25-09-2021, 01:04 AM
(This post was last modified: 27-09-2021, 01:21 AM by Rishu. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
मैं नीचे उतरा और लॉन के साइड से उसके लिविंग रूम की खिड़की पर पहुंच गया। पर्दे पड़े हुए थे लेकिन उनके बीच में थोड़ी जगह थी जिससे अन्दर देखा जा सकता था और अन्दर से दोनों की हलकी आवाजें आ रही थी।
मैंने जो देखा, उसने मुझे लगभग कामोत्तेजना से बेहोश कर दिया। राजेश और रेनू सामने सोफे पर बैठे थे। मेरी बीवी की नाइटी नीचे पड़ी थी और उसकी ब्रा को खीच कर उसकी कमर पर कर दिया गया था – जिससे उसकी बड़ी बड़ी चून्चिया नंगी हो गयी थी। राजेश उन्हें सहला रहा था, उनकी मालिश कर रहा था और निप्पलों को खींच रहा था। मैंने देखा की रेनू उत्तेजना में अपना सिर छत की तरफ करके हलके हलके कराह रही थी।
राजेश अपना शॉर्ट् उतार चुका था और इस समय पूरा नंगा था और उसका हलब्बी लंड पूरा तना हुआ था। जब मैंने देखा कि रेनू का नाजुक हाथ उसके लंड के चारों ओर लिपटा हुआ था तो मैं लगभग झड ही गया।
मेरी शर्मीली बीवी मेरे पडोसी के लंड को पकड़ कर ऊपर नीचे कर रही थी, राजेश का मोटा लंड पूरी तरह से रेनू की मुट्ठी में नहीं आ रहा था लेकिन फिर भी रेनू पूरे जोश से उसे हिला रही थी।
मेरा मुंह सूख रहा था, मेरी आंखें वासना से लाल हो गई थीं, लेकिन इससे पहले कि मैं कुछ समझ पाता, राजेश ने एक जोर की आह भरी और खड़ा होकर रेनू के मुह पर झडने लगा।
एक के बाद एक वीर्य की मोटी धार उसके लंड से निकलने लगी, रेनू का मुह राजेश के वीर्य से पूरी तरह भीग गया और रेनू उसी वीर्य का लेप अपने हाथ में लेकर राजेश के लंड पर लगा कर उसे तब तक हिलाती रही जब तक उसके लंड ने आखिरी बूँद नहीं छोड़ दी।
राजेश ने अपनी आँखे बंद कर ली और सिर सोफे पर टिका लिया, उसके चेहरे पर एक संतुष्टि का भाव था। उसका इस तरह झड़ना देख कर मेरी बीवी उत्तेजित होकर बोली, “वाह राजेश, इतना सारा वीर्य, लगता है कई दिनों का स्टॉक था।”
राजेश ने उत्तर दिया, “नहीं डार्लिंग। अभी दस मिनट बाद तुम फिर से करोगी तब भी इतना ही निकलेगा।” वह रुका, “लेकिन कुछ जादू तो तुम्हारे हाथों का भी है।” वो हंसा। “मैं तुमको बता नहीं सकता कि मैंने जब तुमको पहली बार देखा था तब से ही मैं कितनी बुरी तरह चाहता था कि हम ऐसा कुछ करें।”
रेनू यह सुनकर उत्तेजित हो गई, “मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि मैंने अभी जो किया है! मोनू को पता चलेगा तो मुझे मार ही डालेगा!”
“मुझे नहीं लगता। मोनू को तो इसमें किक मिलती है, रेनू। जब तुम उसे बताओगी तो वो इसे बहुत पसंद करेगा।” राजेश की आवाज अचानक आश्वस्त करने वाली हो गई, मैंने अंदर झाँका तो देखा कि दोनों वापस कपडे पेहन रहे थे, रेनू ने अपनी नाइटी वापस अपने कंधों पर डाल ली और दोनों खड़े हो गए।
रेनू वापस जाने के लिए पिछले दरवाजे की तरफ बढ़ी, “मुझे आशा है कि ऐसा ही हो ...” जाते हुए उसने मुस्कुरा कर राजेश से कहा।
मैंने जो देखा, उसने मुझे लगभग कामोत्तेजना से बेहोश कर दिया। राजेश और रेनू सामने सोफे पर बैठे थे। मेरी बीवी की नाइटी नीचे पड़ी थी और उसकी ब्रा को खीच कर उसकी कमर पर कर दिया गया था – जिससे उसकी बड़ी बड़ी चून्चिया नंगी हो गयी थी। राजेश उन्हें सहला रहा था, उनकी मालिश कर रहा था और निप्पलों को खींच रहा था। मैंने देखा की रेनू उत्तेजना में अपना सिर छत की तरफ करके हलके हलके कराह रही थी।
राजेश अपना शॉर्ट् उतार चुका था और इस समय पूरा नंगा था और उसका हलब्बी लंड पूरा तना हुआ था। जब मैंने देखा कि रेनू का नाजुक हाथ उसके लंड के चारों ओर लिपटा हुआ था तो मैं लगभग झड ही गया।
मेरी शर्मीली बीवी मेरे पडोसी के लंड को पकड़ कर ऊपर नीचे कर रही थी, राजेश का मोटा लंड पूरी तरह से रेनू की मुट्ठी में नहीं आ रहा था लेकिन फिर भी रेनू पूरे जोश से उसे हिला रही थी।
मेरा मुंह सूख रहा था, मेरी आंखें वासना से लाल हो गई थीं, लेकिन इससे पहले कि मैं कुछ समझ पाता, राजेश ने एक जोर की आह भरी और खड़ा होकर रेनू के मुह पर झडने लगा।
एक के बाद एक वीर्य की मोटी धार उसके लंड से निकलने लगी, रेनू का मुह राजेश के वीर्य से पूरी तरह भीग गया और रेनू उसी वीर्य का लेप अपने हाथ में लेकर राजेश के लंड पर लगा कर उसे तब तक हिलाती रही जब तक उसके लंड ने आखिरी बूँद नहीं छोड़ दी।
राजेश ने अपनी आँखे बंद कर ली और सिर सोफे पर टिका लिया, उसके चेहरे पर एक संतुष्टि का भाव था। उसका इस तरह झड़ना देख कर मेरी बीवी उत्तेजित होकर बोली, “वाह राजेश, इतना सारा वीर्य, लगता है कई दिनों का स्टॉक था।”
राजेश ने उत्तर दिया, “नहीं डार्लिंग। अभी दस मिनट बाद तुम फिर से करोगी तब भी इतना ही निकलेगा।” वह रुका, “लेकिन कुछ जादू तो तुम्हारे हाथों का भी है।” वो हंसा। “मैं तुमको बता नहीं सकता कि मैंने जब तुमको पहली बार देखा था तब से ही मैं कितनी बुरी तरह चाहता था कि हम ऐसा कुछ करें।”
रेनू यह सुनकर उत्तेजित हो गई, “मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि मैंने अभी जो किया है! मोनू को पता चलेगा तो मुझे मार ही डालेगा!”
“मुझे नहीं लगता। मोनू को तो इसमें किक मिलती है, रेनू। जब तुम उसे बताओगी तो वो इसे बहुत पसंद करेगा।” राजेश की आवाज अचानक आश्वस्त करने वाली हो गई, मैंने अंदर झाँका तो देखा कि दोनों वापस कपडे पेहन रहे थे, रेनू ने अपनी नाइटी वापस अपने कंधों पर डाल ली और दोनों खड़े हो गए।
रेनू वापस जाने के लिए पिछले दरवाजे की तरफ बढ़ी, “मुझे आशा है कि ऐसा ही हो ...” जाते हुए उसने मुस्कुरा कर राजेश से कहा।