10-11-2021, 01:17 PM
अपडेट-22
अब हम दोनो ने अपनी सीट बदल ली ऑर एक दूसरे की जगह पर आ गये मैने दुबारा उसको गाड़ी के तमाम पुरज़ो के बारे मे बताया फिर हीना को कार चलाने को कहा... हीना ने कार चलानी शुरू की अब उसने सिर्फ़ स्टारिंग पकड़ा था बाकी नीचे का सारा कंट्रोल मेरे हाथ मे था मैने अपना एक पैर ब्रेक पर रखा हुआ था अहतियात के लिए... लेकिन उसने जैसे ही कार चलानी शुरू की उसने एक दम क्लच छोड़ दिया जिससे गाड़ी झटके से बंद हो गई... काफ़ी बार उसने ट्राइ किया लेकिन हर बार गाड़ी झटके से बंद हो रही थी क्योंकि कभी वो झटके से क्लच छोड़ देती थी कभी रेस नही देती थी... अब वो भी परेशान होने लगी थी...
हीना: मुझे लगता है मैं कभी नही सीख पाउन्गी (रोने जैसा मुँह बनाके)
मैं: फिकर मत करो आज तो पहला ही दिन है कुछ वक़्त लगेगा लेकिन सीख जाओगी
हीना: कैसे सीखूँगी गाड़ी तो शुरू होती नही मुझसे... पता नही अब्बू ने भी कैसी खटारा गाड़ी दी है कहा भी था नयी गाड़ी खरीद दो...
मैं: अर्रे कुछ नही होता गाड़ी एकदम ठीक है... चलो एक काम करो मैं ड्राइवर सीट पर बैठ जाता हूँ तुम मेरी गोद मे बैठकर चलाओ फिर नीचे पैर से मैं तुमको क्लच छोड़ना सिखाता हूँ पहले...
हीना: (परेशान होके) ठीक है
अब मैं ड्राइविंग सीट पर बैठा था ऑर हीना आके मेरी गोद मे बैठ गई... उसके मेरी गोद मे बैठते ही मुझे एक झटका सा लगा उसका बदन बहुत नाज़ुक ऑर कोमल था उसकी कमर एक दम सुरहीदार थी एक दम पतली सी जबकि उसकी गान्ड काफ़ी चौड़ी थी ऑर बाहर को निकली हुई थी साइड से लेकिन बेहद नाज़ुक थी... मैने उसकी कमर के साइड से अपने दोनो हाथ निकाले ऑर स्टारिंग थाम लिया जिस पर उसने पहले से हाथ रखे हुए थे... अब हम दोनो की टांगे एक दम जुड़ी हुई थी ऑर मैने अपने हाथ उसके हाथो पर रखे हुए थे मैने अपने मुँह उसके कंधे पर रखा हुआ था... हमने फिर से कार स्टार्ट की ऑर इस बार कार सही चलने लगी... अब वो बड़े आराम से बैठी कार चला रही थी ऑर खुश हो रही थी...
हीना: (खुश होके हँसते हुए) देखो नीर मैं कार चला रही हूँ
मैं: देखा मैने कहा था ना तुम बेकार मे उदास हो रही थी...
हीना: लेकिन ये हॅंडेल मुझसे सीधा क्यो नही चलता
मैं: धीरे-धीरे ये भी संभालना आ जाएगा... वैसे मेडम इसे हॅंडेल नही स्टारिंग कहते हैं (हँसते हुए)
हीना: अच्छा मुझे पता नही था...
फिर वो ऐसे ही बैठी कार चलाती रही ऑर मैं उसके नाज़ुक बदन ऑर उसके बदन की खुश्बू मे खोया रहा नीचे से मेरे लंड ने भी सिर उठाना शुरू कर दिया था जिसको शायद चूत की खुश्बू मिल गई... कुछ देर बाद हीना को शायद गान्ड के नीचे मेरा लंड चुभने लग गया इसलिए वो अपनी गान्ड को इधर-उधर हिलाने लगी जिससे मेरे लंड को बे-इंतेहा मज़ा आया ऑर वो एक दम लोहे की तरह सख़्त होके खड़ा हो गया लेकिन क्योंकि उपर हीना बैठी थी इसलिए वो सीधा नही खड़ा हो सका ऑर आगे की तरफ मूड गया ऑर चूत की छेद पर दस्तक देने लग गया... जैसे-जैसे लंड नीचे झटका ख़ाता वो सीधा चूत पर ठोकर मारता जिससे हीना को एक झटका सा लगता ऑर वो थोड़ा उपर को हो जाती ऑर फिर बैठ जाती... हम दोनो ही खामोश थे ऑर कार चला रहे थे ऑर हीना चुप-चाप मेरी गोद मे बैठी थी ऑर नीचे से मेरा लंड अपने ही काम मे लगा था क्योंकि कुछ दिन से उसे भी उसकी खुराक नही मिली थी... थोड़ी देर ऐसे ही बैठे रहने के बाद हीना ने खुद अपनी गान्ड को मेरे लंड पर मसलना शुरू कर दिया शायद अब उसको भी मज़ा आने लगा था...
हीना: अब तुम चलाओ मुझसे नही चलाई जा रही अब मैं देखूँगी...
मैं: ठीक है
वो अब भी मेरी गोद मे बैठी थी ऑर नीचे देख रही थी लेकिन उसकी आँखें बंद थी उसने अपने दोनो हाथ मेरे हाथो पर रखे हुए थे मैं काफ़ी देर ऐसे ही कार चलाता रहा ऑर वो बस मेरी गोद मे बैठी रही बीच-बीच मे उसकी साँस तेज़ हो जाती ऑर वो गान्ड को हिलाने लगती जैसे उसको अंदर से झटके लग रहे हो ऑर फिर शांत होके बैठ जाती लेकिन ज़ुबान से वो एक दम खामोश थी... अब मेरा लंड भी दर्द करने लग गया था क्योंकि वो हीना की गान्ड के नीचे मुड़ा पड़ा था इसलिए उसको अपनी गोद से उठाने के लिए मैने उससे पूछा...
मैं: अब काफ़ी वक़्त हो गया है बाकी कल सीख लेना अब घर चलें...
हीना: हमम्म (वो अब भी मुँह नीचे किए ऑर नज़रें झुकाए बैठी थी)
हीना अब भी मेरी गोद मे ही बैठी थी शायद वो उठना नही चाहती थी इसलिए मैने भी उससे उठने के लिए नही कहा ऑर ऐसे ही गाड़ी घुमा दी... अब गाड़ी मैदान से निकलकर उसी उबड़-खाबड़ कच्चे रास्ते पर थी जहाँ से हम आए थे... मैं सोच रहा था कि यहाँ शायद हीना मुझे उतरने के लिए कहेगी इसलिए कुछ पल के लिए कार रोकदी ऑर उसके जवाब का इंतज़ार करने लगा लेकिन वो कुछ नही बोली ऑर ऐसे ही मुँह नीचे किए हुए बैठी रही इसलिए मैने भी बिना कुछ बोले उस रास्ते की तरफ गाड़ी बढ़ा दी... रास्ता कच्चा होने से गाड़ी फिर से उछल्ने लगी ऑर साथ ही हिना भी उच्छलने लगी एक जगह ऐसी आई जहाँ कार ज़ोर से उच्छली साथ ही हीना भी काफ़ी उपर को उछल गई जिसको मैने कमर मे हाथ डालकर पकड़ लिया ऑर सिर पर छत लगने से बचाया... लेकिन उसके उच्छलने से मेरे लंड को खड़े होके अपना सिर उठाने की जगह मिल गई वो किसी डंडे की तरह कार की छत की तरफ मुँह किए खड़ा हो गया जिस पर हीना बैठ गई ऑर एक तेज़ सस्स्सस्स के साथ उसने सामने देखा ऑर मेरे हाथो पर अपनी उंगलियो के नाख़ून गढ़ा दिए जिससे मुझे भी दर्द हुआ ऑर मेरा हाथ छिल गया शायद मेरा लंड उसकी गान्ड की छेद पर चुभा था जिसकी वजह से उससे बेहद दर्द हुआ अगर हम दोनो की सलवार बीच मे ना होती तो मेरा लंड सीधा उसकी गान्ड मे ही घुस जाता