11-11-2021, 12:04 PM
राणा: (मेरे पैर पकड़ते हुए) आपका बहुत-बहुत शुक्रिया शेरा भाई...
मैं: चल जा यहाँ से...
लाला: यार गानी तू शेरा को लेके चल मैं ये खुश खबरी अभी सबको देके आता हूँ...
उसके बाद मैं ओर गानी कॅबिन के बाहर क्लब मे उपर आ गये... जहाँ एक काँच के ग्लास से नीचे का तमाम नज़ारा दिखाई दे रहा था... मैं उस काँच के पास खड़ा होके नीचे नाचते लड़के-लड़कियो को देखने लगा जो म्यूज़िक की रिदम पर थिरक रहे थे...
गानी: (शराब का ग्लास मेरी तरफ करते हुए) ये ले भाई तेरे मिलने की खुशी मे
मैं: नही शुक्रिया मैं पीता नही हूँ...
गानी: (हैरान होते हुए) ओये मेरे दारू के टॅंकर तेरी तबीयत तो ठीक है तू तो कूरली भी दारू से करता था तुझे क्या हो गया यार...
मैं: मुझे कुछ याद नही है ऑर मैं जब से ठीक हुआ हूँ तब से मैने दारू को हाथ तक नही लगाया इसको पीना तो दूर की बात है...
गानी: ठीक है भाई तेरी मर्ज़ी... वैसे क्या देख रहा है नीचे... कोई पाटोला (सुंदर लड़की) पसंद आया है तो बता उठा लेते हैं साली को... (मेरे कंधे पर हाथ मारकर हँसते हुए)
मैं: नही यार मैं तो ऐसे ही देख रहा था (मुस्कुराते हुए)
तभी लाला भी वहाँ आ गया...
लाला: बता मेरे यार क्या सेवा करे तेरी... ओये तेरा हाथ अभी तक खाली है यार गानी दारू दे भाई को... इतनी मुद्दत बाद अपने ग़रीब खाने मे आया है शेरा...
गानी: (ना मे सिर हिलाते हुए) साहब ने छोड़ दी है यार
लाला: हैंन्न्न्... ओये साची... ज़रा मुँह इधर करना शेरा... हाहहहहाहा
मैं: हाँ मैं दारू नही पीता
लाला: भाई शेर खून ना पीए तो हम मान सकते हैं लेकिन शेरा दारू ना पिए ये बात तो हमारी भी समझ से बाहर है... क्या यार उस बूढ़े ने हमारे यार का बेड़ा-गर्क कर दिया है...
मैं: दुबारा उस बुजुर्ग के लिए कभी ग़लत लफ्ज़ मत निकालना... उस इंसान ने मुझे नयी जिंदगी दी है समझे...
गानी: अर्रे यार गुस्सा क्यो होता है भाई लाला तो मज़ाक कर रहा था चल अब नही बोलेगा जाने दे... माफ़ कर दे यार...
लाला: (कान पकड़ कर उठक-बैठक निकालते हुए) लेह भाई बसस्सस्स
तभी एक आदमी वहाँ आया ऑर उसने गानी के कान मे कुछ कहा ओर चला गया...
गानी: यार शेरा तुझे जापानी ऑर सूमा बुला रहे हैं...
मैं: कहाँ पर...
गानी: वही... यार तेरी पुरानी मान-पसंद जगह पर ऑर कहाँ...
लाला: तू भी ना गानी यार उसको कुछ याद नही है ऑर तू लगा है अपनी चावल मारने... (मेरी बाजू पकड़ते हुए) चल भाई मैं तुझे लेके चलता हूँ...
मैं: ठीक है चलो लेकिन यार मेरी गन तो वापिस कर दो तुम्हारे आदमियो ने तलाशी लेते हुए निकाल ली थी... (हँसते हुए)
गानी: अर्रे यार इतनी सी बात ये ले तू मेरा घोड़ा (गन) रख ले मैने कल ही नया खरीदा है अगर पता होता तू आ रहा है तो तेरे लिए भी एक ऐसी मंगवा लेता...
मैं: नही यार तूने अपने लिए मँगवाई है तो मैं ये नही ले सकता इसको तू ही रख...
गानी: अर्रे यार क्या लड़की जैसे नाटक कर रहा है ये ले रख चला के देखना एक दम माखन है माखन रेपिड फाइयर है
जर्मन ऑटोमॅटिक 12 राउंड है जब तक सामने वाले की एक गोली निकलेगी तेरी 6 गोलियाँ निकल चुकी होंगी... ये ले रख (ज़बरदस्ती मेरी बेल्ट मे फसाते हुए)
मैं: शुक्रिया गानी भाई...
गानी: ओये ये शरीफो के चोंचले कहाँ से सीख कर आया है यार चल इधर आ यारो को शुकरिया ऐसे बोलते हैं... (मुझे गले लगाते हुए)
लाला: अगर तुम्हारा लैला मजनू का रोमॅन्स ख़तम हो गया हो तो हम लोग चलें...
मैं: हाँ... हाँ... चलो...
मैं: चल जा यहाँ से...
लाला: यार गानी तू शेरा को लेके चल मैं ये खुश खबरी अभी सबको देके आता हूँ...
उसके बाद मैं ओर गानी कॅबिन के बाहर क्लब मे उपर आ गये... जहाँ एक काँच के ग्लास से नीचे का तमाम नज़ारा दिखाई दे रहा था... मैं उस काँच के पास खड़ा होके नीचे नाचते लड़के-लड़कियो को देखने लगा जो म्यूज़िक की रिदम पर थिरक रहे थे...
गानी: (शराब का ग्लास मेरी तरफ करते हुए) ये ले भाई तेरे मिलने की खुशी मे
मैं: नही शुक्रिया मैं पीता नही हूँ...
गानी: (हैरान होते हुए) ओये मेरे दारू के टॅंकर तेरी तबीयत तो ठीक है तू तो कूरली भी दारू से करता था तुझे क्या हो गया यार...
मैं: मुझे कुछ याद नही है ऑर मैं जब से ठीक हुआ हूँ तब से मैने दारू को हाथ तक नही लगाया इसको पीना तो दूर की बात है...
गानी: ठीक है भाई तेरी मर्ज़ी... वैसे क्या देख रहा है नीचे... कोई पाटोला (सुंदर लड़की) पसंद आया है तो बता उठा लेते हैं साली को... (मेरे कंधे पर हाथ मारकर हँसते हुए)
मैं: नही यार मैं तो ऐसे ही देख रहा था (मुस्कुराते हुए)
तभी लाला भी वहाँ आ गया...
लाला: बता मेरे यार क्या सेवा करे तेरी... ओये तेरा हाथ अभी तक खाली है यार गानी दारू दे भाई को... इतनी मुद्दत बाद अपने ग़रीब खाने मे आया है शेरा...
गानी: (ना मे सिर हिलाते हुए) साहब ने छोड़ दी है यार
लाला: हैंन्न्न्... ओये साची... ज़रा मुँह इधर करना शेरा... हाहहहहाहा
मैं: हाँ मैं दारू नही पीता
लाला: भाई शेर खून ना पीए तो हम मान सकते हैं लेकिन शेरा दारू ना पिए ये बात तो हमारी भी समझ से बाहर है... क्या यार उस बूढ़े ने हमारे यार का बेड़ा-गर्क कर दिया है...
मैं: दुबारा उस बुजुर्ग के लिए कभी ग़लत लफ्ज़ मत निकालना... उस इंसान ने मुझे नयी जिंदगी दी है समझे...
गानी: अर्रे यार गुस्सा क्यो होता है भाई लाला तो मज़ाक कर रहा था चल अब नही बोलेगा जाने दे... माफ़ कर दे यार...
लाला: (कान पकड़ कर उठक-बैठक निकालते हुए) लेह भाई बसस्सस्स
तभी एक आदमी वहाँ आया ऑर उसने गानी के कान मे कुछ कहा ओर चला गया...
गानी: यार शेरा तुझे जापानी ऑर सूमा बुला रहे हैं...
मैं: कहाँ पर...
गानी: वही... यार तेरी पुरानी मान-पसंद जगह पर ऑर कहाँ...
लाला: तू भी ना गानी यार उसको कुछ याद नही है ऑर तू लगा है अपनी चावल मारने... (मेरी बाजू पकड़ते हुए) चल भाई मैं तुझे लेके चलता हूँ...
मैं: ठीक है चलो लेकिन यार मेरी गन तो वापिस कर दो तुम्हारे आदमियो ने तलाशी लेते हुए निकाल ली थी... (हँसते हुए)
गानी: अर्रे यार इतनी सी बात ये ले तू मेरा घोड़ा (गन) रख ले मैने कल ही नया खरीदा है अगर पता होता तू आ रहा है तो तेरे लिए भी एक ऐसी मंगवा लेता...
मैं: नही यार तूने अपने लिए मँगवाई है तो मैं ये नही ले सकता इसको तू ही रख...
गानी: अर्रे यार क्या लड़की जैसे नाटक कर रहा है ये ले रख चला के देखना एक दम माखन है माखन रेपिड फाइयर है
जर्मन ऑटोमॅटिक 12 राउंड है जब तक सामने वाले की एक गोली निकलेगी तेरी 6 गोलियाँ निकल चुकी होंगी... ये ले रख (ज़बरदस्ती मेरी बेल्ट मे फसाते हुए)
मैं: शुक्रिया गानी भाई...
गानी: ओये ये शरीफो के चोंचले कहाँ से सीख कर आया है यार चल इधर आ यारो को शुकरिया ऐसे बोलते हैं... (मुझे गले लगाते हुए)
लाला: अगर तुम्हारा लैला मजनू का रोमॅन्स ख़तम हो गया हो तो हम लोग चलें...
मैं: हाँ... हाँ... चलो...