29-09-2021, 03:31 PM
बहुत से मर्दों ने हमें देखा, एक दो ने ऑफर भी दिये, कॉफी के, डिनर के।
मगर अब हमारी तो बस हो चुकी थी।
तो एक हफ्ता और घूम फिर कर या यूं कहो कि पूरी तरह से ठंडी होकर … ताकि हमारी फुद्दियों की हालत भी ठीक हो जाए और हमारे बदन पर जो नोच-खसोट के निशान थे, वो भी मिट जाएँ.
हम फिर से पाक साफ हो कर अपने देश वापिस आ गई। घर पहुँच कर ऐसे हो गई जैसे हम तो वहाँ सिर्फ घूमने और आराम करने गई थी.
किसे पता था कि असली आराम तो अब होगा.
वहाँ तो हब्शियों ने हमारी … आप खुद समझदार हैं।
मगर अब हमारी तो बस हो चुकी थी।
तो एक हफ्ता और घूम फिर कर या यूं कहो कि पूरी तरह से ठंडी होकर … ताकि हमारी फुद्दियों की हालत भी ठीक हो जाए और हमारे बदन पर जो नोच-खसोट के निशान थे, वो भी मिट जाएँ.
हम फिर से पाक साफ हो कर अपने देश वापिस आ गई। घर पहुँच कर ऐसे हो गई जैसे हम तो वहाँ सिर्फ घूमने और आराम करने गई थी.
किसे पता था कि असली आराम तो अब होगा.
वहाँ तो हब्शियों ने हमारी … आप खुद समझदार हैं।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
