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Incest प्यारी बहन की चूत में मोटा लंड
#3
फिर थोड़ी देर के बाद मेरी बहन आई और मेरे बगल में बैठ गयी/ अब मेरे मन में अभी तक कुछ भी ग़लत ख्याल नहीं था, अब हम इंग्लिश मूवी देख रहे थे/ मेरी दीदी ने एक नाइटी पहनी थी और मुझसे कहा कि क्या मूवी देख रहे हो? चलो कुछ बातें करते है/ फिर मैंने टी/वी बंद की और में और दीदी उनके कमरे में चले गये और अब हम पहले तो नॉर्मल बातें कर रहे थे/ फिर दीदी ने पूछा कि रवि में ब्रा और पेंटी ट्राई करती हूँ, तुम देखकर बताओ/ अब मे हैरान हो गया और अब में अंदर ही अंदर खुश था कि चलो आज दीदी के बूब्स देखेंगे/

फिर दीदी उठी और अलमारी में से ब्रा और पेंटी का सेट निकाला और बाथरूम में जा कर चेंज करके आई/ पहले तो उन्होंने काले कलर की ब्रा और पेंटी पहनी, उसमें वो बहुत सेक्सी लग रही थी/ अब मुझे उनका पूरा बूब्स आसानी से दिख रहा था और उनकी चूत भी साफ़-साफ़ दिख रही थी, उनकी चूत पर बहुत बाल थे और उनके बूब्स के निप्पल बड़े-बड़े थे/ फिर दीदी ने कहा कि कैसी है? तो मैंने कहा कि सेक्सी, तो फिर दीदी हंसी और कहा कि में दूसरी ट्राई करती हूँ/

उसके बाद दीदी ने कहा कि अब मुझे नींद आ रही है तो वो सोने चली गयी/ उस रात मैंने 3 बार मुठ मारी और फिर सो गया/ फिर सुबह में काम पर नहीं गया और मैंने 2-3 दिन की छुट्टी ले ली कि मुझे थोड़ा बुखार है/ फिर हमने खाना खाया और फिर दीदी अपना काम करने लगी/ अब दीदी बाथरूम में बैठकर अपने कपड़े धो रही थी/ दीदी ने रात वाली ही नाइटी पहनी थी और अब उनकी नाइटी पूरी भीग गयी थी और फिर जब वो अपने कपड़े लेने बाहर आई तो उनकी नाइटी भीगी होने की वजह से मुझे उनके बूब्स का साईज़ साफ़-साफ़ दिख रहा था, शायद उन्होंने ब्रा नहीं पहनी थी/ अब में उनके बूब्स को ही देख रहा था, जो शायद उन्हें पता चल गया था/

फिर दीदी नहाने चली गयी, फिर उसके बाद में नहाने गया तो मैंने बाथरूम में देखा कि उनकी ब्रा और पेंटी वही पड़ी थी, लगता है वो सुखाना भूल गयी थी/ अब में उनकी ब्रा और पेंटी से मुठ मार रहा था और फिर में उनकी ब्रा की कटोरी में झड़ गया/ फिर में बाहर निकला तो देखा कि दीदी ने साड़ी पहनी थी और लो-कट ब्लाउज पहना था/ अब उनमें से उनके आधे बूब्स साफ-साफ़ दिख रहे थे, क्योंकि अंदर ब्रा पारदर्शी वाली थी/ फिर दीदी ने कहा कि बहुत देर लगा दी, तो मैंने कहा कि कुछ नहीं बस ऐसे ही/ अब दोपहर में दीदी और में बैठ थे तो दीदी ने कहा कि गर्मी बहुत है, तो मैंने भी कहा कि हाँ बहुत गर्मी है/

दीदी – रवि तुम्हारे कोई गर्लफ्रेंड है या नहीं/

में – मैंने कहा नहीं में अपनी पत्नी से बहुत प्यार करता हूँ, फिर मैंने उनसे पूछा कि ये सवाल क्यों?

दीदी – कुछ नहीं बस ऐसे पूछ रही हूँ/

में – फिर मैंने उनसे पूछा कि उस दिन आपने कहा था कि अब दिन कैसे निकलेंगे? तो में कुछ समझा नहीं, क्या आप फिर से बताओगी?

दीदी – मतलब में पूछना चाहती हूँ कि तुम्हारी पत्नी तो मायके गयी है, तो अब कैसा लग रहा है?

में – बहुत बोरिंग/

दीदी – क्यों?

में – ऐसे ही/

अब शाम को में दोस्तों के साथ घूमकर रात को 8 बजे घर पहुँचा, तो तब तक दीदी ने खाना बना लिया था/ फिर हमने खाना खाया और सोने चले गये, फिर दीदी ने कहा कि क्या में तुम्हारे कमरे में सो सकती हूँ? तो मैंने पूछा कि क्यों? तो उन्होंने कहा कि अकेली बोर होती हूँ, तो मैंने कहा कि ठीक है, जब गर्मी के दिन थे तो में हाफ पेंट पहनकर ही सोता था/

फिर मेरी दीदी ने कहा कि चलो आज हम छत पर सोते है/ छत पर पर ज़्यादा उजाला था, क्योंकि चाँदनी रात थी/ अब मैंने जानबूझ कर अंडरवेयर नहीं पहना और सिर्फ़ हाफ पेंट ही पहनी, वो भी ढीली, जिसे आसानी से उतार सके/ फिर मेरी दीदी ने अपनी साड़ी उतार दी और अब वो सिर्फ़ ब्लाउज और पेटीकोट में आ गयी/ अब वो बहुत सेक्सी दिख रही थी, अब रात के 11 बज गये थे/

अब मेरी दीदी सो गयी थी, लेकिन अब मुझे नींद नहीं आ रही थी/ फिर मैंने देखा कि दीदी की चूचीयां बहुत अच्छे से दिख रही थी/ अब में आउट ऑफ कंट्रोल हो गया था और अपनी पेंट को उतारकर चादर ऊपर रखकर एक हाथ से मुठ मार रहा था और एक हाथ से उनका बूब्स हल्का सा दबा रहा था कि अचानक से दीदी हिली और में वहाँ से अपना हाथ हटाकर सोने का नाटक करने लगा/

फिर दीदी ने मेरी चादर थोड़ी खींची और वो मेरे ही चादर में आ गयी, अब मुझे डर लगने लगा था कि अब दीदी देख लेगी तो गुस्सा हो जायेगी, लेकिन दीदी सो गयी और में भी अपनी पेंट पहनकर सो गया/ फिर करीब रात के 2 बजे होंगे, मेरी आँख खुली तो मैंने देखा कि मेरी दीदी वहाँ नहीं थी, तो में नीचे गया और मेरे कमरे में देखा तो कमरे की लाईट चालू थी/ फिर जब में अंदर जाने लगा तो में देखकर हैरान हो गया, अब दीदी मेरा कंप्यूटर चालू करके मुठ मार रही थी और में भी खड़े होकर मुठ मारने लगा/

फिर मैंने सोचा कि अब कल दीदी को ज़रूर चोदूंगा और पहले वो ही चालू करेगी/ फिर जब सुबह हुई तो मैंने देखा कि 11 बज गये थे/ अब दीदी उठ चुकी थी और नहाकर नाश्ता बना रही थी/ उस दिन उन्होंने पीले कलर की सलवार कमीज़ पहनी थी और मुझे उनकी गली साफ दिख रही थी/ फिर में उठा और फिर बाथरूम में नहाने गया, अब में जानबूझ कर कपड़े ले जाना भूल गया/ फिर मैंने दीदी से टावल माँगा तो उन्होंने मुझे टावल ला कर दिया/

फिर में नाटक करने लगा कि में बाथरूम में गिर गया और मेरे पैर में चोट लग गयी, तो दीदी ने कहा कि में मालिश कर देती हूँ/ फिर दीदी तेल कि बोतल लेकर आई और अब वो मेरे घुटने तक पैर की मालिश कर रही थी और में सिर्फ टावल में ही था/ दीदी के हाथ बहुत मुलायम थे, जब वो मालिश कर रही थी तो मेरा लंड खड़ा हो गया, अब दीदी उसे देख रही थी/

फिर मैंने कहा कि दीदी थोड़ी सिर की मालिश भी कर दो, तो वो मेरे सिर की मालिश करने लगी/ अब वो मेरे ऊपर बैठकर मालिश करने लगी थी, उसे मैंने ही कहा था/ अब वो ऐसे बैठी थी कि मेरा लंड उनको टच हो रहा था, अब दीदी के बूब्स भी हिल रहे थे/ फिर में उठा तो दीदी ने कहा कि आजा खाना खा ले, तो मैंने कहा कि तुम चलो में कपड़े चेंज करके आता हूँ/ फिर जैसे ही दीदी जाने लगी तो मेरा टावल खुलकर नीचे गिर गया और मेरी दीदी बाहर चली गयी/

फिर में बाहर आया और अब में दीदी से शरमा रहा था/ फिर मेरी पत्नी का फोन आया तो में उससे बात करने लगा, अब दीदी मुझे गुस्से से देख रही थी/ फिर फोन रखने के बाद दीदी ने कहा कि कब आ रही है? तो मैंने कहा कि 4 दिन बाद/ फिर मैंने उनसे पूछा कि दीदी क्या हुआ कुछ टेंशन में हो? तो उन्होंने कहा कि चलो आज गार्डन जाते है, तो में खुश हो गया/ अब हम बाइक पर जा रहे थे, अब दीदी मेरे पीछे से चिपक कर बैठी थी, अब उनके बूब्स मुझे टच हो रहे थे/

फिर हम पार्क पहुँचे तो वहाँ सब लवर्स ही थे, कुछ लोग किस कर रहे तो कुछ लोग घूम रहे थे/ फिर मैंने दीदी से कहा कि चलो दीदी, कहीं और चलते है/ फिर उन्होंने कहा कि नहीं, यहीं सही है/ अब में और दीदी वहाँ बैठकर दूसरो को देखकर मुस्कुरा रहे थे/ फिर दीदी ने कहा कि कितना अच्छा गार्डन है, तो मैंने कहा कि हाँ/ अब रात हो गयी थी तो अब पार्क बंद होने वाला था/ फ़िर हम वहाँ से निकले/

गार्डन से मेरा घर 10 किलोमीटर था और 2 किलोमीटर जाने के बाद वहाँ थोड़ा जंगल था तो दीदी ने कहा कि रुक, तो मैंने कहा कि क्यों? तो दीदी ने कहा कि मुझे पेशाब करना है/ फिर मैंने कहा कि आप करके आओ, तो उन्होंने कहा कि नहीं बहुत अंधेरा है, तो मैंने कहा कि यहीं कर लो, तो दीदी ने कहा कि ओके और वो वही पेशाब करने लगी/
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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RE: प्यारी बहन की चूत में मोटा लंड - by neerathemall - 26-04-2019, 12:16 AM



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