28-09-2021, 11:49 AM
फिर उसने कुछ देर बाद मेरी वो पेंटी उतारी और उसको अपने लंड पर लपेटकर उसको वो सामने वाली दीवार पर रगड़ने लगा और थोड़ी देर के बाद वो मेरी पेंटी में ही झड़ गया, मुझे यह सब उसके चेहरे से साफ साफ पता चल रहा था, क्योंकि वो अब बहुत थका हुआ सा लग रहा था और मैंने वो पूरा द्रश्य अपनी चकित आखों से वहीं पर खड़े होकर देखा था.
अब मैंने वो सब देखने के बाद मन ही मन में सोचा कि ठीक है यह अगर यह इतना ही ज्यादा प्यासा जोश में है, तो में इसे अपनी चूत दिए देती हूँ. में भी तो देखूं कि इसके लंड में इतना कितना दम है और कितना जोश है और मैंने वैसे भी कई दिनों से अपनी चूत की चुदाई नहीं की थी. फिर कुछ देर बाद वो अपना सभी काम को खत्म करके बाहर आ गया, तभी मैंने उससे पूछा क्या तुम्हें पता है कि मेरे बाथरूम की सबसे अच्छी बात क्या है? तो वो बोला कि नहीं मुझे उसके बारे में कुछ भी पता नहीं है. में कुछ नहीं जानता? प्लीज मुझे भी बताओ.
तब मैंने उसका हाथ पकड़कर दरवाजे की तरफ इशारा करते हुए कहा कि यह देखो इसके दरवाजे में यह एक छेद है जिसकी वजह से में इसके अंदर का सब कुछ बाहर बैठकर देख सकती हूँ और अंदर वाले को इसकी कोई भी जानकारी नहीं होती, में क्या कर रही हूँ मैंने क्या देखा? और मैंने आज तुम्हे भी देखा कि तुम इस बाथरूम के अंदर जाने के बाद क्या क्या कर रहे थे? तो वो मेरी यह बात सुनकर बहुत ज्यादा डर गया और उसके चेहरे का रंग फीका पड़ गया, माथे से पसीना बहने लगा और फिर मैंने उससे कहा कि तुम मुझसे अब बिल्कुल भी मत डरो, क्योंकि में बात बाहर किसी से भी नहीं कहूंगी, लेकिन बस ज़रा तुम मेरी पेंटी से अपना वो वीर्य धो दो.
अब वो मेरे मुहं से यह बातें सुनकर बहुत ज्यादा चकित हो गया और मैंने उससे कहा कि अब तुम ज्यादा कुछ भी मत सोचो और ज्यादा टेंशन में मत जाओ, जो तुम तुम्हारा वीर्य मेरी पेंटी में डाल आए हो जाकर उसे धो आओ और फिर उसने जैसा मैंने उससे कहा ठीक वैसा ही किया.
अब मैंने वो सब देखने के बाद मन ही मन में सोचा कि ठीक है यह अगर यह इतना ही ज्यादा प्यासा जोश में है, तो में इसे अपनी चूत दिए देती हूँ. में भी तो देखूं कि इसके लंड में इतना कितना दम है और कितना जोश है और मैंने वैसे भी कई दिनों से अपनी चूत की चुदाई नहीं की थी. फिर कुछ देर बाद वो अपना सभी काम को खत्म करके बाहर आ गया, तभी मैंने उससे पूछा क्या तुम्हें पता है कि मेरे बाथरूम की सबसे अच्छी बात क्या है? तो वो बोला कि नहीं मुझे उसके बारे में कुछ भी पता नहीं है. में कुछ नहीं जानता? प्लीज मुझे भी बताओ.
तब मैंने उसका हाथ पकड़कर दरवाजे की तरफ इशारा करते हुए कहा कि यह देखो इसके दरवाजे में यह एक छेद है जिसकी वजह से में इसके अंदर का सब कुछ बाहर बैठकर देख सकती हूँ और अंदर वाले को इसकी कोई भी जानकारी नहीं होती, में क्या कर रही हूँ मैंने क्या देखा? और मैंने आज तुम्हे भी देखा कि तुम इस बाथरूम के अंदर जाने के बाद क्या क्या कर रहे थे? तो वो मेरी यह बात सुनकर बहुत ज्यादा डर गया और उसके चेहरे का रंग फीका पड़ गया, माथे से पसीना बहने लगा और फिर मैंने उससे कहा कि तुम मुझसे अब बिल्कुल भी मत डरो, क्योंकि में बात बाहर किसी से भी नहीं कहूंगी, लेकिन बस ज़रा तुम मेरी पेंटी से अपना वो वीर्य धो दो.
अब वो मेरे मुहं से यह बातें सुनकर बहुत ज्यादा चकित हो गया और मैंने उससे कहा कि अब तुम ज्यादा कुछ भी मत सोचो और ज्यादा टेंशन में मत जाओ, जो तुम तुम्हारा वीर्य मेरी पेंटी में डाल आए हो जाकर उसे धो आओ और फिर उसने जैसा मैंने उससे कहा ठीक वैसा ही किया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
