28-09-2021, 11:51 AM
अब मैंने देखा कि उसमें से उसका वीर्य बाहर तक निकलकर नीचे गिर रहा था और मैंने उसके वीर्य से सनी हुई अपनी पेंटी को दोबारा से उसी के सामने पहन लिया. अब तक मुझे भी बहुत मस्ती चड़ चुकी थी और कुछ देर बाद वो नहाकर मेरे बाथरूम और मेरे कमरे से बाहर चला गया. अब में उसके उस काम के बारे में सोचने लगी, जो उसने मेरी पेंटी के साथ मेरे सामने किया था. उसको सोच सोचकर में बहुत जोश में आ चुकी थी और अब में रात होने का इंतजार करने लगी, क्योंकि मुझे भी उससे अपना बदला लेना था.
फिर जब रात हुई तो में दोबारा उसके रूम में चली गयी और अब मैंने उसको मेरे सामने नंगा होने के लिए कहा. उसने मुझसे बिना कुछ सवाल पूछे ठीक वैसा ही किया जैसा मैंने उससे कहा. मैंने अब उसकी अंडरवियर को अपने हाथ में ले लिया और मैंने उसको पहन लिया. उसके बाद में सीधी होकर बेड पर लेट गई. उसके बाद में भी नंगी हो गयी थी.
अब मैंने अपनी चूत को उसके सामने घिसना शुरू कर दिया और में अपनी चूत में ऊँगली डालकर अपनी चूत की चुदाई करने लगी थी और कुछ देर बाद मैंने उसकी अंडरवियर में ही अपनी चूत का पानी निकाल दिया और मैंने अपनी चूत का पूरा रस उसकी अंडरवियर में डाल दिया. उसके बाद मैंने उसको उसकी अंडरवियर को दे दिया और तब मैंने उससे कहा कि तुम अब इसको पहन लो.
फिर उसने अपनी अंडरवियर को अपने हाथ में ले लिया और वो मेरी चूत का रस देखकर हंस दिया, तब मैंने उससे पूछा कि तुम ऐसे क्यों हंस रहे हो? तब उसने मुझसे कहा कि अगर यही रस मेरे मुँह में गिरता तो कितना मज़ा आता. तुमने इसको मेरी इस अंडरवियर में गिराकर खराब कर दिया. मुझसे यह बात कहकर उसने अपनी अंडरवियर को अपने ही मुँह में डाल लिया और अब उसमे से वो मेरी चूत का रस चूसने लगा और अपनी अंडरवियर को चाटने लगा.
फिर मैंने उसको यह सब करते हुए देखकर पूछा कि तुम यह क्या कर रहे हो? वो मुस्कुराकर बोला कि तुम्हारी चूत का यह रस खराब नहीं होना चाहिए, इसलिए में इसको चूसकर इसका मज़ा ले रहा हूँ.
फिर जब रात हुई तो में दोबारा उसके रूम में चली गयी और अब मैंने उसको मेरे सामने नंगा होने के लिए कहा. उसने मुझसे बिना कुछ सवाल पूछे ठीक वैसा ही किया जैसा मैंने उससे कहा. मैंने अब उसकी अंडरवियर को अपने हाथ में ले लिया और मैंने उसको पहन लिया. उसके बाद में सीधी होकर बेड पर लेट गई. उसके बाद में भी नंगी हो गयी थी.
अब मैंने अपनी चूत को उसके सामने घिसना शुरू कर दिया और में अपनी चूत में ऊँगली डालकर अपनी चूत की चुदाई करने लगी थी और कुछ देर बाद मैंने उसकी अंडरवियर में ही अपनी चूत का पानी निकाल दिया और मैंने अपनी चूत का पूरा रस उसकी अंडरवियर में डाल दिया. उसके बाद मैंने उसको उसकी अंडरवियर को दे दिया और तब मैंने उससे कहा कि तुम अब इसको पहन लो.
फिर उसने अपनी अंडरवियर को अपने हाथ में ले लिया और वो मेरी चूत का रस देखकर हंस दिया, तब मैंने उससे पूछा कि तुम ऐसे क्यों हंस रहे हो? तब उसने मुझसे कहा कि अगर यही रस मेरे मुँह में गिरता तो कितना मज़ा आता. तुमने इसको मेरी इस अंडरवियर में गिराकर खराब कर दिया. मुझसे यह बात कहकर उसने अपनी अंडरवियर को अपने ही मुँह में डाल लिया और अब उसमे से वो मेरी चूत का रस चूसने लगा और अपनी अंडरवियर को चाटने लगा.
फिर मैंने उसको यह सब करते हुए देखकर पूछा कि तुम यह क्या कर रहे हो? वो मुस्कुराकर बोला कि तुम्हारी चूत का यह रस खराब नहीं होना चाहिए, इसलिए में इसको चूसकर इसका मज़ा ले रहा हूँ.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
