28-10-2021, 04:24 PM
जीवन-ज्योति
जीवन और ज्योति इन दोनों की जोड़ी कालेज में सभी की जुबान पर रहती थी. वह दोनों एक ही क्लास में थे. वो साथ-साथ पढ़ते और घूमते पर उनकी रातें अपने अपने हॉस्टल में गुजरतीं. वह दोनों एक दूसरे को अपना जीवनसाथी मान चुके थे पर साथ रातें गुजारने में अभी वक्त था.
उस दिन वैलेंटाइन डे था शायद कॉलेज में यह उनका आखिरी वैलेंटाइन डे होता. दोनों मन ही मन एक दूसरे के प्रति समर्पण को तैयार थे. उनके यौनांग भी एक दूसरे को महसूस करने के लिए तत्पर थे. आज तक जीवन और ज्योति ने एक दूसरे के अंगों को महसूस जरूर किया था पर वस्त्रों के ऊपर से. जीवन और ज्योति ने एक दूसरे को नग्न नहीं देखा था. अबतक यह उन्हें मर्यादा के खिलाफ लगता था. परंतु अब वह दोनों युवा हो चुके थे.ज्योति भी कुछ दिनों पहले मतदान योग्य हो चुकी थी. उसने भी आज मन बना लिया था कि वह अपना कौमार्य अपने प्रेमी जीवन को अर्पित कर देगी. जीवन भी यह बात जानता था पर कहां? उनके पास कोई उचित जगह नहीं थी. होटल जाना खतरनाक हो सकता था.
जीवन और ज्योति इन दोनों की जोड़ी कालेज में सभी की जुबान पर रहती थी. वह दोनों एक ही क्लास में थे. वो साथ-साथ पढ़ते और घूमते पर उनकी रातें अपने अपने हॉस्टल में गुजरतीं. वह दोनों एक दूसरे को अपना जीवनसाथी मान चुके थे पर साथ रातें गुजारने में अभी वक्त था.
उस दिन वैलेंटाइन डे था शायद कॉलेज में यह उनका आखिरी वैलेंटाइन डे होता. दोनों मन ही मन एक दूसरे के प्रति समर्पण को तैयार थे. उनके यौनांग भी एक दूसरे को महसूस करने के लिए तत्पर थे. आज तक जीवन और ज्योति ने एक दूसरे के अंगों को महसूस जरूर किया था पर वस्त्रों के ऊपर से. जीवन और ज्योति ने एक दूसरे को नग्न नहीं देखा था. अबतक यह उन्हें मर्यादा के खिलाफ लगता था. परंतु अब वह दोनों युवा हो चुके थे.ज्योति भी कुछ दिनों पहले मतदान योग्य हो चुकी थी. उसने भी आज मन बना लिया था कि वह अपना कौमार्य अपने प्रेमी जीवन को अर्पित कर देगी. जीवन भी यह बात जानता था पर कहां? उनके पास कोई उचित जगह नहीं थी. होटल जाना खतरनाक हो सकता था.