23-11-2021, 11:47 AM
मैंने कहा- नहीं ! मुझे नहीं चुदवाना …
उसने मुझे बेड पे पटक दिया और मेरे ऊपर लेट गया मेरे दोनों हाथों को अपने दोनों हाथों से कस के पकड़ लिया ताकि मैं हिल ना सकूँ और फ़िर मुझे किस करने लगा … .
वो मेरी जीभ को चूसता जा रहा था …
फ़िर थोड़ी देर बाद कहा- साली क्यूँ नहीं चुदवाएगी अब मुझसे … .
मैंने नाटक करते हुए कहा- आज कल आप मेरे वेतन बढ़ाने पे ध्यान नहीं दे रहे हैं … .
वो समझ गया .. उसने फ़िर बताना शुरू किया कि आज कल बहुत कुछ बदल गया है ऊपर के प्रबंधन में … मैं भेजता हूँ तो फ़िर मेरे बॉस फैसला करते हैं कि कितनी वृद्धि देनी है … ..
फ़िर मैंने कहा- तो फ़िर मैं तुम्हें क्यूँ दूँ अपनी चूत ! तुम्हारे बॉस को ना दूँ … .?
फ़िर उसने कहा- ठीक है उसे भी देना, मगर मैंने कितना कुछ किया तुम्हारे लिए ..
मैंने कहा- जब किया तब मुझे जम कर पेला भी तुमने … मुझे याद है तू हर दूसरे दिन मुझे चोदता था … . कभी कभी तो मेरे मासिक के बावजूद … .. अभी मुझे क्या मिलेगा तुमसे चुदवा कर …
फ़िर इस पे उसने कहा- रेनू माय डार्लिंग ! तुम्हें जितने की वृद्धि चाहिए उतनी तुम मेरे वेतन से ले लेना बाबा ! … आगे मुझे कभी ऐसा मत कहना … अगर मुझे तुम्हारी चूत नहीं मिली तो मैं पागल हो जाऊंगा … !
फ़िर मैंने सोचा- चलो अब तो मैं बहुत कुछ ले सकती हूँ इससे ..
फ़िर उसके बालों को पकड़ कर मैंने अपने मुंह की तरफ़ खींचा और चूसने लगी उसके होठों को ..
वो समझ गया कि मैं मान गई हूँ … . उसने तुंरत खड़ा होकर मेरा तौलिया खींच दिया।
मैं पूरी नंगी लेटी थी बेड पर …
फ़िर रवि जल्दी जल्दी से अपने कपड़े उतार कर पूरा नंगा खड़ा हो गया मेरे सामने … .. फ़िर अपने लंड की तरफ़ इशारा किया।
मैंने भी बेड से उठ कर उसका लंड अपने हाथों में लिया और हिलाने लगी। फ़िर मैं झुक कर रवि के लंड को अपने होठों पे रगड़ने लगी, फ़िर उसके सुपाड़े को अपने जीभ से चाटने लगी।
वो सीत्कार कर रहा था और मेरे बालों को सहला रहा था . … ..
मेरा एक हाथ उसके लण्ड पे था दूसरे से मैं उसकी गांड को सहला रही थी … वो पूरी तरह मस्त हो चुका था …
फ़िर मैंने उसका चूसना शुरू किया … … .म्म्म्म्म्म्म म्च उम्म्म्मा मैं चूसती चली गई … . मैं उसका लंड हिला हिला कर चूस रही थी …
इतने में मैंने देखा .. मेरा भाई मेरे बेडरूम के दरवाजे पे नंगा खड़ा है और मुझे देख रहा है … .. मेरे बॉस दरवाजे की तरफ़ पीठ करके खड़े थे, इसलिए उन्हें कुछ दिख नहीं रहा था।
मैंने रवि को इशारा किया नहीं आने का, मगर वो नहीं माना और अंदर आ गया। मैं रुक गई, फ़िर मेरा बॉस उसे नंगा देख कर दंग रह गया …
मैंने फ़िर बॉस को कहा कोई बात नहीं .. और वापस उसका लंड हाथ में पकड़ कर हिलाते हुए चूसने लगी। मैं जमीन पे घुटनों के बल झुकी थी और बॉस का लंड चूस रही थी …
इतने में रवि ने मेरी चूत मसलनी शुरू की … .
उसने मुझे बेड पे पटक दिया और मेरे ऊपर लेट गया मेरे दोनों हाथों को अपने दोनों हाथों से कस के पकड़ लिया ताकि मैं हिल ना सकूँ और फ़िर मुझे किस करने लगा … .
वो मेरी जीभ को चूसता जा रहा था …
फ़िर थोड़ी देर बाद कहा- साली क्यूँ नहीं चुदवाएगी अब मुझसे … .
मैंने नाटक करते हुए कहा- आज कल आप मेरे वेतन बढ़ाने पे ध्यान नहीं दे रहे हैं … .
वो समझ गया .. उसने फ़िर बताना शुरू किया कि आज कल बहुत कुछ बदल गया है ऊपर के प्रबंधन में … मैं भेजता हूँ तो फ़िर मेरे बॉस फैसला करते हैं कि कितनी वृद्धि देनी है … ..
फ़िर मैंने कहा- तो फ़िर मैं तुम्हें क्यूँ दूँ अपनी चूत ! तुम्हारे बॉस को ना दूँ … .?
फ़िर उसने कहा- ठीक है उसे भी देना, मगर मैंने कितना कुछ किया तुम्हारे लिए ..
मैंने कहा- जब किया तब मुझे जम कर पेला भी तुमने … मुझे याद है तू हर दूसरे दिन मुझे चोदता था … . कभी कभी तो मेरे मासिक के बावजूद … .. अभी मुझे क्या मिलेगा तुमसे चुदवा कर …
फ़िर इस पे उसने कहा- रेनू माय डार्लिंग ! तुम्हें जितने की वृद्धि चाहिए उतनी तुम मेरे वेतन से ले लेना बाबा ! … आगे मुझे कभी ऐसा मत कहना … अगर मुझे तुम्हारी चूत नहीं मिली तो मैं पागल हो जाऊंगा … !
फ़िर मैंने सोचा- चलो अब तो मैं बहुत कुछ ले सकती हूँ इससे ..
फ़िर उसके बालों को पकड़ कर मैंने अपने मुंह की तरफ़ खींचा और चूसने लगी उसके होठों को ..
वो समझ गया कि मैं मान गई हूँ … . उसने तुंरत खड़ा होकर मेरा तौलिया खींच दिया।
मैं पूरी नंगी लेटी थी बेड पर …
फ़िर रवि जल्दी जल्दी से अपने कपड़े उतार कर पूरा नंगा खड़ा हो गया मेरे सामने … .. फ़िर अपने लंड की तरफ़ इशारा किया।
मैंने भी बेड से उठ कर उसका लंड अपने हाथों में लिया और हिलाने लगी। फ़िर मैं झुक कर रवि के लंड को अपने होठों पे रगड़ने लगी, फ़िर उसके सुपाड़े को अपने जीभ से चाटने लगी।
वो सीत्कार कर रहा था और मेरे बालों को सहला रहा था . … ..
मेरा एक हाथ उसके लण्ड पे था दूसरे से मैं उसकी गांड को सहला रही थी … वो पूरी तरह मस्त हो चुका था …
फ़िर मैंने उसका चूसना शुरू किया … … .म्म्म्म्म्म्म म्च उम्म्म्मा मैं चूसती चली गई … . मैं उसका लंड हिला हिला कर चूस रही थी …
इतने में मैंने देखा .. मेरा भाई मेरे बेडरूम के दरवाजे पे नंगा खड़ा है और मुझे देख रहा है … .. मेरे बॉस दरवाजे की तरफ़ पीठ करके खड़े थे, इसलिए उन्हें कुछ दिख नहीं रहा था।
मैंने रवि को इशारा किया नहीं आने का, मगर वो नहीं माना और अंदर आ गया। मैं रुक गई, फ़िर मेरा बॉस उसे नंगा देख कर दंग रह गया …
मैंने फ़िर बॉस को कहा कोई बात नहीं .. और वापस उसका लंड हाथ में पकड़ कर हिलाते हुए चूसने लगी। मैं जमीन पे घुटनों के बल झुकी थी और बॉस का लंड चूस रही थी …
इतने में रवि ने मेरी चूत मसलनी शुरू की … .
// सुनील पंडित //
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!