10-11-2021, 04:16 PM
मैं बड़े गोर से बारी-बारी सब लोगो की तस्वीरे देख रहा था ऑर उनको पहचाने की कोशिश कर रहा था लेकिन मुझे किसी का भी चेहरा याद नही आ रहा था... तभी ख़ान ने एक ऐसी तस्वीर टेबल पर फेंकी जिसको मैं उठाए बिना नही रह सका... ये तो मेरी तस्वीर थी लेकिन मैने उस तस्वीर मे मूछ रखी हुई थी इसलिए मेरा हाथ खुद ही अपने चेहरे पर चला गया जैसे मैं अपने हाथ से अपने चेहरे का जायज़ा ले रहा हूँ कि क्या ये मेरी ही तस्वीर है...
ख़ान: क्या हुआ कुछ याद आया अपने बारे मे...
मैं: (ना मे सिर हिलाते हुए) क्या ये मेरी तस्वीर है
ख़ान: जी हुजूर ये आपकी ही तस्वीर है ऑर इन तस्वीरो को अच्छे से देख लो तुमको अब ऐसा ही फिर से बनना है...
मैं: लेकिन आपने बताया नही मैं वहाँ तक पहचूँगा कैसे...
ख़ान: उसका भी एक रास्ता है
मैं: कौनसा रास्ता
ख़ान: तुम्हारा पुराना दोस्त जापानी जो फाइट क्लब संभालता है वहाँ से तुम तुम्हारी दुनिया मे एंट्री कर सकते हो... वैसे भी शेरा उस फाइट क्लब का सबसे फ़ेवरेट फाइटर हैं (मुस्कुराते हुए)
मैं: तो क्या मुझे वहाँ जाके लड़ना होगा...
ख़ान: (मुस्कुराते हुए) ऐसा ही कुछ...
मैं: मैं समझा नही आप कहना क्या चाहते हैं...
ख़ान: तुमको वहाँ जाके वहाँ के उनके लोगो को मारना होगा ऑर उनका माल लूटना होगा ताकि उन लोगो का ध्यान तुम्हारी तरफ जाए ऑर वो तुमको पहचान ले...
मैं: क्या मैं बिना कोई वजह उनसे लड़ाई करूँ...
ख़ान: वजह मैं बना दूँगा... तुमको तो बस जाके लड़ाई करनी है...
मैं: ठीक है...
उसके बाद वो तस्वीरे मुझे देकर ख़ान वापिस चला गया ऑर अब मैं अकेला बैठा उन तस्वीरो को देख रहा था ऑर अपनी पुरानी जिंदगी को याद करने की कोशिश कर रहा था लेकिन मुझे कुछ भी याद नही आ रहा था...
ख़ान: क्या हुआ कुछ याद आया अपने बारे मे...
मैं: (ना मे सिर हिलाते हुए) क्या ये मेरी तस्वीर है
ख़ान: जी हुजूर ये आपकी ही तस्वीर है ऑर इन तस्वीरो को अच्छे से देख लो तुमको अब ऐसा ही फिर से बनना है...
मैं: लेकिन आपने बताया नही मैं वहाँ तक पहचूँगा कैसे...
ख़ान: उसका भी एक रास्ता है
मैं: कौनसा रास्ता
ख़ान: तुम्हारा पुराना दोस्त जापानी जो फाइट क्लब संभालता है वहाँ से तुम तुम्हारी दुनिया मे एंट्री कर सकते हो... वैसे भी शेरा उस फाइट क्लब का सबसे फ़ेवरेट फाइटर हैं (मुस्कुराते हुए)
मैं: तो क्या मुझे वहाँ जाके लड़ना होगा...
ख़ान: (मुस्कुराते हुए) ऐसा ही कुछ...
मैं: मैं समझा नही आप कहना क्या चाहते हैं...
ख़ान: तुमको वहाँ जाके वहाँ के उनके लोगो को मारना होगा ऑर उनका माल लूटना होगा ताकि उन लोगो का ध्यान तुम्हारी तरफ जाए ऑर वो तुमको पहचान ले...
मैं: क्या मैं बिना कोई वजह उनसे लड़ाई करूँ...
ख़ान: वजह मैं बना दूँगा... तुमको तो बस जाके लड़ाई करनी है...
मैं: ठीक है...
उसके बाद वो तस्वीरे मुझे देकर ख़ान वापिस चला गया ऑर अब मैं अकेला बैठा उन तस्वीरो को देख रहा था ऑर अपनी पुरानी जिंदगी को याद करने की कोशिश कर रहा था लेकिन मुझे कुछ भी याद नही आ रहा था...