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Adultery सोलवां सावन
छब्बीसवीं फुहार
कच्ची कली : नीरू 
अब तक


[Image: teen-boobs.jpg]



मैंने मुँह बनाया की मुझे कजरी नहीं आती तो कामिनी भाभी ने बोला- 

“अरे रतजगा में जो सुनाया था उहे सुना दो, हम सब साथ देंगे न। 
 
तब तक गुलबिया की आवाज सनाई पड़ी- 




“कौनो बात न अगर न सुनावे क मन होय तो, बिलौजवा के बाद आई साडियों फाड़ के तुहरे गंड़ियां में घुसेड़ देब और नंगे नचाइब। बोला गइबू की नचबू?”
 
 
अब तो कोई सवाल ही नहीं था मैं चालू हो गई, 
 
 तानी धीरे-धीरे डाला बड़ा दुखाला रजऊ,
 मस्त जुबनवा चोली धईला, गाल त कई देहला लाल। 
 काहें धँसावत बाड़ा भाला, बड़ा दुखाला रजउ। 
 
और उस गाने की ताल पर कामिनी भाभी की उंगली मेरी खूब पनियाई चूत में जिस तरह अंदर-बाहर हो रही थी, मुझे लग रहा था अब गई कि तब गई। 

[Image: fingering-9.jpg]

 
लेकिन तब तक अरररा कर एक पेड़ की डाल गिरी और हम सब कूदकर झूले से उतर गए की कहीं ये डाल भी नहीं, 
 
किसी ने बोला की चला जाय क्या?

आगे

 
 
लेकिन पेड़ की डाल टूट कर गिरने के पहले , मेरे ठीक पीछे झूले पर बैठी , उस कच्ची कली के साथ जस्ट जवान होती , 

अरे वही नीरू , सुनील की बहिनिया , जो अभी आठवें से नौवें में ,...,

[Image: teen-young-19807615.jpg]


(सुबह नदी नहाने मैंने भी तो , …, गीता और मैंने , एकदम बस चूँचियाँ उठान , ….बस छोटे छोटे आते  उभार , जस्ट ललछौंहे , लेकिन मैंने मीजा मसला खूब , और नीचे भी तो , एकदम कच्ची कसी , बस दो चार रेशमी बाल ' वहां ' )



,... गुलबिया और बसंती दोनों ,... जो हरकत मेरे सतह कामिनी भाभी कर रही थीं , उससे भी बढ़कर गुलबिया उस कच्ची कली के साथ ,
 
मेरे मन में ये सवाल उमड़ घुमड़ ही रहा था की ये तो अभी छोटी होगी , 
 
लेकिन गुलबिया जैसे उसने मेरे मन को पढ़ लिया , बिना मेरे पूछे बोल उठी , 
 
" अरे यह गाँव में कुल ननदिया , चौदह की होते ही चुदवासी हो जाती हैं , ... झांट बाद में आती है , लंड पहले खोजने लगती हैं , क्यों चौदह की तो हो गयी न , ... "
 
" कब की , " 
 
हंसती खिलखिलाती उस कच्ची कली की आवाज सुनाई पड़ी। 

[Image: pussy-fingering-15880638.gif]

 
गचाक , खच्च से गुलबिया ने अपनी मंझली ऊँगली दो पोर तक पेल दी , और जोर से उस कच्ची जवानी की चीख सुनाई पड़ी। 
 
और जैसे जवाब में कामिनी भाभी ने जड़ तक दो ऊँगली मेरी गुलाबो में हचक कर ठेल दी। 
 
" ननदन क चीख से मीठी आवाज कउनो नहीं होती , ... " 
[Image: Geeta-Sana-Khan-Spicy-in-Half-Saree.jpg]


बसंती उस नयी आयी जवानी के नए नए जोबन को कस के मीजते रगड़ते बोली।  
 
तेज पानी बरस रहा था , बादल खूब घने छाए थे , आम की यह बाग़ वैसे भी इतनी गझिन , दिन में भी कुछ नहीं दिखता था , 





इसी बाग़ में तो अजय ने सबसे पहले मेरा जोबन लूटा था , 
 
सांझ भी पूरी तरह , ... 


लेकिन मैं गर्दन पीछे कर के , कनखियों से उस कच्ची कली  की रगड़ाई ,... 


मुझे कुछ मजा ज्यादा इसलिए भी आ रहा था की आज इसी के भाई ने कितनी बेरहमी से मेरे पिछावड़े , मेरे रोने चीखने के बाद भी उस दुष्ट ने मेरी फाड़ कर रख दी थी  अब तक चिल्हक मच रही थी ,
 
और झुरमुट सी झलक भले ही हलकी हलकी दिख रही थी लेकिन उस छुटकी की चीखें सिसकियाँ तो अच्छी तरह सुनाई दे रही थी। 

[Image: fingering-G-g.gif]

 
" नाही गुलबिया भौजी निकार लो , बहुत दर्द हो रहा है ,... " 


नीरू चीख रही थी। 

[Image: guddi-cute-19264654.jpg]

 
गुलबिया , जिसके नाम से इस गाँव की सारी ननदे कांपती थी , ऐसी मस्ती कच्ची कली को पकड़ने के बाद कैसे छोड़ देती , 
 
" अभी कउनो लौंडा पकड़ के अरहर के खेत में पटक के पेल देता तो , तो तोहरे चीखे से छोड़ देत का , ... चल अबकी होली में तोहैं , तोहरे भैया के खूंटे पर बैठाऊंगी , ... " 


[Image: Fucking-close-up-17378912.gif]

गुलबिया ऊँगली अंदर बाहर करती बोली।  
 
" अरे होली में त अभिन बहुत दूर हो , तब तक ई बेचारी का ,... "
 
 एक हाथ से कस कस के मेरे जोबन रगड़ते दूसरे से मेरी चुनमुनिया में जोर जोर से ऊँगली करते कामिनी भाभी बोलीं , ... 


[Image: MIL-93fa21722035706ff31ddd4c7773e03d.jpg]

 
" अरे हम भौजाई लोग काहें क हई , तब तक ई चिरैया , भउजी लोगन के साथ , तानी हमहुँ लोग तो यह कच्ची कली क रस ,... " 
 
ये बसंती की आवाज थी , वो जोर से  उस नयी जवानी के कच्चे टिकोरों को मसल रगड़ रही थी , ऊँगली से उसके जरा जरा सा निप्स को ,... 


और साथ में गुलबिया की ऊँगली उसके बिल में घचर घचर ,
 
और आगे कामिनी भाभी जोर जोर से मेरी बिल में , उनका अंगूठा मेरे क्लिट पर , 
 
मैं झड़ने के कगार पर थी , मन बहुत कर रहा था मेरा भौजी किसी तरह झड़ा दें , बंसन्ती ने , तीन चार बार ,... लेकिन हर बार ,... किनारे पर  ले जाके छोड़ दिया उसने ,... 

अभी बस लग रहा था अब झड़ी , तब झड़ी ,... और उसी समय अरररा कर वो पास में डाल टूटी और हम सब झूले पर से  हट कर ,
 
 
मैं बिना झड़ी , वैसे ही प्यासी ,...

[Image: rain-tree.gif]
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Messages In This Thread
सोलवां सावन - by komaalrani - 10-01-2019, 10:36 PM
RE: सोलवां सावन - by Bregs - 10-01-2019, 11:31 PM
RE: सोलवां सावन - by Kumkum - 01-02-2019, 02:50 PM
RE: सोलवां सावन - by Logan555 - 13-02-2019, 06:40 PM
RE: सोलवां सावन - by Kumkum - 19-02-2019, 01:09 PM
RE: सोलवां सावन - by Logan555 - 26-02-2019, 11:10 AM
RE: सोलवां सावन - by komaalrani - 23-04-2019, 08:10 AM
RE: सोलवां सावन - by Badstar - 04-05-2019, 08:44 PM
RE: सोलवां सावन - by Badstar - 04-05-2019, 11:46 PM
RE: सोलवां सावन - by Badstar - 19-05-2019, 11:15 AM
RE: सोलवां सावन - by Theflash - 03-07-2019, 10:31 AM
RE: सोलवां सावन - by Badstar - 14-07-2019, 04:07 PM
RE: सोलवां सावन - by usaiha2 - 09-07-2021, 05:54 PM



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