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पुरानी हिन्दी की मशहूर कहनियाँ
फिर मैंने बारी-बारी से एक-एक को चूसा और उनके ऊपर काटा भी, उसे मज़ा भी आ रहा था और दर्द भी. मैंने उससे कहा कि जब झड़ने लगो तो तुम मुझे जरुर बता देना. फिर उसने कहा कि हाँ ठीक है. में अब उसके लंड पर बहुत ज़ोर-ज़ोर से अपना हाथ घुमा रही थी. उसका लंड खून जैसा पूरा लाल-लाल हो गया था, तभी उसने मुझसे कहा कि हाँ अब में झड़ने वाला हूँ.

मैंने उसका लंड जहाँ से शुरू होता है वहाँ पर बहुत ज़ोर से दबा दिया और इतने ज़ोर से कि उसका रस बाहर ही ना निकल पाए और उसके आंड एकदम से बहुत मोटे हो गये, लेकिन वो झड़ नहीं पाया. उसे बहुत दर्द हुआ और वो चिल्ला दिया मादरचोद छिनाल रंडी तू यह क्या कर रही है? लंड छोड़ दे मेरा झड़ने तो दे, कुतिया साली रंडी अब दोबारा मेरी माँ मत चोद, चुपचाप छोड़ दे इसको. फिर मैंने उससे कहा कि आज सुबह तुम मुझे प्यासी तड़पती हुई छोड़कर आए थे ना, लो अब भुगतो उसको. दर्द अब बहुत ज़्यादा हो रहा था और उसने मुझसे कहा कि कहीं कुछ गड़बड़ ना हो जाए, प्लीज अब मुझे झड़ जाने दो.

फिर मैंने कहा ठीक है और इतना कहकर मैंने जैसे ही उसका लंड अपने मुँह में लिया, लेकिन तभी उसने अपने लंड को बाहर खींच लिया और वो कहने लगा कि तुम बहुत बड़ी चुदेल हो. मुझे तुम पर अब बिल्कुल भी भरोसा नहीं है, तुम फिर से मेरा लंड दबा दोगी और वीर्य को बाहर नहीं निकलने दोगी. उससे अच्छा है कि में खुद ही अपना लंड हाथ में लेकर हिला लेता हूँ.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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Messages In This Thread
Pahli bar bahan k sath picnic - by neerathemall - 14-02-2019, 03:18 AM
RE: Soni Didi Ke Sath Suhagraat - by neerathemall - 26-04-2019, 12:23 AM
didi in waterfall - by neerathemall - 04-06-2019, 01:34 PM
Meri Didi Ki Garam Jawani - by neerathemall - 29-01-2020, 11:22 AM
RE: पुरानी हिन्दी की मशहूर कहनियाँ - by neerathemall - 28-09-2021, 11:52 AM



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