23-11-2021, 12:34 PM
ये कहानी कुछ दिन पहले की है. में अपनी आंटी के यहाँ शादी में गया था और अब में शादी में जो कुछ भी हुआ, वो आप लोगों से शेयर करता हूँ और मुझे आशा है कि मेरी पिछली कहानियों की तरह यह कहानी भी आप लोगों को बहुत पसंद आएगी. दोस्तों जैसे कि मैंने अभी बताया कि में माँ के साथ अपनी आंटी के यहाँ शादी में हम 8 तारीख को पहुँच गये थे. आंटी ने शादी एक होटल में रखी थी और वहाँ सभी रिश्तेदार आए हुए थे||
शादी के मौके पर मुझे मेरी आंटी ने गिफ्ट में गोल्ड की चैन दी. अब वहाँ मेरी भाभी यानि कि मेरी आंटी की बहू जो मुझसे हमेशा मज़ाक करती थी और हम जब भी मिलते थे, तो फ्लर्ट भी करते थे. भाभी आंटी से चैन लेकर बोली कि लाइए मुझे दीजिए, में रवि को चैन पहनाती हूँ और आंटी के हाथ से लेकर मेरे गले में चैन पहना दी और हंसकर बोली कि मुझे चैन कब पहनाओगे? तो मैंने कहा कि इसी समय, देर किस बात की और मैंने तुरंत ही अपने गले की चैन उतारकर भाभी के गले में डाल दी और हंसकर उनके कान में बोला कि अब तुम मेरी हो गयी हो, आज इस शुभ मुहर्त में हम दोनों ने माला बदल ली है और पहना भी दी है||
वो बोली कि में तो आपकी पहले से ही थी, लेकिन वो शर्माकर चैन उतारने लगी. मैंने कहा कि नहीं यह अब आप ही रखो, अब में इसे नहीं लूँगा, अब तो में तुमसे दूसरा गिफ्ट लूँगा, जो तुम अब मना नहीं कर सकती हो. वो पूछने लगी कि क्या? तो मैंने कहा कि बाद में बताऊंगा||
हम तैयार होने अपने-अपने रूम में चले गये. मेरा और भाभी का रूम आमने सामने था और जब हम लोग पार्टी हॉल में जा रहे थे, तो हम लिफ्ट में अकेले ही थे तो मैंने मौका देख सामने शीशे में देखकर कहा कि आज तो सिर्फ़ तुम्ही दिख रही हो और यह बोलकर मैंने भाभी के गाल दबा दिए. अब वो कुछ नहीं बोली और हम लोग शादी के प्रोग्राम में शामिल हो गये||
उस रात मैंने भाभी से खूब मज़ाक किया और भाभी ने भी मुझसे खूब मजाक की. अगले दिन जब सब मेहमान चले गये थे और कुछ रह गये थे. अब में, माँ, आंटी और कुछ रिश्तेदार बैठकर बातें कर रहे थे कि तभी मेरे भैया आए और बोले कि रवि जरा अपनी भाभी को घर ले जाओ, उसे कुछ काम है. मैंने भाभी को अपने साथ लिया और घर आ गये. उस समय घर में हम दोनों के अलावा और कोई नहीं था||
मैंने भाभी को चाय के लिए रिक्वेस्ट की, तो वो चाय बनाने चली गयी. तभी में भैया, भाभी के रूम में आया और भैया के कंप्यूटर पर इंटरनेट ऑन किया और अपनी मैल चैक करने लगा और साथ-साथ उसमें पॉर्न साईट सर्च कर रहा था. तभी भाभी आकर चुपचाप पीछे से खड़ी होकर देखने लगी. अब में भी हॉट सेक्सी सीन का मजा ले रहा था कि अचानक से मैंने देखा कि तो वो पीछे थी, तो में जैसे ही हड़बड़ी में पीछे घूमा तो वो चाय लेकर खड़ी थी, जो पूरी ट्रे उस पर पलट गयी थी||
मैंने उनसे जल्दी से बाथरूम में जाकर पानी से धोने के लिए कहा, क्योंकि चाय गर्म थी. वो जल्दी से बाथरूम में गयी और शॉवर ही खोल दिया, ताकि जल्दी से ठंडे पानी से आराम मिले. अब बाथरूम का दरवाज़ा खुला ही था तो मैंने कहा कि पानी तेज चला लो और तुम्हें कहीं जलन तो नहीं हो रही है, जल्दी से अपने कपड़े बदल डालो और यह कहते हुए में बाथरूम के पास चला गया, तो मैंने देखा कि वो भीगे कपड़ो में बेहद खूबसूरत लग रही थी और उसकी ब्रा ब्लाउज में से साफ नज़र आ रही थी||
उसकी ब्रा में से उसके मुम्मे बाहर आने को हो रहे थे और उसके मुम्मे का साईज़ 38 था और उसकी साड़ी का पल्लू पूरा नीचे था. वो बोली कि मेरी अलमारी में से टावल ला दीजिए. में टावल निकालने चला गया. अब भाभी ने अपनी साड़ी उतार दी थी और ब्लाउज भी खोल दिया था. अब वो अपनी ब्रा खोलने की कोशिश कर रही थी, लेकिन वो खुल नहीं रही थी||
मैंने उनको टावल पकड़ाया तो वो उसे अपने हाथ में लेकर हेंगर पर लटकाने के बाद अपनी ब्रा को खोलने की कोशिश करने लगी. मैंने बाहर से कहा कि में हेल्प करूँ, तो वो बोली कि हाँ-हाँ जल्दी खोलिए ना चाय गर्म थी ना और वो दरवाजे की तरफ अपनी पीठ करके खड़ी हो गयी. मैंने उसकी ब्रा का हुक खोल दिया और उसकी कमर पर अपना हाथ फैरते हुए कहा कि कहीं जलन तो नहीं हो रही ना? अब ठंडे पानी को अपने बदन पर डालो और मैंने शॉवर चला दिया. अब उनके मुम्मे शॉवर के नीचे बहुत ही सेक्सी लग रहे थे, उनके मुम्मे उठते हुए थे||
अब उनको देखकर मुझे पूरी मस्ती आ रही थी और अब में भी भीग गया था. वो बोली कि आप भी भीग गये हो, जल्दी से अपने कपड़े उतार लीजिए. मैंने झट से अपने सारे कपड़े उतारकर टावल लपेट लिया. अब मेरा लंड पूरा टाईट होकर खड़ा हो गया था, जो टावल में से साफ-साफ दिख रहा था||
मैंने धीरे से उनकी गर्दन पर से उनके बाल हटाए और उनसे कहा कि जरा सामने घूमो कहीं यहाँ जलन तो नहीं हो रही है और पानी ठीक से पैर पर भी और जाँघ पर भी डालो, वहाँ भी चाय गिरी है और मैंने उनके पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया. भाभी ने जल्दी से अपना पेटीकोट उतार दिया और पानी से नहाई. मैंने कहा कि कही जलन हो रही हो तो क्रीम लगा लो||
वो बोली कि नहीं अब ठीक लग रहा है. मैंने कहा कि अब जलन मेरे बदन पर शुरू हो गयी है, अब वो बड़ी मदमस्त लग रही थी और अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था, अब में क्या करूँ? मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था. अब में भाभी की कमर पर अपना हाथ फैरने लगा था और बोला कि मेरी जान तुम तो इतनी सेक्सी हो, मैंने कभी सोचा भी नहीं था. अब भाभी का बदन पीछे से बहुत सेक्सी लग रहा था और उनके फिगर का साईज़ 38DD-30-40 था||
आज तो मुझे गिफ्ट चाहिए, यह बोलकर मैंने झट से पहले उनके हाथ को चूमा और उनके होठों को चूम लिया||
वो बोली कि क्या कर रहे हो?
तो मैंने कहा कि मस्ती और क्या?
और थोड़ा सा आगे आकर उनके हाथ को दबाया और उनके पास सटकर खड़ा हो गया और उनके बालों को हटाते हुए अपने एक हाथ को उनकी कमर पर और दूसरे हाथ को उनके मुम्मे के ऊपर रखते हुए उनको अपनी तरफ खींच लिया और उनसे बोला कि जब से मैंने आपके भीगे हुए बदन को देखा है, मेरे मन में आग सी लगी है, में बैचेन हो गया हूँ और आज में अपनी हर कामना को पूरा करना चाहता हूँ. अब में उनके मुम्मे को दबाने लगा था||
वो पहले तो कुछ देर तक विरोध करती रही, लेकिन थोड़ी देर के बाद मैंने देखा कि वो उम्म्म्ममममम, आअहह की आवाज़े निकालने लगी और वो सस्स्स्स्सस्स, आहह, उम्म की मस्ती भरी और एक अजीब सी आवाज निकालने लगी, हालांकि वो उस वक्त भी ये दिखाने की पूरी कोशिश कर रही थी कि वो वैसा नहीं चाहती है, लेकिन उन्हें मज़ा आने लगा था||
अब में उसके मुम्मे को जोर-जोर से दबाने लगा था और अपनी जीभ से चाटने लगा था और उनसे बोला इससे सारी जलन मिट जाएगी और चारों तरफ अपनी जीभ फैरने लगा, आहह क्या लग रही थी? अब में उनके निप्पल को चूस रहा था. मैंने उनके मुम्मे को अपने हाथों में भर लिया और उनको दबाने लगा. मैंने उनके मुँह में अपना मुँह डाला और उन्हें पागलों की तरह किस करने लगा. अब वो भी जोश में आ गयी थी आहह, उम्म्म्म. अब में उनके मुम्मे को अपने मुँह में भरने की कोशिश कर रहा था, लेकिन वो इतने बड़े थे कि यह नामुमकिन था. अब वो उधर सिसकारियाँ भर रही थी सस्स्स्स्सस आहह क्या कर रहे है आप? आहह, ओमम्म्ममम, आहह, ओमम्म्मम. अब में भी जोश में आ गया था और मेरा टावल भी खोल दिया था. अब मेरा लंड पूरी मस्ती से खड़ा था||
अब वो यह देखकर बोली कि रवि यह तो बहुत ही बड़ा है, में इसे नहीं झेल सकती, कितना लंबा और मोटा है? तुम्हारे भैया का 5 इंच से ज़्यादा नहीं होगा, लेकिन तुम्हारा तो ऊफफफफफफ्फ़, बताओ तो सही क्या साईज है? तो में बोला कि ज़्यादा नहीं यही कोई 8 इंच लंबा और 4 इंच मोटा है और अब तुम डरो नहीं मेरा वादा है कि जब यह तुम्हारी चूत में एक बार में पूरा जाएगा, तो तब तुम खुद ही बोलोगी कि प्लीज रवि पूरा डालकर चोदो मुझे, विश्वास करो जरा इसको अपने प्यारे हाथ में लेकर तो प्यार करो||
भाभी डरते हुए मेरे लंड को अपनी हथेली से सहलाने लगी, तो कुछ देर के बाद भाभी को अच्छा लगने लगा, तो उन्होंने किस करते हुए मेरे लंड को ज़ोर से दबाया. मैंने टावल से उनके गीले बदन को पोंछते हुए कहा कि चलिए हम आज सुहाग दिन ही मनाएँगे. मैंने उनको अपनी बाँहों में उठा लिया और ले जाकर बेड पर लेटा दिया और उन्हें किस किया. वो बोली कि किस में ही टाईम खराब करोगे या कुछ आगे भी करोगे. में उनकी एक-एक निप्पल को चूसने लगा||
अब वो ज़ोर-ज़ोर से चिल्ला रही थी कि और ज़ोर से चूसो, आआआअहह, ऊऊहह और झटपटा रही थी. अब में अपने दोनों हाथों से उनके मुम्मे को दबा रहा था और अपने मुँह से एक-एक करके चूस रहा था. में अपने एक हाथ को उनकी चूत के बालों पर फैरने लगा, तो वो अपने पैरों को उछाल-उछालकर चिल्ला रही थी कि रवि और ज़ोर से करो और ज़ोर से दबाओ और ज़ोर से चूसो||
शादी के मौके पर मुझे मेरी आंटी ने गिफ्ट में गोल्ड की चैन दी. अब वहाँ मेरी भाभी यानि कि मेरी आंटी की बहू जो मुझसे हमेशा मज़ाक करती थी और हम जब भी मिलते थे, तो फ्लर्ट भी करते थे. भाभी आंटी से चैन लेकर बोली कि लाइए मुझे दीजिए, में रवि को चैन पहनाती हूँ और आंटी के हाथ से लेकर मेरे गले में चैन पहना दी और हंसकर बोली कि मुझे चैन कब पहनाओगे? तो मैंने कहा कि इसी समय, देर किस बात की और मैंने तुरंत ही अपने गले की चैन उतारकर भाभी के गले में डाल दी और हंसकर उनके कान में बोला कि अब तुम मेरी हो गयी हो, आज इस शुभ मुहर्त में हम दोनों ने माला बदल ली है और पहना भी दी है||
वो बोली कि में तो आपकी पहले से ही थी, लेकिन वो शर्माकर चैन उतारने लगी. मैंने कहा कि नहीं यह अब आप ही रखो, अब में इसे नहीं लूँगा, अब तो में तुमसे दूसरा गिफ्ट लूँगा, जो तुम अब मना नहीं कर सकती हो. वो पूछने लगी कि क्या? तो मैंने कहा कि बाद में बताऊंगा||
हम तैयार होने अपने-अपने रूम में चले गये. मेरा और भाभी का रूम आमने सामने था और जब हम लोग पार्टी हॉल में जा रहे थे, तो हम लिफ्ट में अकेले ही थे तो मैंने मौका देख सामने शीशे में देखकर कहा कि आज तो सिर्फ़ तुम्ही दिख रही हो और यह बोलकर मैंने भाभी के गाल दबा दिए. अब वो कुछ नहीं बोली और हम लोग शादी के प्रोग्राम में शामिल हो गये||
उस रात मैंने भाभी से खूब मज़ाक किया और भाभी ने भी मुझसे खूब मजाक की. अगले दिन जब सब मेहमान चले गये थे और कुछ रह गये थे. अब में, माँ, आंटी और कुछ रिश्तेदार बैठकर बातें कर रहे थे कि तभी मेरे भैया आए और बोले कि रवि जरा अपनी भाभी को घर ले जाओ, उसे कुछ काम है. मैंने भाभी को अपने साथ लिया और घर आ गये. उस समय घर में हम दोनों के अलावा और कोई नहीं था||
मैंने भाभी को चाय के लिए रिक्वेस्ट की, तो वो चाय बनाने चली गयी. तभी में भैया, भाभी के रूम में आया और भैया के कंप्यूटर पर इंटरनेट ऑन किया और अपनी मैल चैक करने लगा और साथ-साथ उसमें पॉर्न साईट सर्च कर रहा था. तभी भाभी आकर चुपचाप पीछे से खड़ी होकर देखने लगी. अब में भी हॉट सेक्सी सीन का मजा ले रहा था कि अचानक से मैंने देखा कि तो वो पीछे थी, तो में जैसे ही हड़बड़ी में पीछे घूमा तो वो चाय लेकर खड़ी थी, जो पूरी ट्रे उस पर पलट गयी थी||
मैंने उनसे जल्दी से बाथरूम में जाकर पानी से धोने के लिए कहा, क्योंकि चाय गर्म थी. वो जल्दी से बाथरूम में गयी और शॉवर ही खोल दिया, ताकि जल्दी से ठंडे पानी से आराम मिले. अब बाथरूम का दरवाज़ा खुला ही था तो मैंने कहा कि पानी तेज चला लो और तुम्हें कहीं जलन तो नहीं हो रही है, जल्दी से अपने कपड़े बदल डालो और यह कहते हुए में बाथरूम के पास चला गया, तो मैंने देखा कि वो भीगे कपड़ो में बेहद खूबसूरत लग रही थी और उसकी ब्रा ब्लाउज में से साफ नज़र आ रही थी||
उसकी ब्रा में से उसके मुम्मे बाहर आने को हो रहे थे और उसके मुम्मे का साईज़ 38 था और उसकी साड़ी का पल्लू पूरा नीचे था. वो बोली कि मेरी अलमारी में से टावल ला दीजिए. में टावल निकालने चला गया. अब भाभी ने अपनी साड़ी उतार दी थी और ब्लाउज भी खोल दिया था. अब वो अपनी ब्रा खोलने की कोशिश कर रही थी, लेकिन वो खुल नहीं रही थी||
मैंने उनको टावल पकड़ाया तो वो उसे अपने हाथ में लेकर हेंगर पर लटकाने के बाद अपनी ब्रा को खोलने की कोशिश करने लगी. मैंने बाहर से कहा कि में हेल्प करूँ, तो वो बोली कि हाँ-हाँ जल्दी खोलिए ना चाय गर्म थी ना और वो दरवाजे की तरफ अपनी पीठ करके खड़ी हो गयी. मैंने उसकी ब्रा का हुक खोल दिया और उसकी कमर पर अपना हाथ फैरते हुए कहा कि कहीं जलन तो नहीं हो रही ना? अब ठंडे पानी को अपने बदन पर डालो और मैंने शॉवर चला दिया. अब उनके मुम्मे शॉवर के नीचे बहुत ही सेक्सी लग रहे थे, उनके मुम्मे उठते हुए थे||
अब उनको देखकर मुझे पूरी मस्ती आ रही थी और अब में भी भीग गया था. वो बोली कि आप भी भीग गये हो, जल्दी से अपने कपड़े उतार लीजिए. मैंने झट से अपने सारे कपड़े उतारकर टावल लपेट लिया. अब मेरा लंड पूरा टाईट होकर खड़ा हो गया था, जो टावल में से साफ-साफ दिख रहा था||
मैंने धीरे से उनकी गर्दन पर से उनके बाल हटाए और उनसे कहा कि जरा सामने घूमो कहीं यहाँ जलन तो नहीं हो रही है और पानी ठीक से पैर पर भी और जाँघ पर भी डालो, वहाँ भी चाय गिरी है और मैंने उनके पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया. भाभी ने जल्दी से अपना पेटीकोट उतार दिया और पानी से नहाई. मैंने कहा कि कही जलन हो रही हो तो क्रीम लगा लो||
वो बोली कि नहीं अब ठीक लग रहा है. मैंने कहा कि अब जलन मेरे बदन पर शुरू हो गयी है, अब वो बड़ी मदमस्त लग रही थी और अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था, अब में क्या करूँ? मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था. अब में भाभी की कमर पर अपना हाथ फैरने लगा था और बोला कि मेरी जान तुम तो इतनी सेक्सी हो, मैंने कभी सोचा भी नहीं था. अब भाभी का बदन पीछे से बहुत सेक्सी लग रहा था और उनके फिगर का साईज़ 38DD-30-40 था||
आज तो मुझे गिफ्ट चाहिए, यह बोलकर मैंने झट से पहले उनके हाथ को चूमा और उनके होठों को चूम लिया||
वो बोली कि क्या कर रहे हो?
तो मैंने कहा कि मस्ती और क्या?
और थोड़ा सा आगे आकर उनके हाथ को दबाया और उनके पास सटकर खड़ा हो गया और उनके बालों को हटाते हुए अपने एक हाथ को उनकी कमर पर और दूसरे हाथ को उनके मुम्मे के ऊपर रखते हुए उनको अपनी तरफ खींच लिया और उनसे बोला कि जब से मैंने आपके भीगे हुए बदन को देखा है, मेरे मन में आग सी लगी है, में बैचेन हो गया हूँ और आज में अपनी हर कामना को पूरा करना चाहता हूँ. अब में उनके मुम्मे को दबाने लगा था||
वो पहले तो कुछ देर तक विरोध करती रही, लेकिन थोड़ी देर के बाद मैंने देखा कि वो उम्म्म्ममममम, आअहह की आवाज़े निकालने लगी और वो सस्स्स्स्सस्स, आहह, उम्म की मस्ती भरी और एक अजीब सी आवाज निकालने लगी, हालांकि वो उस वक्त भी ये दिखाने की पूरी कोशिश कर रही थी कि वो वैसा नहीं चाहती है, लेकिन उन्हें मज़ा आने लगा था||
अब में उसके मुम्मे को जोर-जोर से दबाने लगा था और अपनी जीभ से चाटने लगा था और उनसे बोला इससे सारी जलन मिट जाएगी और चारों तरफ अपनी जीभ फैरने लगा, आहह क्या लग रही थी? अब में उनके निप्पल को चूस रहा था. मैंने उनके मुम्मे को अपने हाथों में भर लिया और उनको दबाने लगा. मैंने उनके मुँह में अपना मुँह डाला और उन्हें पागलों की तरह किस करने लगा. अब वो भी जोश में आ गयी थी आहह, उम्म्म्म. अब में उनके मुम्मे को अपने मुँह में भरने की कोशिश कर रहा था, लेकिन वो इतने बड़े थे कि यह नामुमकिन था. अब वो उधर सिसकारियाँ भर रही थी सस्स्स्स्सस आहह क्या कर रहे है आप? आहह, ओमम्म्ममम, आहह, ओमम्म्मम. अब में भी जोश में आ गया था और मेरा टावल भी खोल दिया था. अब मेरा लंड पूरी मस्ती से खड़ा था||
अब वो यह देखकर बोली कि रवि यह तो बहुत ही बड़ा है, में इसे नहीं झेल सकती, कितना लंबा और मोटा है? तुम्हारे भैया का 5 इंच से ज़्यादा नहीं होगा, लेकिन तुम्हारा तो ऊफफफफफफ्फ़, बताओ तो सही क्या साईज है? तो में बोला कि ज़्यादा नहीं यही कोई 8 इंच लंबा और 4 इंच मोटा है और अब तुम डरो नहीं मेरा वादा है कि जब यह तुम्हारी चूत में एक बार में पूरा जाएगा, तो तब तुम खुद ही बोलोगी कि प्लीज रवि पूरा डालकर चोदो मुझे, विश्वास करो जरा इसको अपने प्यारे हाथ में लेकर तो प्यार करो||
भाभी डरते हुए मेरे लंड को अपनी हथेली से सहलाने लगी, तो कुछ देर के बाद भाभी को अच्छा लगने लगा, तो उन्होंने किस करते हुए मेरे लंड को ज़ोर से दबाया. मैंने टावल से उनके गीले बदन को पोंछते हुए कहा कि चलिए हम आज सुहाग दिन ही मनाएँगे. मैंने उनको अपनी बाँहों में उठा लिया और ले जाकर बेड पर लेटा दिया और उन्हें किस किया. वो बोली कि किस में ही टाईम खराब करोगे या कुछ आगे भी करोगे. में उनकी एक-एक निप्पल को चूसने लगा||
अब वो ज़ोर-ज़ोर से चिल्ला रही थी कि और ज़ोर से चूसो, आआआअहह, ऊऊहह और झटपटा रही थी. अब में अपने दोनों हाथों से उनके मुम्मे को दबा रहा था और अपने मुँह से एक-एक करके चूस रहा था. में अपने एक हाथ को उनकी चूत के बालों पर फैरने लगा, तो वो अपने पैरों को उछाल-उछालकर चिल्ला रही थी कि रवि और ज़ोर से करो और ज़ोर से दबाओ और ज़ोर से चूसो||
// सुनील पंडित //
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!