29-09-2021, 03:26 PM
मगर वो लंड अभी भी कड़क था, वैसे ही तना हुआ। मैंने कविता की ओर देखा, उसकी आँखों में भी शरारत थी।
हम अपने होटल वापिस आ गई. और फिर से प्रवीण को फोन लगाया और उसे कहा- यार प्रवीण एक बात बता, वो क्लब के 6 नंबर होल वाला हबशी लड़का हमें मिल सकता है, एक पूरे दिन या पूरी रात के लिए?
प्रवीण ने क्लब में फोन किया और बताया- हाँ मिल जाएगा, बस पैसे लेगा अपने।
मैंने कहा- ठीक है, जितने पैसे कहता है, दे देंगे, मगर हमें वैसे दो बंदे चाहिए, दोनों के लिए एक एक।
प्रवीण बोला- ओ के मैडम, आपका काम हो जाएगा।
अगले दिन करीब 11 बजे वो दोनों हबशी लड़के हमारे रूम में आ गए। मैंने खुद दरवाजा खोल कर उनको अंदर बुलाया।
हम दोनों तो सुबह से ही पी रही थी तो दोनों पूरे सुरूर में थी. हमने उनको भी व्हिस्की ऑफर की मगर उन्होंने सिर्फ बीयर पी।
बस जैसे ही उनको बीयर खत्म हुई, कविता बोली- तो चलो फिर शुरू हो जाओ।
एक लड़के ने पूछा- क्या पसंद करेंगी आप?
कविता बोली- हिंदुस्तान में हमारी बहुत इज्ज़त है, लोग बहुत झुकते हैं हमारे आगे, बहुतों को हमने बहुत जलील किया है, आज हमारा दिल है जलील होने का, हमें अपनी कुतिया बनाओ, हमें हर वो बात कहो, जिस से हमें ज़लालत महसूस हो, हमारी माँ बहन बेटी, बहू, हर किसी को गाली निकालो। बस ये समझो कि हम तुम्हारी गुलाम हैं, और तुम जैसे चाहो हमें चोदो, बस माँ चोद कर रख दो हमारी।
मैंने कविता से कहा- अरे पागल है क्या? ये क्या बकवास कर रही है। उनके जिस्म देखे हैं, कितने तगड़े हैं, इनका तो एक एक झापड़ भी नहीं सह पाएँगी हम।
वो बोली- अरे वह क्या आइडिया दिया!
फिर उन लड़कों से बोली- सुनो लड़को, तुम चाहो तो हमें पीट भी सकते हो, पर हमें नंगी करने के बाद।
हम अपने होटल वापिस आ गई. और फिर से प्रवीण को फोन लगाया और उसे कहा- यार प्रवीण एक बात बता, वो क्लब के 6 नंबर होल वाला हबशी लड़का हमें मिल सकता है, एक पूरे दिन या पूरी रात के लिए?
प्रवीण ने क्लब में फोन किया और बताया- हाँ मिल जाएगा, बस पैसे लेगा अपने।
मैंने कहा- ठीक है, जितने पैसे कहता है, दे देंगे, मगर हमें वैसे दो बंदे चाहिए, दोनों के लिए एक एक।
प्रवीण बोला- ओ के मैडम, आपका काम हो जाएगा।
अगले दिन करीब 11 बजे वो दोनों हबशी लड़के हमारे रूम में आ गए। मैंने खुद दरवाजा खोल कर उनको अंदर बुलाया।
हम दोनों तो सुबह से ही पी रही थी तो दोनों पूरे सुरूर में थी. हमने उनको भी व्हिस्की ऑफर की मगर उन्होंने सिर्फ बीयर पी।
बस जैसे ही उनको बीयर खत्म हुई, कविता बोली- तो चलो फिर शुरू हो जाओ।
एक लड़के ने पूछा- क्या पसंद करेंगी आप?
कविता बोली- हिंदुस्तान में हमारी बहुत इज्ज़त है, लोग बहुत झुकते हैं हमारे आगे, बहुतों को हमने बहुत जलील किया है, आज हमारा दिल है जलील होने का, हमें अपनी कुतिया बनाओ, हमें हर वो बात कहो, जिस से हमें ज़लालत महसूस हो, हमारी माँ बहन बेटी, बहू, हर किसी को गाली निकालो। बस ये समझो कि हम तुम्हारी गुलाम हैं, और तुम जैसे चाहो हमें चोदो, बस माँ चोद कर रख दो हमारी।
मैंने कविता से कहा- अरे पागल है क्या? ये क्या बकवास कर रही है। उनके जिस्म देखे हैं, कितने तगड़े हैं, इनका तो एक एक झापड़ भी नहीं सह पाएँगी हम।
वो बोली- अरे वह क्या आइडिया दिया!
फिर उन लड़कों से बोली- सुनो लड़को, तुम चाहो तो हमें पीट भी सकते हो, पर हमें नंगी करने के बाद।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
