Thread Rating:
  • 7 Vote(s) - 2.71 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery अहसान... complete
अपडेट-53

शाम हो चुकी थी पूरी हवेली किसी नयी-नवेली दुल्हन की तरह रोशनी से जग-मगा रही थी ख़ान के भी आने का वक़्त हो गया था... अभी मैं अपनी सोचो मे गुम था कि पिछे से अचानक मुझे नाज़ी ने पकड़ लिया ऑर मेरी पीठ पर अपना सिर रख लिया ओर वैसे ही मुझसे चिपक कर खड़ी हो गई...

नाज़ी: मैने सब सुन लिया है... जो कुछ तुम अपने दोस्त को कह रहे थे

मैं: (पलट ते हुए) क्या सुन लिया है...

नाज़ी: मैं तुमको एक बात बहुत अच्छे से बता देती हूँ मेरा इस दुनिया मे तुम्हारे ऑर नीर के सिवाए कोई नही है अगर तुमने मुझे अकेले कही भेजने का सोचा भी तो मैं खुद अपनी जान ले लूँगी...

मैं: बकवास मत करो... मैने जो भी किया वो सिर्फ़ तुम्हारी हीना की ऑर नीर की सेफ्टी के लिए किया तुम जानती हो बाहर ख़ान के कितने लोग आ गये होंगे... बाहर कुछ भी हो सकता है यार...

नाज़ी: मुझे नही पता जाएँगे तो सब साथ जाएँगे नही तो मैं भी नही जाउन्गी...

मैं: यार नीचे जब गोलियाँ चलना शुरू होंगी तो मैं तुम तीनो को संभालूँगा या उनका मुक़ाबला करूँगा...

नाज़ी: (मुँह फेरते हुए) मुझे कुछ नही पता...

मैं: अच्छा बाबा ठीक है जैसी तुम्हारी मर्ज़ी... अब तो खुश...

नाज़ी: (हाँ मे सिर हिलाके मुस्कुराते हुए मुझे गले से लगा कर) हमम्म...

तभी पटाखो की ऑर ढोल के नगाडो की आवाज़ सुनाई देने लगी ऑर लोगो का शोर-शराबा भी सुनाई देने लगा...

मैं: लगता है वो लोग आ गये हैं... चलो अब तुम जल्दी से तेयार हो जाओ तब तक मैं गाड़ी मे से असला ऑर गोलियाँ ले आता हूँ ठीक है...

नाज़ी: (हाँ मे सिर हिलाते हुए) अच्छा...

मैं: कुछ भी हो जाए तुम हवेली की उस तरफ नही आओगी समझ गई तुम नीर को लेके गाड़ी मे बैठो मैं हीना को लेके आता हूँ तुम गाड़ी के पास ही हमारा इंतज़ार करना...

नाज़ी: (हाँ मे सिर हिलाते हुए) ठीक है... अपना ख़याल रखना...

मैने बिना कुछ बोले एक नज़र नाज़ी को मुस्कुरा कर देखा फिर पलटकर जहाँ नीर सोया हुआ था वहाँ गया उसके माथे को चूमा ऑर वापिस दरवाज़ा खोलकर तेज़ कदमो के साथ बाहर की तरफ निकल गया... छोटे गेट से बाहर जाने से पहले मैने एक बार फिर पलट कर देखा नाज़ी अब भी मुझे ही देख रही थी उसके चेहरे से मेरे लिए फिकर सॉफ दिखाई दे रहा था... उसके बाद मैं बाहर आया ऑर अपनी गाड़ी की डिग्जी मे से हथियार निकालने लगा... मैने जल्दी से अपना बॅग खोला उसमे से जल्दी से एक पेन ऑर एक काग़ज़ का टुकड़ा निकाला जिस पर मैने अपने गाव तक जाने का पता ऑर रास्ता लिखा ऑर उससे अपनी जेब मे डाल लिया... मैं मन ही मन दुआ करने लगा कि इसकी ज़रूरत ना पड़े... अब मेरा एक ही टारगेट था ख़ान ऑर उसके आदमी इसलिए अब मेरी कही हुई बात पूरी करने का वक़्त आ गया था... या तो मरना था या मार देना था... मैने अपने बॅग मे से अपने कपड़े एक साइड पर किए ऑर जल्दी से 2 पिस्टल उठाई ऑर उसकी मग्जिन चेक करके मैने दोनो पिस्टल को अपने जूतो की ज़ुराबो मे डाल लिया एक रिवॉल्वार मे मैने गोलियाँ भरी ऑर उसके अपनी पेंट मे बेल्ट के पास फिट कर लिया... अब मेरे पास बॅग मे सिर्फ़ 3 पिस्टल ही बची जिनमे से एक को मैने कार के आगे वाले हिस्से मे स्टारिंग व्हील के पास रख दिया ऑर बाकी 2 पिस्टल को मैने अपनी पेंट के पिछे वाले हिस्से मे टाँग लिया ऑर अपनी शर्ट बाहर निकाल ली जिससे किसी को मेरी पिस्टल नज़र ना आए... उसके बाद मैने गाड़ी की डिग्जी को बंद किया फिर मैने जल्दी से लाला को फोन किया कुछ ही पल मे उसने फोन उठा लिया...

मैं: कहाँ है लाला...
लाला: (खुश होते हुए) भाई ख़ान का काम करने जा रहा हूँ... सुल्तानपूरा गाव मे...

मैं: ख़ान को मारने के लिए...

लाला: हाँ भाई... क्यो मानते हो ना अपने भाई के दिमाग़ को... तुम उसको कहाँ-कहाँ ढूँढ रहे थे ऑर मैने उसको एक झटके मे ढूँढ लिया...

मैं: मैं सुल्तानपूरा मे ही हूँ तुम जल्दी से जल्दी यहाँ पहुँचो शाम होने वाली है ऑर मैं तुम्हारा ही इंतज़ार कर रहा हूँ...

लाला: भाई इसका मतलब तुम पहले से वही मोजूद हो...

मैं: लाले जिस कॉलेज मे तू मुझे पढ़ा रहा है वहाँ का प्रिन्सिपल आज तक मुझसे ट्यूशन लेता है जो तुम लोग सोचते हो उससे पहले वो बात मैं सोच चुका होता हूँ...

लाला: (हँसते हुए) बस भाई अब तो गाव के पास ही हैं हम कुछ ही देर मे पहुँच जाएँगे आप बस हमारा इंतज़ार करो हम कुछ ही देर मे आ रहे हैं...

मैं: ठीक है तुम अंदर ही आ जाना मैं अंदर जा रहा हूँ...

लाला: पागल जैसी बात मत कर यार भाई तू अकेला है अंदर ख़ान के बहुत लोग होंगे...

मैं: अब तो कितने भी लोग हो... बाबा की दुआ से आज मैं सब पर अकेला भी भारी हूँ...

लाला: भाई बात तो सुनो...

उसके बाद मैने बिना उसकी कोई बात सुने फोन रख दिया ऑर भागता हुआ हवेली की आगे की तरफ चला गया जहाँ गेट पहले से खुला हुआ था ऑर काफ़ी लोग दरवाज़े के सामने खड़े थे... मैं इन लोगो के होते हुए अंदर नही जा सकता था क्योंकि लोग मेरी उम्मीद से भी ज़्यादा थे... मैं जल्दी से एक पेड़ के पिछे छिप गया ऑर सही मोक़े का इंतज़ार करने लगा... थोड़ी देर बाद एक पोलीस वाला मुझे पेड़ की जानिब आता हुआ दिखाई दिया इसलिए मैं जल्दी से पेड़ का तना पकड़कर उपर चढ़ गया... वो आदमी झून्मता हुआ आ रहा था शायद वो नशे मे था उसने चारो तरफ देखा ऑर फिर अपनी पेंट की ज़िप्प खोलकर उसी पेड़ के सामने पेशाब करने लगा जिसके उपर मैं बैठा था... मुझे एक तरक़ीब सूझी मैने जल्दी से अपनी टांगे पेड़ की शाख मे फसाई ऑर उल्टा होके उस आदमी को गर्दन से पकड़ लिया ऑर उपर को खींचकर उसकी गर्दन को झटके से मरोड़ दिया वो आदमी बिना कोई आवाज़ किए वही मर गया उसके बाद मैने उस आदमी को भी पेड़ के उपर खींच लिया... फिर उसके सारे कपड़े उतारे ऑर उसके कपड़े खुद पहन लिए वो आदमी वर्दी मे था इसलिए अगर उसकी वर्दी मैं पहन लेता तो मुझ पर कोई भी शक़ नही कर सकता था... लेकिन समस्या अब पिस्टल को रखने का था क्योंकि शर्ट अंदर करने की वजह से पिस्टल बाहर से दिखाई दे सकती थी इसलिए मैने 2 पिस्टल को वापिस अपने जूतो मे डाल लिया ऑर 2 पिस्टल को शर्ट के अंदर वैसे ही रख लिया ऑर 1 पिस्टल को मैने अपनी टोपी के नीचे रख लिया... अब 3 पिस्टल बची थी 2 मेरी खुद की ऑर एक उस पोलिसेवाले की सर्विस रिवॉल्वार जो शायद अंदर मेरे काम आ सकती थी... मैं जल्दी से पेड़ से नीचे उतरा ऑर 2 रिवॉल्वार को वही पास ही एक झाड़ियो मे रख दिया ऑर 1 उस पोलिसेवाले की रिवॉल्वार जो उसकी वर्दी मे ही फिट थी उसको वैसे ही रहने दिया... अब मैं बिना कोई आवाज़ किए सामने खड़ी भीड़ मे शामिल हो गया ऑर उन लोगो के साथ मैं भी अंदर घुस गया अब मैं चारो तरफ देख रहा था लेकिन मेरी नज़रें सिर्फ़ ख़ान को ही ढूँढ रही थी... तभी एक पोलीसवाला मेरे पास आया ऑर मेरे कंधे पर हाथ रख दिया...

आदमी: भाई माचिस है क्या सिग्रेट जलानी है...

मैं: (ना मे सिर हिलाते हुए) नही... (मैं नही चाहता था कि वो पोलिसेवला मेरा चेहरा देखे इसलिए उसकी तरफ पीठ करके ही खड़ा रहा)

आदमी: कौन्से डिपार्टमेंट से हो जनाब...

मैं: नारकॉटैक्स डिपार्टमेंट

आदमी: नारकॉटैक्स से तो मैं भी हूँ क्या नाम है भाई (मुझे पलट ते हुए)

मैं: (उसकी तरफ पलट ते हुए) शेराअ...

आदमी: (अपनी पिस्टल निकाल कर मेरे सिर पर तानते हुए) कौन है ओये तू...

मैं: (उसके मुँह पर हाथ रख कर उसके सिर मे ज़ोर से कोहनी मारते हुए) तेरा बाप...

वो आदमी बेहोश होके वही गिर गया वहाँ काफ़ी लोग थे इसलिए मैने उसको कंधे का सहारा देके अपने साथ खड़ा कर लिया ऑर उसको कही गिराने की जगह देखने लगा... पास ही मुझे एक बड़ा सा फूल दान नज़र आया मैने उसको उसके पीछे गिरा दिया ऑर अंदर चला गया जहाँ जशन का महॉल था सब लोग हाथ मे जाम लिए खड़े थे... मेरी नज़रें चारो तरफ ख़ान को ढूँढ रही थी लेकिन ख़ान मुझे कही भी नज़र नही आ रहा था... मैं वक़्त ज़ाया नही करना चाहता था इसलिए हॉल के चारो तरफ घूमने लगा ऑर वहाँ खड़े लोगो के हथियारो का जायेज़ा लेने लगा जिससे मुझे ये पता चल सके कि मुझ पर कितने लोग गोलियाँ चला सकते हैं... वहाँ ज़्यादातर लोग तो सादे कपड़े मे ही नज़र आ रहे थे सिर्फ़ गिनती के कुछ ही लोग थे जो मेरी तरह वर्दी मे मोजूद थे... मैं नही चाहता था कि जब मैं ख़ान पर गोली चलाऊ तो मुझ पर भी गोलियो की बारिस शुरू हो जाए इसलिए मैने एक-एक करके सबको खामोशी से ख़तम करने का सोचा... मैं जल्दी से जाके एक पर्दे के पिछे छिप गया जहाँ 2 पोलिसेवाले खड़े थे... मैं उनके पिछे से गया उनके मुँह पर हाथ रखा ऑर ज़ोर से उनका सिरों को खंबे मे मारा जिससे वो दोनो बेहोश हो गये उसके बाद मैने दोनो को पर्दे के पिछे ही खींच लिया ऑर वही गिरा दिया उसके बाद मैं पर्दे के पिछे से होता हुआ आगे बढ़ा तो मुझे एक ऑर आदमी वर्दी मे नज़र आया... मैने जल्दी से जाके उसको भी पिछे से पकड़ लिया ऑर अपनी दोनो बाजू मे उसकी गर्दन को पकड़ कर झटके से तोड़ दिया ओर उसको भी पर्दे के पिछे कर दिया...

अब मैं आगे नही जा सकता था क्योंकि आगे परदा नही था ऑर लोगो की काफ़ी भीड़ भी थी इसलिए मैने चारो तरफ नज़र दौड़ाई ऑर सामने मुझे कुछ लोग बैठे हुए नज़र आए मैं चुप-चाप जाके उन लोगो मे ही बैठ गया ऑर किसी को शक़ ना हो इसलिए एक जाम अपने हाथ मे लोगो को दिखाने के लिए पकड़ लिया... कुछ देर वहाँ बैठे रहने के बाद मुझे सीढ़ियो से नीचे उतरता हुआ ख़ान नज़र आया वो सामने जाके स्टेज पर बैठ गया उसके पास ही चौधरी (हीना का बाप) भी खड़ा था... मेरे पास अच्छा मोक़ा था उससे मारने का लेकिन मैं चाहता था कि उसको पहले पता चले कि उसको क्यो मारा गया इसलिए मैने अपना हाथ पिस्टल से हटा लिया ऑर मुँह नीचे करके बैठ गया ताकि वो मुझे देख ना सके... 
Like Reply


Messages In This Thread
अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:29 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:30 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:31 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:31 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:33 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:34 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:36 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:37 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:38 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:39 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:41 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:42 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:43 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:44 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:48 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:48 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:49 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:50 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:51 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:52 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:54 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:55 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:55 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:56 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:57 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:57 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:58 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:59 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 12:59 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:00 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:01 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:01 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:03 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:03 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:04 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:05 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:06 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:07 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:08 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:08 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:09 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:10 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:13 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:14 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:15 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:16 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:16 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:17 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:18 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:18 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:19 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:20 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:20 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:21 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:22 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:24 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:25 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:26 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:27 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:27 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:28 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:29 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:30 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:30 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:31 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:32 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:33 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:34 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:34 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:36 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:37 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:38 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:38 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:39 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:39 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 01:41 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 04:15 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 04:16 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 04:17 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 04:18 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 04:19 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 04:20 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 04:21 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 04:24 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 04:25 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 04:26 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 04:27 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 04:28 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 04:29 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 04:30 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 04:31 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 04:32 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 04:33 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 04:34 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 04:36 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 04:36 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 04:37 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 10-11-2021, 04:39 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 11-11-2021, 12:03 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 11-11-2021, 12:04 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 11-11-2021, 12:04 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 11-11-2021, 12:05 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 11-11-2021, 12:08 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 11-11-2021, 12:09 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 11-11-2021, 12:10 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 11-11-2021, 12:10 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 11-11-2021, 12:11 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 11-11-2021, 12:12 PM
RE: अहसान... complete - by bhavna - 13-11-2021, 06:19 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 02:13 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 02:14 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 02:41 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 02:43 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 02:44 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 02:48 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 02:49 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 02:49 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 02:50 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 02:51 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 02:53 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 02:54 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 02:55 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 02:57 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 02:58 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 02:58 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 02:59 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:01 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:02 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:03 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:04 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:05 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:06 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:08 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:09 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:11 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:13 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:13 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:15 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:16 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:18 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:19 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:20 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:22 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:22 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:23 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:26 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:27 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:28 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:31 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:31 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:32 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:33 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:34 PM
RE: अहसान... complete - by Snigdha - 16-11-2021, 03:35 PM
RE: अहसान... complete - by Blue Bull - 07-12-2021, 02:12 PM
RE: अहसान... complete - by LODY BHAI - 09-12-2021, 07:56 PM
RE: अहसान... complete - by raj500265 - 12-07-2022, 11:47 PM



Users browsing this thread: 3 Guest(s)