04-10-2021, 06:35 PM
"दुबारा अन्दर ले" राजेश बोला।
"बहुत बड़ा है, पूरा अन्दर नहीं ले सकती" रेनू ने खासते हुए कहा।
राजेश ने कुछ नहीं कहा, लेकिन उसके बाल पकड़ कर खींचे जिससे रेनू को दर्द हुआ और उसका मुह खुल गया और राजेश ने फिर से अपने बड़े लंड को मेरी बीवी के मुंह में उतार दिया। रेनू ने ज्यादा विरोध नहीं किया और राजेश ने फिर से लंड गले में उतार दिया, लेकिन जब रेनू का गला वापस चोक होने लगा तो उसने फिर से लंड बाहर निकालने की कोशिश की लेकिन इस बार राजेश ने उसको नहीं छोड़ा और मेरी बीवी का मुह चोदता रहा। ५ मिनट में ही रेनू की आंखे बाहर आने लगी और उसके गले से गों गों की आवाज निकलने लगी तब कही जाकर राजेश ने अपना लंड बाहर निकाला।
“याद रखना, आज के बाद कभी मुझे किसी बात से इंकार किया तो इससे भी बुरा हाल करूंगा” राजेश ने रेनू को चेतावनी दी।
रेनू जोर जोर से हांफ रही थी। उसके सुंदर बाल राजेश की जांघों पर गिरे हुए थे, धीरे-धीरे उसकी साँसे सामान्य हुईं।
“समझी या नहीं” राजेश ने पुछा।
“समझ गयी” रेनू ने सहम कर कहा।
“तो चूस फिर से इसे” राजेश ने मेरी बीवी को अपना लंड चूसने का आदेश दिया और रेनू ने वापस अपने नाजुक हाथो से मेरे पडोसी का लंड पकड़ा और अपने मुह में डाल लिया।
राजेश के चेहरे पर एक खुशी थी की वो मेरी बीवी को डोमिनेट कर रहा था। मेरी सेक्सी बीवी ने अपनी गति बढ़ा दी थी कि राजेश जल्दी ही झड जाए और बीच बीच में वो अपनी जीभ भी हमारे पड़ोसी के सुपाडे पर रगड़ रही थी।
मेरी बीवी के मुंह से लार टपक रही थी, और चूसने की आवाज मुझे फ़ोन पर साफ़ सुने दे रही थी।
“तुमको मजा आ रहा है न?” राजेश ने पुछा।
“आआ बब्ब बहुत्त्त यययय।” मेरी बीवी ने उत्तर दिया हालाँकि उसके गाल पर अभी भी आंसुओ के निशान थे।
"खड़ी हो जाओ और बेड पर कुतिया की तरह बैठ जाओ," राजेश ने रेनू से कहा। मेरी गर्म बीवी अपने घुटनों से उठी और बेड पर कुतिया के पोज़ में बैठ गयी। मेरा दिल बेचैन था कि वह आगे क्या करना चाहता है।
"बहुत बड़ा है, पूरा अन्दर नहीं ले सकती" रेनू ने खासते हुए कहा।
राजेश ने कुछ नहीं कहा, लेकिन उसके बाल पकड़ कर खींचे जिससे रेनू को दर्द हुआ और उसका मुह खुल गया और राजेश ने फिर से अपने बड़े लंड को मेरी बीवी के मुंह में उतार दिया। रेनू ने ज्यादा विरोध नहीं किया और राजेश ने फिर से लंड गले में उतार दिया, लेकिन जब रेनू का गला वापस चोक होने लगा तो उसने फिर से लंड बाहर निकालने की कोशिश की लेकिन इस बार राजेश ने उसको नहीं छोड़ा और मेरी बीवी का मुह चोदता रहा। ५ मिनट में ही रेनू की आंखे बाहर आने लगी और उसके गले से गों गों की आवाज निकलने लगी तब कही जाकर राजेश ने अपना लंड बाहर निकाला।
“याद रखना, आज के बाद कभी मुझे किसी बात से इंकार किया तो इससे भी बुरा हाल करूंगा” राजेश ने रेनू को चेतावनी दी।
रेनू जोर जोर से हांफ रही थी। उसके सुंदर बाल राजेश की जांघों पर गिरे हुए थे, धीरे-धीरे उसकी साँसे सामान्य हुईं।
“समझी या नहीं” राजेश ने पुछा।
“समझ गयी” रेनू ने सहम कर कहा।
“तो चूस फिर से इसे” राजेश ने मेरी बीवी को अपना लंड चूसने का आदेश दिया और रेनू ने वापस अपने नाजुक हाथो से मेरे पडोसी का लंड पकड़ा और अपने मुह में डाल लिया।
राजेश के चेहरे पर एक खुशी थी की वो मेरी बीवी को डोमिनेट कर रहा था। मेरी सेक्सी बीवी ने अपनी गति बढ़ा दी थी कि राजेश जल्दी ही झड जाए और बीच बीच में वो अपनी जीभ भी हमारे पड़ोसी के सुपाडे पर रगड़ रही थी।
मेरी बीवी के मुंह से लार टपक रही थी, और चूसने की आवाज मुझे फ़ोन पर साफ़ सुने दे रही थी।
“तुमको मजा आ रहा है न?” राजेश ने पुछा।
“आआ बब्ब बहुत्त्त यययय।” मेरी बीवी ने उत्तर दिया हालाँकि उसके गाल पर अभी भी आंसुओ के निशान थे।
"खड़ी हो जाओ और बेड पर कुतिया की तरह बैठ जाओ," राजेश ने रेनू से कहा। मेरी गर्म बीवी अपने घुटनों से उठी और बेड पर कुतिया के पोज़ में बैठ गयी। मेरा दिल बेचैन था कि वह आगे क्या करना चाहता है।