02-11-2021, 03:23 PM
जन्नत नसीब हुई बड़ी मेहनत के बाद भाग 1
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम राज है और मेरी हाईट 5 फुट 6 इंच है। में गोरे रंग का लड़का हूँ और मेरा लंड 6 इंच लंबा और थोड़ा टेढ़ा भी है। आज में आप सबको अपनी एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ जो कि मेरी और मेरी किरायेदार सोनी भाभी की है। ये बात 1 साल पहले की है और मेरा घर उत्तरप्रदेश में है डबल फ्लोर, जिसमें ऊपर हमारी फेमिली रहती है और नीचे किरायेदार। दोस्तों कहानी कुछ इस तरह से है। में साउथ इंडिया के एक कॉलेज से इंजिनियरिंग कर रहा था, मेरी इंजिनियरिंग पूरी हो गई और में अपने घर आ गया। अब घर में बस मेरी माँ रहती है, क्योंकि पापा आर्मी में है ना। अब में रात को 2 बजे घर पहुँचा और चेंज करके फ्रेश होकर कॉफी पीकर सो गया। फिर अगली सुबह उठा
नहा धोकर घूमने निकला तो नीचे उतरते समय एक बहुत खूबसूरत, गोरी, स्लिम औरत पर मेरी नज़र पड़ी तो में मुस्कुरा कर बाहर चला गया।
फिर में घूमकर शाम को आया तो वो मुझे फिर दिखी और मुस्कुराई। फिर मैंने पूछा कि आप शायद हमारी नई किरायेदार है ना तो वो बोली कि हाँ, लेकिन नई नहीं हूँ, में यहाँ 3 महीनों से तो हूँ और में मुस्कुरा कर चला गया। फिर कुछ दिन नॉर्मल चलता रहा और मेरी उनके लिए कुछ ऐसी सोच भी नहीं थी। फिर एक दिन मेरा एक दोस्त मेरे घर आया और उसने भाभी को देखा तो बोला कि क्या माल है राज? तो मैंने ध्यान नहीं दिया और हम घूमने चले गये। फिर एक दिन में अपने दोस्तों के साथ घर के आस पास ही खड़ा था तो तभी सोनी भाभी अपने 1 साल के बेटे देव और पति के साथ बाईक पर कहीं जा रही थी, तभी मेरे दोस्त बोले कि तेरी किरायेदार की वाईफ क्या मस्त है? लेकिन मैंने कुछ नहीं कहा।
फिर रात को डिनर के बाद जब में बेड पर लेटा तो मेरे दोस्त की उस बात पर ध्यान गया और में सोचने लगा कि सच में सोनी भाभी कितनी सुंदर है? और उनके पति भी कितने लकी है जो इतनी सुंदर वाईफ पाई है। बस इसी दिन से मेरा दिमाग़ और लंड दोनों सोनी भाभी के दीवाने हो गये। उस रात मैंने उनके बारे में सोचकर 2 बार मुठ मारी और सो गया। फिर दूसरे दिन जब वो सुबह 8 बजे दिखी तो मैंने उनसे बात करने के लिए जानबूझ कर बोला कि बड़ी लेट उठती है आप। फिर वो बोली कि रात में सोने में लेट हो जाता है ना। इस तरह धीरे-धीरे हमारी बातचीत शुरू हो गई और अब में उनके पति से भी बात करता था और कभी-कभी उनके यहाँ उनके लड़के को खिलाने जाता था और उनके लिए चॉकलेट भी ले जाता था, अब वो मुझे अक्सर चाय पिलाती थी।
अब उनके यहाँ बैठने से अब थोड़ा बहुत मज़ाक भी होता था, वो लोग भी पंडित थे और में भी पंडित हूँ तो कभी-कभी भाभी मुझसे मज़ाक में अक्सर बोलती थी कि आप मेरी बहन रिया से शादी कर लीजिए, लेकिन में कुछ नहीं बोलता था। अब तो रोज़ में उनके बारे में सोचकर कम से कम 3-4 बार मुठ मार देता था और सोचता था कि काश ये मुझे मिल जाए तो मज़ा आ जाए। अब में उनसे मज़ाक में कभी- कभी जब भैया नहीं रहते तो डबल मीनिंग शब्द भी बोलता था। फिर एक दिन जब में उनके यहाँ बैठा था तब भैया नहीं थे। फिर वो चाय बनाकर लाई और मज़ाक में फिर बोली कि मेरी बहन रिया से शादी करोगे ना। फिर मैंने बोल दिया कि आज आप मुझे रिया की फोटो दिखा ही दीजिए। फिर वो बोली कि पहले चाय तो पी लीजिए। फिर में बोला कि नहीं आप पहले उसकी फोटो दिखाइए तो वो एलबम ले आई और रिया की फोटो दिखाई तो मेरे मुँह से निकल पड़ा कि रिया से अच्छी तो आप है। फिर वो हंसी और बोली कि में तो 1 बच्चे की माँ हूँ। फिर मैंने कहा कि ये मज़ाक नहीं है आप रिया से क्या बल्कि हमारी कॉलोनी की सभी औरतों से बहुत ज्यादा अच्छी दिखती है? अब वो ये सुनकर अंदर से खुश थी, लेकिन बोली कि मुझे ज्यादा चने के पेड़ पर मत चढ़ाओ। फिर में बोला कि भगवान कसम सच बोल रहा हूँ।
फिर थोड़ी देर के बाद वो बोली कि में काम करने जा रही हूँ आप बैठिए, लेकिन में भी ऊपर अपने घर चला गया। फिर मैंने रात में 2-3 बार मुठ मारा और सोचने लगा कि काश भाभी चोदने के लिए मिल जाए और प्लान बनाने लगा। अब में भाभी और उनके लड़के पर और ज्यादा पैसे खर्च करने लगा था। अब जब भैया कभी-कभी ऑफिस के काम से आउट ऑफ स्टेशन जाते तो में भाभी के लिए होटल से डिनर भी पैक करा कर ले आता था और शायद वो ये सब भैया को कभी नहीं बताती थी। फिर एक दिन भैया कहीं आउट ऑफ स्टेशन गये थे तो में भाभी के यहाँ बैठा था। फिर वो बोली कि सितम्बर में देव 2 साल का हो जायेगा। फिर मैंने बोला हाँ अच्छा है ना, आप उसका बर्थ-डे सेलीब्रेट करती है ना तो वो बोली कि हाँ-हाँ हर बार करते है। फिर में बोला और आपका तो वो बोली कि शादी से पहले सेलीब्रेट करती थी, लेकिन अब कहाँ हो पाता है।
फिर मैंने पूछा कि आपका बर्थ-डे कब आता है? तो वो बोली कि निकल गया। फिर मैंने पूछा कि बताओ तो सही तो वो बोली कि 17 मार्च को था। फिर थोड़ी बहुत बात हुई। फिर में ऊपर चला गया और फिर अचानक मुझको आइडिया आया कि क्यों ना आज भाभी का बर्थ-डे सेलीब्रेट किया जाए? और बस शाम को में 7 बजे के करीब मार्केट से एक केक, समोसे और कोल्डड्रिंक लेकर आया। फिर में भाभी के यहाँ गया। फिर वो बोली कि ये सब क्या है? तो मैंने बोला कि आज आपका बर्थ-डे सेलीब्रेट करेंगे। फिर पहले कुछ देर नखरे करने के बाद वो मान गई। फिर उन्होंने केक काटा और पहले मैंने उनको खिलाया और फिर वो बेड पर बैठ गई और फिर हमने साथ में पार्टी की।
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम राज है और मेरी हाईट 5 फुट 6 इंच है। में गोरे रंग का लड़का हूँ और मेरा लंड 6 इंच लंबा और थोड़ा टेढ़ा भी है। आज में आप सबको अपनी एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ जो कि मेरी और मेरी किरायेदार सोनी भाभी की है। ये बात 1 साल पहले की है और मेरा घर उत्तरप्रदेश में है डबल फ्लोर, जिसमें ऊपर हमारी फेमिली रहती है और नीचे किरायेदार। दोस्तों कहानी कुछ इस तरह से है। में साउथ इंडिया के एक कॉलेज से इंजिनियरिंग कर रहा था, मेरी इंजिनियरिंग पूरी हो गई और में अपने घर आ गया। अब घर में बस मेरी माँ रहती है, क्योंकि पापा आर्मी में है ना। अब में रात को 2 बजे घर पहुँचा और चेंज करके फ्रेश होकर कॉफी पीकर सो गया। फिर अगली सुबह उठा
नहा धोकर घूमने निकला तो नीचे उतरते समय एक बहुत खूबसूरत, गोरी, स्लिम औरत पर मेरी नज़र पड़ी तो में मुस्कुरा कर बाहर चला गया।
फिर में घूमकर शाम को आया तो वो मुझे फिर दिखी और मुस्कुराई। फिर मैंने पूछा कि आप शायद हमारी नई किरायेदार है ना तो वो बोली कि हाँ, लेकिन नई नहीं हूँ, में यहाँ 3 महीनों से तो हूँ और में मुस्कुरा कर चला गया। फिर कुछ दिन नॉर्मल चलता रहा और मेरी उनके लिए कुछ ऐसी सोच भी नहीं थी। फिर एक दिन मेरा एक दोस्त मेरे घर आया और उसने भाभी को देखा तो बोला कि क्या माल है राज? तो मैंने ध्यान नहीं दिया और हम घूमने चले गये। फिर एक दिन में अपने दोस्तों के साथ घर के आस पास ही खड़ा था तो तभी सोनी भाभी अपने 1 साल के बेटे देव और पति के साथ बाईक पर कहीं जा रही थी, तभी मेरे दोस्त बोले कि तेरी किरायेदार की वाईफ क्या मस्त है? लेकिन मैंने कुछ नहीं कहा।
फिर रात को डिनर के बाद जब में बेड पर लेटा तो मेरे दोस्त की उस बात पर ध्यान गया और में सोचने लगा कि सच में सोनी भाभी कितनी सुंदर है? और उनके पति भी कितने लकी है जो इतनी सुंदर वाईफ पाई है। बस इसी दिन से मेरा दिमाग़ और लंड दोनों सोनी भाभी के दीवाने हो गये। उस रात मैंने उनके बारे में सोचकर 2 बार मुठ मारी और सो गया। फिर दूसरे दिन जब वो सुबह 8 बजे दिखी तो मैंने उनसे बात करने के लिए जानबूझ कर बोला कि बड़ी लेट उठती है आप। फिर वो बोली कि रात में सोने में लेट हो जाता है ना। इस तरह धीरे-धीरे हमारी बातचीत शुरू हो गई और अब में उनके पति से भी बात करता था और कभी-कभी उनके यहाँ उनके लड़के को खिलाने जाता था और उनके लिए चॉकलेट भी ले जाता था, अब वो मुझे अक्सर चाय पिलाती थी।
अब उनके यहाँ बैठने से अब थोड़ा बहुत मज़ाक भी होता था, वो लोग भी पंडित थे और में भी पंडित हूँ तो कभी-कभी भाभी मुझसे मज़ाक में अक्सर बोलती थी कि आप मेरी बहन रिया से शादी कर लीजिए, लेकिन में कुछ नहीं बोलता था। अब तो रोज़ में उनके बारे में सोचकर कम से कम 3-4 बार मुठ मार देता था और सोचता था कि काश ये मुझे मिल जाए तो मज़ा आ जाए। अब में उनसे मज़ाक में कभी- कभी जब भैया नहीं रहते तो डबल मीनिंग शब्द भी बोलता था। फिर एक दिन जब में उनके यहाँ बैठा था तब भैया नहीं थे। फिर वो चाय बनाकर लाई और मज़ाक में फिर बोली कि मेरी बहन रिया से शादी करोगे ना। फिर मैंने बोल दिया कि आज आप मुझे रिया की फोटो दिखा ही दीजिए। फिर वो बोली कि पहले चाय तो पी लीजिए। फिर में बोला कि नहीं आप पहले उसकी फोटो दिखाइए तो वो एलबम ले आई और रिया की फोटो दिखाई तो मेरे मुँह से निकल पड़ा कि रिया से अच्छी तो आप है। फिर वो हंसी और बोली कि में तो 1 बच्चे की माँ हूँ। फिर मैंने कहा कि ये मज़ाक नहीं है आप रिया से क्या बल्कि हमारी कॉलोनी की सभी औरतों से बहुत ज्यादा अच्छी दिखती है? अब वो ये सुनकर अंदर से खुश थी, लेकिन बोली कि मुझे ज्यादा चने के पेड़ पर मत चढ़ाओ। फिर में बोला कि भगवान कसम सच बोल रहा हूँ।
फिर थोड़ी देर के बाद वो बोली कि में काम करने जा रही हूँ आप बैठिए, लेकिन में भी ऊपर अपने घर चला गया। फिर मैंने रात में 2-3 बार मुठ मारा और सोचने लगा कि काश भाभी चोदने के लिए मिल जाए और प्लान बनाने लगा। अब में भाभी और उनके लड़के पर और ज्यादा पैसे खर्च करने लगा था। अब जब भैया कभी-कभी ऑफिस के काम से आउट ऑफ स्टेशन जाते तो में भाभी के लिए होटल से डिनर भी पैक करा कर ले आता था और शायद वो ये सब भैया को कभी नहीं बताती थी। फिर एक दिन भैया कहीं आउट ऑफ स्टेशन गये थे तो में भाभी के यहाँ बैठा था। फिर वो बोली कि सितम्बर में देव 2 साल का हो जायेगा। फिर मैंने बोला हाँ अच्छा है ना, आप उसका बर्थ-डे सेलीब्रेट करती है ना तो वो बोली कि हाँ-हाँ हर बार करते है। फिर में बोला और आपका तो वो बोली कि शादी से पहले सेलीब्रेट करती थी, लेकिन अब कहाँ हो पाता है।
फिर मैंने पूछा कि आपका बर्थ-डे कब आता है? तो वो बोली कि निकल गया। फिर मैंने पूछा कि बताओ तो सही तो वो बोली कि 17 मार्च को था। फिर थोड़ी बहुत बात हुई। फिर में ऊपर चला गया और फिर अचानक मुझको आइडिया आया कि क्यों ना आज भाभी का बर्थ-डे सेलीब्रेट किया जाए? और बस शाम को में 7 बजे के करीब मार्केट से एक केक, समोसे और कोल्डड्रिंक लेकर आया। फिर में भाभी के यहाँ गया। फिर वो बोली कि ये सब क्या है? तो मैंने बोला कि आज आपका बर्थ-डे सेलीब्रेट करेंगे। फिर पहले कुछ देर नखरे करने के बाद वो मान गई। फिर उन्होंने केक काटा और पहले मैंने उनको खिलाया और फिर वो बेड पर बैठ गई और फिर हमने साथ में पार्टी की।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.