11-11-2021, 12:10 PM
कुछ ही देर मे रिंग की ज़मीन पूरी तरह गीली हो गई... अब मैं ऑर वो फाइटर दोनो रिंग के अलग-अलग कौने मे खड़े थे... तभी घंटी की टॅन से आवाज़ हुई ऑर वो फाइटर मेरी तरफ भागा ऑर जंप लगाके मेरे उपर कूद पड़ा... उससे बचने के लिए मैने अपनी करवट बदल ली जिससे वो जाके लोहे की जाली से टकरा गया... मैने जल्दी से पलटकर एक टाँग हवा मे उठाई ऑर उसकी पीठ मे मार दी... जब मैं दुबारा उसको टाँग मारने लगा तो वो पलट गया ऑर उसने मेरी टाँग पकड़ ली इससे पहले कि वो कुछ कर पाता मैने अपनी बॉडी का सारा वेट उसी पकड़ी हुई टाँग पर डाल दिया ऑर उसके हाथ पर खड़ा होके उपर को उछल गया साथ ही अपना घुटना उसके मुँह पर मारा जिससे उसकी नाक से खून निकलने लगा... अब मैं उससे कुछ दूर खड़ा था ऑर उसके अगले हमले का इंतज़ार कर रहा था... वो अपने हाथ से अपना नाक सॉफ करते हुए फिर से मेरी तरफ गुस्से से बढ़ने लगा... मैने गीली ज़मीन का फ़ायदा उठाया ऑर जल्दी से नीचे ज़मीन पर फिसल गया जिससे मेरी दोनो टांगे उसकी टाँगो के सामने आ गई मैने अपनी एक टाँग उसके घुटने के जोड़ पर ज़ोर से मारी जिससे वो खुद को संभाल नही पाया ऑर मेरे उपर ही गिर गया... मेरे उपर गिरते ही उसने मेरा गला पकड़ लिया ऑर मेरा गला दबाने लगा... मैने काफ़ी कोशिश की लेकिन उसके हाथ की पकड़ काफ़ी मज़बूत थी... उसके गला दबाने से नीचे पड़े पानी से मुझे साँस लेने मे तक़लीफ़ हो रही थी... मैने जल्दी से अपने दोनो हाथ उसके मुँह पर रखे ऑर अपने हाथ की 2 उंगालिया उसकी आँखों पर मार दी जिससे कुछ पल के लिए उससे दिखना बंद हो गया मेरे लिए इतना वक़्त काफ़ी था मैने जल्दी से उसको पलट दिया ऑर खुद उसके उपर आ गया था अब मैने उसकी एक हाथ से गर्दन पकड़ी ऑर दूसरे हाथ से उसके चेहरे पर मुक्के मारने लगा लेकिन शायद मेरे मुक्को से उसके चेहरे पर कुछ खास असर नही हो रहा था इसलिए मैने अपनी कोहनी को उसके सिर मे ज़ोर से मारा जिससे उसके सिर से खून निकलने लगा...
मुझे मेरा ये दाव काम का लगा इसलिए मैने बार-बार अपनी कोहनी उसके सिर मे मारनी शुरू करदी... 5-6 बार सिर मे चोट खाने के बाद उसने अपनी दोनो बाजू उपर कर लिए ऑर अपना सिर बचा लिया अब मैने अपनी जगह बदली ऑर उसका पैर पकड़ लिया ऑर उल्टी डाइरेक्षन मे घुमाने लगा जिससे शायद उसको इंतेहा दर्द हुआ था इसलिए उसने अपना दूसरा पैर ज़ोर से मेरे पेट मे मारा ऑर मैं दूर जाके गिर गया... मैं फिर से खड़ा हो गया ऑर उसके खड़े होने का इंतज़ार करने लगा इस बार उसने कुछ वक़्त लिया खड़ा होने मे ऑर लोहे की जाली को पकड़ कर वो फिर से खड़ा हो गया मैं अब उससे काफ़ी फ़ासले पर था मैं अब सोच रहा था कि इसको कैसे दुबारा गिराऊ तभी मुझे वीडियो फुटेज का एक मूव याद आया जो मैने काफ़ी वीडियो मे इस्तेमाल किया था मैं दूर जाके खड़ा हो गया ऑर किसी जानवर की तरह अपने दोनो हाथो पर ऑर घुटनो पर बैठ गया वो पूरे गुस्से के साथ मेरी तरफ बढ़ने लगा... वो जैसे ही मेरी तरफ भागा मैं भी नीचे झुक कर भागने लगा ऑर हवा मे उच्छल कर किसी मेंढक की तरह उस पर कूद पड़ा मेरा कंधा उसके पेट मे लगा जिससे वो वही ज़मीन पर गिर गया... अब मैं उसको उठने नही देना चाहता था इसलिए जल्दी से उसके पास गया ऑर उसका सिर अपनी दोनो टाँगो मे दबा कर ज़ोर से खींच दिया इससे डेथ लॉक कहा जाता है... वो कुछ देर अपने हाथ-पैर हिलाता रहा लेकिन अब उसकी साँस टूटने लगी थी मैने जब देखा कि वो एक दम बेजान सा होने लगा है तो मैने अपनी पकड़ से उसको आज़ाद कर दिया... इस बार वो खड़ा नही हो सकता था
काफ़ी देर इंतज़ार करने के बाद भी जब वो खड़ा नही हुआ तो रिंग का गेट खुल गया ऑर जापानी ऑर लाला रिंग मे आ गये ऑर मुझे अपने कंधो पर उठा लिया... वो दोनो मेरे जीतने से बहुत खुश थे ऑर बाहर लोगो की भीढ़ सिर्फ़ मेरा ही नाम पुकार रही थी... तभी रिंग मे शम्मी आ गया...
शम्मी: (फीकी हँसी के साथ) मुबारक हो शेरा भाई
जापानी: अब बोलो शम्मी भाई क्या कहते हो... अफ़सोस !!! आपका पैसा ऑर आपका फाइटर दोनो काम से गये... अब अपना अगला पिच्छला सब हिसाब बराबर...
शमी: (अपने माथे से पसीना सॉफ करते हुए) ठीक है...
उसके बाद शम्मी अपने ज़मीन पर पड़े फाइटर को एक लात मार कर रिंग से चला गया ऑर मेरे दोस्त मेरे आने की ऑर जीतने की खुशी मे लग गये... फिर जैसे ही मैं रिंग से बाहर आया तो वहाँ पर खड़े लोगो ने मुझे उपर उठा दिया ऑर पूरे फाइट क्लब मे मेरा नाम पुकारा जाने लगा... कुछ देर मैं ऐसे ही उन लोगो के साथ अपनी खुशी मनाता रहा फिर उपर से मुझे लाला ने इशारा किया ऑर उपर आने को कहा तो मैं वहाँ के लोगो का शुक्रिया अदा करके वापिस उपर आ गया...
लाला: आजा मेरे शेर आज तो तूने कमाल कर दिया यार तू नही जानता तूने शम्मी को कितना बड़ा लॉस दिया है...
मैं: मैने ये फाइट लॉस या प्रॉफिट के लिए नही दोस्ती के लिए की थी...
जापानी: (ग्लास मे शराब डालते हुए) जानता हूँ यार लेकिन कुछ भी बोल साले शम्मी की शक़ल देखने वाली थी ऐसा लग रहा था जैसे किसी ने उसकी इज़्ज़त लूट ली हो...
मैं: चल अब जो होना था हो गया कल से तू यहाँ नये लड़के बुला जिनको मैं फिर से ट्रैनिंग दूँगा...
लाला: लेकिन यार तू कैसे...
मैं: क्यो मुझे क्या है मैं अगर लड़ सकता हूँ तो लड़ना नही सीखा सकता क्या...
जापानी: वो बात नही है यार लेकिन पहले तू बाबा से इजाज़त ले लेगा तो बेहतर होगा...
मैं: हाँ यार ये बाबा का नाम बहुत सुना है कौन है ये बाबा इनसे कब मिलूँगा मैं...
लाला: शेरा बाबा वो है जिन्होने तेरी मेरी हम सबकी परवरिश की है ये सब कुछ बाबा का ही तो है...
मैं: क्या बाबा जानते हैं मैं वापिस आ गया हूँ...
जापानी: मेरे दोस्त जो भी होता है वो सब कुछ बाबा को पता होता है
मैं: तो मुझे बाबा से भी मिलवओ ना यार
लाला: अभी नही यार कुछ दिन तू हमारे साथ ही रह फिर बाबा से भी मिल लेना क्योंकि अभी बाबा मुल्क़ से बाहर गये हुए हैं...
उसके बाद मैं कुछ दिन वहाँ रहा ऑर सब लोगो के साथ घुलने मिलने की कोशिश करने लगा मैं वहाँ के तमाम लोगो का दिल जीत भी लिया था लेकिन मेरा मकसद यहाँ से इन्फर्मेशन कलेक्ट करना था इसलिए अब मेरा सारा दिन होटेल्स मे ऑर रात फाइट क्लब मे गुज़रने लगी थी... मेरे बहुत कोशिश करने के बाद भी मैं किसी भी तरह की इन्फर्मेशन नही निकाल पा रहा था क्योंकि सब मुझे किसी मेहमान की तरह ट्रीट कर रहे थे वो लोग मुझे अपने जशन मे ऑर पार्टी मे तो शामिल करते थे लेकिन अपने बिज़्नेस की कोई भी बात मेरे सामने नही करते थे...
मुझे मेरा ये दाव काम का लगा इसलिए मैने बार-बार अपनी कोहनी उसके सिर मे मारनी शुरू करदी... 5-6 बार सिर मे चोट खाने के बाद उसने अपनी दोनो बाजू उपर कर लिए ऑर अपना सिर बचा लिया अब मैने अपनी जगह बदली ऑर उसका पैर पकड़ लिया ऑर उल्टी डाइरेक्षन मे घुमाने लगा जिससे शायद उसको इंतेहा दर्द हुआ था इसलिए उसने अपना दूसरा पैर ज़ोर से मेरे पेट मे मारा ऑर मैं दूर जाके गिर गया... मैं फिर से खड़ा हो गया ऑर उसके खड़े होने का इंतज़ार करने लगा इस बार उसने कुछ वक़्त लिया खड़ा होने मे ऑर लोहे की जाली को पकड़ कर वो फिर से खड़ा हो गया मैं अब उससे काफ़ी फ़ासले पर था मैं अब सोच रहा था कि इसको कैसे दुबारा गिराऊ तभी मुझे वीडियो फुटेज का एक मूव याद आया जो मैने काफ़ी वीडियो मे इस्तेमाल किया था मैं दूर जाके खड़ा हो गया ऑर किसी जानवर की तरह अपने दोनो हाथो पर ऑर घुटनो पर बैठ गया वो पूरे गुस्से के साथ मेरी तरफ बढ़ने लगा... वो जैसे ही मेरी तरफ भागा मैं भी नीचे झुक कर भागने लगा ऑर हवा मे उच्छल कर किसी मेंढक की तरह उस पर कूद पड़ा मेरा कंधा उसके पेट मे लगा जिससे वो वही ज़मीन पर गिर गया... अब मैं उसको उठने नही देना चाहता था इसलिए जल्दी से उसके पास गया ऑर उसका सिर अपनी दोनो टाँगो मे दबा कर ज़ोर से खींच दिया इससे डेथ लॉक कहा जाता है... वो कुछ देर अपने हाथ-पैर हिलाता रहा लेकिन अब उसकी साँस टूटने लगी थी मैने जब देखा कि वो एक दम बेजान सा होने लगा है तो मैने अपनी पकड़ से उसको आज़ाद कर दिया... इस बार वो खड़ा नही हो सकता था
काफ़ी देर इंतज़ार करने के बाद भी जब वो खड़ा नही हुआ तो रिंग का गेट खुल गया ऑर जापानी ऑर लाला रिंग मे आ गये ऑर मुझे अपने कंधो पर उठा लिया... वो दोनो मेरे जीतने से बहुत खुश थे ऑर बाहर लोगो की भीढ़ सिर्फ़ मेरा ही नाम पुकार रही थी... तभी रिंग मे शम्मी आ गया...
शम्मी: (फीकी हँसी के साथ) मुबारक हो शेरा भाई
जापानी: अब बोलो शम्मी भाई क्या कहते हो... अफ़सोस !!! आपका पैसा ऑर आपका फाइटर दोनो काम से गये... अब अपना अगला पिच्छला सब हिसाब बराबर...
शमी: (अपने माथे से पसीना सॉफ करते हुए) ठीक है...
उसके बाद शम्मी अपने ज़मीन पर पड़े फाइटर को एक लात मार कर रिंग से चला गया ऑर मेरे दोस्त मेरे आने की ऑर जीतने की खुशी मे लग गये... फिर जैसे ही मैं रिंग से बाहर आया तो वहाँ पर खड़े लोगो ने मुझे उपर उठा दिया ऑर पूरे फाइट क्लब मे मेरा नाम पुकारा जाने लगा... कुछ देर मैं ऐसे ही उन लोगो के साथ अपनी खुशी मनाता रहा फिर उपर से मुझे लाला ने इशारा किया ऑर उपर आने को कहा तो मैं वहाँ के लोगो का शुक्रिया अदा करके वापिस उपर आ गया...
लाला: आजा मेरे शेर आज तो तूने कमाल कर दिया यार तू नही जानता तूने शम्मी को कितना बड़ा लॉस दिया है...
मैं: मैने ये फाइट लॉस या प्रॉफिट के लिए नही दोस्ती के लिए की थी...
जापानी: (ग्लास मे शराब डालते हुए) जानता हूँ यार लेकिन कुछ भी बोल साले शम्मी की शक़ल देखने वाली थी ऐसा लग रहा था जैसे किसी ने उसकी इज़्ज़त लूट ली हो...
मैं: चल अब जो होना था हो गया कल से तू यहाँ नये लड़के बुला जिनको मैं फिर से ट्रैनिंग दूँगा...
लाला: लेकिन यार तू कैसे...
मैं: क्यो मुझे क्या है मैं अगर लड़ सकता हूँ तो लड़ना नही सीखा सकता क्या...
जापानी: वो बात नही है यार लेकिन पहले तू बाबा से इजाज़त ले लेगा तो बेहतर होगा...
मैं: हाँ यार ये बाबा का नाम बहुत सुना है कौन है ये बाबा इनसे कब मिलूँगा मैं...
लाला: शेरा बाबा वो है जिन्होने तेरी मेरी हम सबकी परवरिश की है ये सब कुछ बाबा का ही तो है...
मैं: क्या बाबा जानते हैं मैं वापिस आ गया हूँ...
जापानी: मेरे दोस्त जो भी होता है वो सब कुछ बाबा को पता होता है
मैं: तो मुझे बाबा से भी मिलवओ ना यार
लाला: अभी नही यार कुछ दिन तू हमारे साथ ही रह फिर बाबा से भी मिल लेना क्योंकि अभी बाबा मुल्क़ से बाहर गये हुए हैं...
उसके बाद मैं कुछ दिन वहाँ रहा ऑर सब लोगो के साथ घुलने मिलने की कोशिश करने लगा मैं वहाँ के तमाम लोगो का दिल जीत भी लिया था लेकिन मेरा मकसद यहाँ से इन्फर्मेशन कलेक्ट करना था इसलिए अब मेरा सारा दिन होटेल्स मे ऑर रात फाइट क्लब मे गुज़रने लगी थी... मेरे बहुत कोशिश करने के बाद भी मैं किसी भी तरह की इन्फर्मेशन नही निकाल पा रहा था क्योंकि सब मुझे किसी मेहमान की तरह ट्रीट कर रहे थे वो लोग मुझे अपने जशन मे ऑर पार्टी मे तो शामिल करते थे लेकिन अपने बिज़्नेस की कोई भी बात मेरे सामने नही करते थे...