Thread Rating:
  • 7 Vote(s) - 2 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
पुरानी हिन्दी की मशहूर कहनियाँ
हमारे गिरोह में सभी के लुगाई बच्चे थे | पर बहनचोद मेरा कोई नही था | मेरी जब भी रात में नींद खुलती तो मुझे हर तरफ से आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की आवाजे सुनाई देती | मैं समझ जाती कि मादरचोद सब चुदाई कर रहे हैं | मैं भी चुदवाना चाहती थी पर किस्से चुद्वाऊ कुछ समझ नही आता था मुझे | मैं बस अपनी चूत में ऊँगली से या कोई भी लम्बी और मोटी सब्जी से चूत की प्यास बुझा लेती थी पर मुझे लंड चाहिए था | अब एक दिन हम लोगो ने प्लान बनाया की गणतंत्र दिवस के दिन नेता जी झंडा फहराने आयेंगे और उनका अपहरण कर के पैसे मांगेंगे | सभी तैयार थे और हमारी प्लानिंग भी पूरी हो चुकी थी | हम सभी जंगल के चारो तरफ फैल गए थे और जैसे ही नेता जी की गाड़ी निकली हमने सामने बम ब्लास्ट कर दिया और हर तरफ से गोली चालने लगे | मैंने देखा कि जब सब मर गए हैं और नेता जी की गाड़ी की तरफ गये तो देखा कि वो भी मर गया | जब मैंने गिरोह से पुछा कि इस मादरचोद पर गोली किसने चलाई तो किसी ने कुछ नही बोला कोई अपनी गलती मानने को तैयार ही नही हो रहा था | तभी उसे कार में से निकाल कर एक लड़का भागा जिसका नाम बुन्नु है | तो उसे हमारे गिरोह ने पकड़ लिया | अब हमे उस कार में से जो भी सामान मिला हम सब उठा कर वहां से नए ठिकाने पर चल दिए | शाम के करीब 6 बज रहे होंगे हम सब एक बहुत घने जंगल में रुके उस रात | रात के वक्त खाने की तैयारी चलने लगी और मैं उस बुन्नु के पास गई | मैंने उससे उसका नाम पूछा और सारी जानकारी ली उसके और उसके घरवालो के बारे में |[Image: 5.jpg]

[Image: 9.jpg]
[Image: 11.jpg]
[Image: 12.jpg]
[Image: 8.jpg]
[Image: 6.jpg]
[Image: 7.jpg]
[Image: 4.jpg]
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply


Messages In This Thread
Pahli bar bahan k sath picnic - by neerathemall - 14-02-2019, 03:18 AM
RE: Soni Didi Ke Sath Suhagraat - by neerathemall - 26-04-2019, 12:23 AM
didi in waterfall - by neerathemall - 04-06-2019, 01:34 PM
Meri Didi Ki Garam Jawani - by neerathemall - 29-01-2020, 11:22 AM
RE: पुरानी हिन्दी की मशहूर कहनियाँ - by neerathemall - 25-10-2021, 11:48 AM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)