06-10-2021, 02:23 PM
(This post was last modified: 06-10-2021, 02:23 PM by neerathemall. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
अर्शिया जब भी छुट्टियों में मेरे घर आती है, तो हम सब लोग काफी मस्ती करते हैं. अर्शिया भी बहुत मस्तीखोर है.
उसके साथ मस्ती करते करते मेरी नजरें कई बार उसके बोबों पर चली जाती हैं और उसी वक्त मेरा लंड खड़ा हो जाता है.
मस्ती मस्ती में कई बार तो मैं अर्शिया के बोबों को छू भी लेता और कई बार उसकी गांड को भी छू लेता था.
अर्शिया का बदन काफी गदराया हुआ और सेक्सी था. मेरी चाहत तो अर्शिया के जिस्म को नंगा देखने की थी, पर वो ठहरी मेरी बहन … तो ऐसा हो पाना नामुमकिन था.
एक दिन अर्शिया मेरे घरवालों से मिलने अपनी मम्मी के साथ मेरे घर आई.
चूंकि इस बार अर्शिया बहुत दिनों बाद मेरे घर आई थी, तो उसका मन लग गया और उसने अपनी मम्मी के साथ अपने घर वापस जाने से मना कर दिया.
अर्शिया की मम्मी भी मान गईं और वो अर्शिया को मेरे घर ही छोड़ कर चली गईं.
अब अर्शिया मेरे घर पर ही थी और हम सब बातें करते हुए मस्ती कर रहे थे.
उसके साथ मस्ती करते करते मेरी नजरें कई बार उसके बोबों पर चली जाती हैं और उसी वक्त मेरा लंड खड़ा हो जाता है.

मस्ती मस्ती में कई बार तो मैं अर्शिया के बोबों को छू भी लेता और कई बार उसकी गांड को भी छू लेता था.
अर्शिया का बदन काफी गदराया हुआ और सेक्सी था. मेरी चाहत तो अर्शिया के जिस्म को नंगा देखने की थी, पर वो ठहरी मेरी बहन … तो ऐसा हो पाना नामुमकिन था.
एक दिन अर्शिया मेरे घरवालों से मिलने अपनी मम्मी के साथ मेरे घर आई.
चूंकि इस बार अर्शिया बहुत दिनों बाद मेरे घर आई थी, तो उसका मन लग गया और उसने अपनी मम्मी के साथ अपने घर वापस जाने से मना कर दिया.
अर्शिया की मम्मी भी मान गईं और वो अर्शिया को मेरे घर ही छोड़ कर चली गईं.
अब अर्शिया मेरे घर पर ही थी और हम सब बातें करते हुए मस्ती कर रहे थे.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
