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Adultery स्टोर बाबू का बेटा
#10
आगे
अरे भाई कुछ नहीं बस अपने छोटू को मजे करा रहा था मैं बोला छोटू कौन छोटू उसने पेंट के ऊपर से पकड़ कर दिखा दिया और ये मेरे छोटू तेरे पास भी तो होगा अजा भाई तू भी मजे कर और किताब निकाल कर दिखाने लगा मैंने जब किताब पर देखा तो उस किताब मैं नंगी लड़की थी जो टांगे फेला कर खड़ी थी राहुल बोला देख भाई कैसे चुचे पकड़ कर खड़ी है जैसे बोलरही हो आजाओ मेरे दूध पीओ उसने पन्ना पलटा तो उसमें वही लड़की पहले पेज मैं थी वोही लड़की अपनी नाभि के निचे हाथ लगा कर खड़ी थी राहुल बोला अब्देख भाई कैसे चुत खोल कर खड़ी है और बोल रही हो मेरी चुत मारो अगले पन्ने पर राहुल बोला देख भाई कैसे घोड़ी बन कर लंड चूस रही अब राहुल बोला भाई मैं जा रहा मुठ मारने जा रहा हूं अभी आता हूं और चला गया मुझे किताब को देख कर बड़ा अच्छा लगा अब मेरा छोटू भी खड़ा हो गया था मुझे अब चुत और चूची लंड क्या, होता है पता चल गया मेरा भी किताब देखने का मन करने लगा मैने सोचा जब किताब देख कर मजा आने लगा तो मुठ मार कर और मजा आता होगा लेकिन मुठ कैसे मरते है मुझे नहीं पता तभी राहुल आया और बोला ले किताब ले और इसे देख कर मुठ मार ले मैंने किताब ली और बोला भाई मुठ कैसे मरते है राहुल ने सुना और हसने लगा और विशाल और विकी के पास चला गया मैं वही बैठा रहा एक मिनट मैं वो तीनो लोग अंदर आये तो राहुल बोला भैया रवि को मुठी मारनी नहीं आती सब लोग हसने लगे मुझे राहुल पर गुससा आने लगा तो मे उठा और निकलने लगा तो विशाल बोला भाई चलो मैं बता देता हूं और बोला अपने लंड को पकड़ कर आगे पीछे करो थोड़ी देर मैं तेज तेज करो मुझे समझ मे आगया तभी मैंने टाइम देखा तो 4बज रहे थे अब हम लोग मैच खेलने जाने लगे हम लोग फील्ड पहुचे और वहां खेलने लगे, और घर आ गया घर पर खाना खाने के बाद बिस्तर पर लेटा और आज के बारे मैं सोचने लगा मुझे लंड चुत चूची तो पता था मगर मुठी मारने की सोचने लगा और और अपने निकर के अंदर हाथ से छोटू को पकड़ कर आगे पीछे करने लगा लेकिन विकी भईया के घर किताब देख कर जो मजा आरहा था उतना नहीं आया तो मैंने सोचा कल दोपहर मैं भाई के घर जा कर किताब देख कर मरूंगा और अपने छोटू को पकड़ कर सो गया अगले main उठा और दोपहर मैं विकी भाई के घर गया विशाल ने गेट खोला राहुल और भाई गेम खेल रहे थे मैं जा कर बैठ गया और विशाल भी थोड़ी देर बाद मैं विशाल से बोला विशाल भाई वो किताब कहाँ रखी है तो विशाल बोला चल तुझे निकाल कर देता हूँ विशाल मेरे साथ दूसरे कमरे मैं गया और किताब निकाल कर मुझे दी और बोला मुठी यहाँ मत मारना बाथरूम मैं जाकर और जहाँ माल गिरा वहां पानी डाल देना ठीक है मे बोला भाई माल मतलब विशाल बोला जब तू मुठी मरेगा तब आखिर मैं तेरे छोटू से निकले गा जब तक माल ना निकले तब तक हिलाते रहना मे बोला ठीक है अब बाथरूम मैं अंदर दरवाजा बंद करके खड़ा हो गया चेन खोल कर छोटू को बाहर निकाल अपने छोटू को पकड़ा और किताब एक हाँथ मे और एक हाथ से छोटू पकड़ कर आगे पीछे करने किताब देख ने लगा मुझे किताब मैं मजा आने लगा मेने किताब मैं देखा पहले पन्ने वाली लड़की अपनी चूची दिखाते हुए और चुत गांड दिखाते हुआ लंड चूस ते हुए चूत मैं लंड लेते लेते और गांड main लंड लेते हुए मेरा हाथ तेजी से आगे पीछे करते रहा अब मेरे हाथ main दर्द होने लगा मगर अभी तक माल नहीं निकला अबमैंने किताब नीचे रख दी और दूसरे हाथ से करने लगा थोड़ी देर बाद दूसरे हाथ से अब शरीर main कपकपी से आने लगी और ऐसा लगा मेरे बॉडी पूरी कांप रही थी तभी मै अपनी फुल स्पीड से छोटू को आगे पीछे कारने लगा तभी मुझे तेज से झटका सा लगा और मेरे छोटू से सफेद रंग का माल निकल ने लगा 10,12 पिचकारी से मारने के बाद मेरे शरीर हल्का सा लगा मैं ज़मीन पर बैठ गया थका हुआ महसूस कर रहा था तोड़ी देर बैठा रहा तभी बाहर से आवाज आई राहुल बोला एक घंटे से अंदर मुठी मार रहा है रवि बाहर निकल मुझे भी मारनी है मुझे महसूस हुआ की मैं उठ सकता हु मैं बोला अभी आया मैंने जल्दी से खड़ा हुआ और चेन बंद करी और गेट खोला और मग्गे से पानी लेकर डालने लगा और किताब उठा ली राहुल बोला किताब मुझे देदो मैं किताब देकर कमरे मैं अकेला बैठ गया और सोचा आज मैंने पहली बार मुठी मारी और मजा भी आया अब गेम खेलन विशाल और विकी भईया के पास चला गया
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RE: स्टोर बाबू का बेटा - by Rome s - 07-10-2021, 05:28 PM



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