10:43 AM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 08-11-2021, 10:44 AM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 08-11-2021, 10:45 AM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 12-11-2021, 04:37 PM
RE: ऋतू दीदी - by aamirhydkhan1 - 13-11-2021, 10:24 AM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 10-01-2022, 06:32 PM
RE: ऋतू दीदी - by Blue Bull - 12-11-2021, 04:59 PM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 15-11-2021, 06:51 PM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 03-12-2021, 09:59 AM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 03-12-2021, 10:37 AM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 03-12-2021, 10:40 AM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 03-12-2021, 10:40 AM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 03-12-2021, 10:40 AM
RE: ऋतू दीदी - by gama4u - 03-12-2021, 07:43 PM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 04-12-2021, 04:15 PM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 24-12-2021, 03:41 PM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 24-12-2021, 03:45 PM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 24-12-2021, 03:46 PM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 24-12-2021, 03:46 PM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 24-12-2021, 03:47 PM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 24-12-2021, 03:47 PM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 24-12-2021, 03:47 PM
RE: ऋतू दीदी - by Rohan0064 - 25-12-2021, 01:39 AM
RE: ऋतू दीदी - by savana1983 - 25-12-2021, 02:13 AM
RE: ऋतू दीदी - by Rohan0064 - 25-12-2021, 03:13 AM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 26-12-2021, 10:07 AM
RE: ऋतू दीदी - by gama4u - 26-12-2021, 09:57 PM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 29-12-2021, 01:23 AM
RE: ऋतू दीदी - by savana1983 - 30-12-2021, 01:58 AM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 30-12-2021, 11:29 PM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 31-12-2021, 11:28 AM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 31-12-2021, 11:28 AM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 31-12-2021, 10:28 PM
RE: ऋतू दीदी - by savana1983 - 01-01-2022, 09:11 PM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 01-01-2022, 10:22 PM
RE: ऋतू दीदी - by gama4u - 01-01-2022, 10:53 PM
RE: ऋतू दीदी - by savana1983 - 02-01-2022, 04:24 PM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 03-01-2022, 08:50 AM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 03-01-2022, 08:51 AM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 03-01-2022, 04:26 PM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 03-01-2022, 04:28 PM
RE: ऋतू दीदी - by savana1983 - 05-01-2022, 11:22 PM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 06-01-2022, 07:05 PM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 10-01-2022, 09:48 AM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 10-01-2022, 06:31 PM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 26-08-2022, 06:58 PM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 25-01-2023, 09:28 PM
RE: ऋतू दीदी - by gama4u - 11-01-2022, 07:51 PM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 13-01-2022, 05:36 PM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 14-01-2022, 03:19 PM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 14-01-2022, 03:20 PM
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RE: ऋतू दीदी - by gama4u - 18-01-2022, 07:56 AM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 18-01-2022, 11:11 AM
RE: ऋतू दीदी - by Vnice - 25-01-2022, 09:17 AM
RE: ऋतू दीदी - by sanskari_shikha - 25-01-2022, 04:24 PM
RE: ऋतू दीदी - by neerathemall - 29-01-2022, 03:15 AM



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