04-10-2021, 02:15 PM
(This post was last modified: 04-10-2021, 02:16 PM by suneeellpandit. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
दोस्तों, मैं घर पर ज़्यादातर समय "विहला" (फ्री) ही होता था / जब भी डिम्पी भाभी अपने कमरे से निकलती, मेरी नज़रें उसके गोरे गोरे बदन का स्कैन करने लग जाती थी / मुझे हमेशा ही ऐसा लगता था कि भाभी ने कपडे डाले ही नहीं हैं / मुझे तो वोह कपड़ों में भी नंगी ही लगती थी / उनके पति का नाम चूचा था / उसकी किसी कंपनी में फील्ड जॉब थी / वो ज्यादा समय घर के बहार ही रहता था / अपने घर पर वो महीने में कभी दो दिन तो कभी तीन चार दिन ही आता था /
उनकी एक बेटी थी / वो भी जवान होने लगी थी / वो अभी अभी कॉलेज में दाखिल हुई थी / उस पर भी अपनी मम्मी जैसी जवानी चड़ने लगी थी / उसके नीम्बू भी बड़े होने लगे थे और नीम्बू से संतरे हो चुके थे / पहले तो वो कॉलेज में जाती थी तो स्कर्ट और बिना ब्रा के शर्ट डालती थी / जब वो चलती थी तो शर्ट के अंदर उसके मोटे मोटे संतरे हिलने लग जाते थे / उसके संतरे देख कर भी मेरे लंड में हलचल मच जाती थी /
उनकी एक बेटी थी / वो भी जवान होने लगी थी / वो अभी अभी कॉलेज में दाखिल हुई थी / उस पर भी अपनी मम्मी जैसी जवानी चड़ने लगी थी / उसके नीम्बू भी बड़े होने लगे थे और नीम्बू से संतरे हो चुके थे / पहले तो वो कॉलेज में जाती थी तो स्कर्ट और बिना ब्रा के शर्ट डालती थी / जब वो चलती थी तो शर्ट के अंदर उसके मोटे मोटे संतरे हिलने लग जाते थे / उसके संतरे देख कर भी मेरे लंड में हलचल मच जाती थी /
// सुनील पंडित //
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!