26-04-2019, 12:09 AM
“क्या हुआ कविता.”
“अब नही रहा जाता भैया, अब और अधिक देर मत करो बस…अब चोद कर मेरी खुजली मिटाओ.. मेरे प्यारे र वी भैय्य्या… बहुत तेज खुजली हो रही है.” रवि समझ गया की कविता अब पूरी तरह मस्त हो उठी है. वो यही चाहता ही था उसने तो जानबूझकर अपनी मस्तानी हरकतों से कविता को इस्कदर मस्त कर दिया था.
“बस कविता घबराओ नही, अब मुझसे भी अधिक सहन नही हो रहा है.”
रवि ने कहा और वो तुरंत अपने कपड़े उतारने लगा. देखते ही देखते वो सिर से पैर तक मदरजात नंगा हो उठा. उसका लंड टाइट हो कर उठक बैठक लगा रहा था और कविता की आँखें नशे से मस्ती मे बंद होती जा रही थी. वो पलकें बंद किए लेटी थी. कपड़े उतार के रवि कविता पर दोनो टाँगों के बीच आ गया.
उसने बगल मे पड़ी क्रीम की ट्यूब उठाई और अपने लंड पर तथा कविता की चूत की दरारों मे क्रीम लगाई और फिर कविता की दोनो टाँगों को थोड़ा सा फैला दिया. उसके ऐसा करने से कविता की गुलाल हो रही चूत थोड़ा सा फैल उठी.
“अब नही रहा जाता भैया, अब और अधिक देर मत करो बस…अब चोद कर मेरी खुजली मिटाओ.. मेरे प्यारे र वी भैय्य्या… बहुत तेज खुजली हो रही है.” रवि समझ गया की कविता अब पूरी तरह मस्त हो उठी है. वो यही चाहता ही था उसने तो जानबूझकर अपनी मस्तानी हरकतों से कविता को इस्कदर मस्त कर दिया था.
“बस कविता घबराओ नही, अब मुझसे भी अधिक सहन नही हो रहा है.”
रवि ने कहा और वो तुरंत अपने कपड़े उतारने लगा. देखते ही देखते वो सिर से पैर तक मदरजात नंगा हो उठा. उसका लंड टाइट हो कर उठक बैठक लगा रहा था और कविता की आँखें नशे से मस्ती मे बंद होती जा रही थी. वो पलकें बंद किए लेटी थी. कपड़े उतार के रवि कविता पर दोनो टाँगों के बीच आ गया.
उसने बगल मे पड़ी क्रीम की ट्यूब उठाई और अपने लंड पर तथा कविता की चूत की दरारों मे क्रीम लगाई और फिर कविता की दोनो टाँगों को थोड़ा सा फैला दिया. उसके ऐसा करने से कविता की गुलाल हो रही चूत थोड़ा सा फैल उठी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
