07-11-2021, 09:22 PM
... बिलकुल नंगी होते ही प्रिया की आँखों की खुमारी बढ़ गयी और उसकी सांसें और तेज हो गयी।
पूरी नंगी होते ही उसको समझ में आ गया कि या तो आज उसको पूरी मस्ती मिलेगी या हम दोनों के लौड़े आज मज़ा लेके रहेंगे।
जैसे ही मेरी ब्याहता बीवी को मैंने इस तरह नंगी किया, आदित्य भी मस्त हो गया और उसने प्रिया की एक चूची पकड़ कर दूसरा हाथ उसकी कमर और गांड पर सहलाना शुरू कर दिया। अब मेरी पूरी नंगी बीवी मस्ती की खुमारी में थी और जैसे - जैसे आदित्य उसकी चूची निचोड्ता था वैसे - वैसे उसके मुंह से एक सिसकारी निकल पड़ती थी।
प्रिया के नंगे जिस्म पर आदित्य का रेंगता हुआ हाथ और एक चूची उसकी मुट्ठी की कैद में देख कर मै और ज्यादा उत्तेजित हो गया। मस्ती में भर कर मैंने भी हाथ बढ़ा कर प्रिया की दूसरी चूची दबोच ली और जोर से मसलने लगा और दुसरे हाथ से उसकी चूत का भोसड़ा बनाने की कोशिश कर रहा था। क्योंकि अब तक प्रिया अपनी सीट में लेट चुकी थी, आदित्य ने मस्ती और जोश में आगे बढ़ कर प्रिया की चूची अपने मूह में भर कर चूसनी और चुभलानी शुरू कर दी।
जैसे ही आदित्य ने प्रिया की चूची अंदर को चूसी। प्रिया ने जोर से सिसकारी भरी और मेरा सर पकड़ कर दूसरी चूची की तरफ खींचने लगी। मैंने भी फ़ौरन झुक कर उसकी दूसरी चूची को हाथ से जोर से दबाया और उसके तने हुए निप्पल को मुंह में भर कर जिस तरह प्रिया को पसंद है वैसे जोर से अंदर चूसा। प्रिया मस्ती में झूम उठी।
मैंने महसूस भी किया है और प्रिया ने भी कई बार कहा है की जब दोनों चूची एक साथ चूसी जाती हैं तो उसको बहुत मज़ा आता है और उसके पूरे शरीर में मस्ती का करंट दौड़ जाता है। घर पर चुदाई करते समय भी मै हमेशा उसकी दोनों चूची एक साथ पकड़ कर निप्प्लेस पास पास लाकर एक साथ मुंह में घुसा कर चूसता हूँ तो वो मस्ती से पागल सी हो जाती है और उसकी चूत फुदकने लगती है।
कार में आदित्य और मेरे साथ भी यही हुआ कि दोनों निप्पल एक साथ हम दोनों के मुंह में जाते ही प्रिया मस्ती में झूम उठी। उसके मुंह से मस्ती भरी सिस्कारियां निकलने लगी। वो सिसकारी भरते हुए बोली "और जोर जोर से करो, और जोर से चूसो, आज इनको मसल कर उखाड़ दो ", और हम दोनों पूरी मस्ती और उत्तेजना में भर कर उसकी चूंचियों को निचोड़ निचोड़ कर चूसने लगे। प्रिया बिलकुल गरम हो गयी और उसने अपनी टांगें पूरी चौड़ी करके खोल दी।
मेरा लौड़ा तब तक पूरी तरह खड़ा हो गया था और मेरे दिमाग ने काम करना बंद कर दिया था। अब तो सोचने का काम भी लौड़ा ही कर रहा था। कुछ देर हम दोनों पूरी मस्ती से जोर जोर से प्रिया के दोनों निप्पल चूसते रहे और वो बिलकुल गरम हो चुकी थी जोर जोर से सिस्कारियां भरते हुए गहरी सांसें भर कर वो एक रंडी की तरह हम दोनों के सर अपने मम्मो पर दबा रही थी अपनी छातियाँ उठा उठा कर हमारे भूखे मुंह में और ज्यादा घुसाने की कोशिश कर रही थी।
उसकी दोनों टाँगे पूरी तरह खुली हुई थी और अगर कोई उस समय बाहर से मेरी कार में झांकता तो उसको एक बिलकुल नंगी औरत दो मर्दों के बीच में मस्ती करती नज़र आती और वो यही समझता कि दो लौड़े एक रंडी को मस्ती के लिए साथ लाये हैं। प्रिया बहुत गरम होकर मस्ती में डूबी थी उसके शरीर से गर्मी निकल रही थी। मेरा एक हाथ उसकी भभकती हुई चूत पर था और वो अपनी चूत मस्ती में उचका उचका कर मेरे हाथ पर रगड़ रही थी।
बीच बीच में मस्ती में प्रिया हाथ बढ़ा कर कपड़ो के ऊपर से ही हम दोनों के लौड़े पकड़ लेती थी जो पूरे मस्त होकर खड़े हुए थे। मैंने धीरे से ऊपर होकर अपना बरमूडा नीचे खिसका दिया और अपना खड़ा हुआ लौड़ा नंगा करके प्रिया के हाथ में दे दिया। उसने मस्ती में भर कर मेरे लौड़े को कचकचा कर पकड़ा और जोर से इसके सुपाड़े को अपने अंगूठे से मसला।
उसके दूसरे हाथ के हिलने से मुझे लगा की वो अपना दूसरा हाथ आदित्य की पैंट में घुसाने की कोशिश कर रही थी। ये सोचते ही कि मेरी बीवी किसी दुसरे मर्द के लौड़े को नंगा करके पकड़ने की कोशिश कर रही है, मेरा लंड और भी ज्यादा फुदकने लगा और थोड़ा ज्यादा बड़ा और कड़ा हो गया। प्रिया से भी बात छुपी नहीं और उसने भी थोड़ा कस कर मेरी लण्ड को दबाया। उधर दूसरे हाथ को वो आदित्य की पैंट में घुसाने की कोशिश कर रही थी।