28-10-2021, 05:21 PM
अगली सुबह ज्योति का फोन आया
"मां कैसी हो?'
"मैं ठीक हूं बेटी, तू बता तू कैसी है? तू ठीक तो है ना? "
"हां मां, कल एक आश्चर्यजनक बात हुई जीवन में भी ठीक वैसा ही लाकेट पहना हुआ था जैसा आपने दिया था हाथी दांत वाला. जब मैं और जीवन संभोगरत तभी मेरी नजर उसके लॉकेट पर पड़ी. उसके लाकेट ने मेरे लाकेट को सटा लिया था. और एक दिल की आकृति बन गई थी. यह एक अद्भुत संयोग ही है ना? मां मै और जीवन एक दूसरे के लिए ही बने हैं. मां तुम एक बार जीवन से मिलना वह सच में बहुत अच्छा है मेरा बहुत ख्याल रखता है."
मेरे हाथ कांप रहे थे फोन का रिसीवर मेरे हाथ से गिर पड़ा. हे भगवान यह क्या हो रहा था. मुझे जगत की याद आ गई कहीं ऐसा तो नहीं की जीवन ही जगत था. हे भगवान तो क्या एक भाई ने अपनी बहन के साथ संभोग किया मैं थरथर कांप रही थी. रजनीश बगल में सो रहे थे. मैं जल्द से जल्द जीवन से मिलना चाहती थी.
"मां कैसी हो?'
"मैं ठीक हूं बेटी, तू बता तू कैसी है? तू ठीक तो है ना? "
"हां मां, कल एक आश्चर्यजनक बात हुई जीवन में भी ठीक वैसा ही लाकेट पहना हुआ था जैसा आपने दिया था हाथी दांत वाला. जब मैं और जीवन संभोगरत तभी मेरी नजर उसके लॉकेट पर पड़ी. उसके लाकेट ने मेरे लाकेट को सटा लिया था. और एक दिल की आकृति बन गई थी. यह एक अद्भुत संयोग ही है ना? मां मै और जीवन एक दूसरे के लिए ही बने हैं. मां तुम एक बार जीवन से मिलना वह सच में बहुत अच्छा है मेरा बहुत ख्याल रखता है."
मेरे हाथ कांप रहे थे फोन का रिसीवर मेरे हाथ से गिर पड़ा. हे भगवान यह क्या हो रहा था. मुझे जगत की याद आ गई कहीं ऐसा तो नहीं की जीवन ही जगत था. हे भगवान तो क्या एक भाई ने अपनी बहन के साथ संभोग किया मैं थरथर कांप रही थी. रजनीश बगल में सो रहे थे. मैं जल्द से जल्द जीवन से मिलना चाहती थी.