23-09-2021, 02:58 PM
ऐसे ही कुछ और दिन बीत गए और मैंने सोचा कि हमने राजेश को उस दोपहर के बाद से नहीं देखा है। मुझे लगा की अब वो भी हमारे सामने आने से बच रहा था तो मैं ऑफिस जाते समय उसके घर चला गया और इत्तेफाक से वो उस समय अपने बगीचे ही था।
“अरे राजेश, कैसे हैं, कई दिन से आप दिखे नहीं तो मुझे लगा की आपके हाल चाल ले लिए जाएँ”
मुझे देख कर वो मेरे पास आ गया और घबराकर कहने लगा, “मैं ठीक हूँ लेकिन उस दिन के बाद आप लोगों के सामने आने की हिम्मत ही नहीं हुई। मेरा उस दिन जो किया वो ठीक नहीं था... आपकी पत्नी के सामने इस तरह...रेनू तो मुझसे काफी नाराज...।”
“नाराजगी कैसी, अरे चिंता की कोई बात नहीं है। रेनू जानती है की हम सभी ने काफी शराब पी रखी थी।” मैंने उसे टोकते हुए कहा, “और सच तो ये है की मैं सालों से रेनू को थोडा ओपन होने को कहता आ रहा हूँ, मुझे लगता है कि अब आपकी वजह से आखिरकार वो थोडा फ्री हो रही है, याद कीजिये सबसे पहले उसने ही अपने कपडे खोले थे तो वो आपसे नाराज क्यों होगी, मैं तो इससे खुश हूँ और आप परेशान हो रहे हैं।”
मेरी बात सुन कर राजेश ने राहत की सांस ली, “तो तुम्हारी बीवी मुझसे नाराज़ नहीं है, वैसे वो है तो कमाल की चीज।” वह रुका, “अगर हर सन्डे ऐसा ही हो जैसा उस दिन हुआ था तो मेरी तो जिदगी जन्नत हो जाएगी।”
“नाराज? अरे सच तो ये है की उसी ने मुझसे कहा की बहुत दिनों से राजेश नहीं दिखे, जाकर देखो क्या बात है” मैंने झूठ बोल दिया और फिर हँसकर बोला, “अगली बार जब हमारा पूल डे होगा तो मैं आपको पहले से बता दूंगा ताकि आपकी जिंदगी जन्नत हो जाए ”।
“तुम्हारा एहसान होगा।” राजेश ने मुस्कुराते हुए कहा। इसी के साथ मैंने उससे विदा ली और दफ्तर के लिए निकल गया।
अगली सुबह जागने पर मैंने पाया की रेनू बाथरूम में शावर ले रही है और उसके कपडे और टॉवल हमेशा की तरह बेड पर पड़े हैं।
मैंने फ़ौरन जाकर अपने बेडरूम के पर्दे खोले तो पाया की राजेश बिना शर्ट के अपने बेडरूम में घूम रहा था। उसने मुझे देख कर हाथ हिलाया जिसका मैंने जवाब दिया और जान बूझ कर पर्दे खुले रहने दिए।
जैसे ही रेनू शॉवर से बाहर निकल रही थी, मैं बाथरूम में चला गया और लापरवाही से बोला “तुम्हार आशिक वहां तुम्हारा इंतज़ार कर रहा है”।
“अरे राजेश, कैसे हैं, कई दिन से आप दिखे नहीं तो मुझे लगा की आपके हाल चाल ले लिए जाएँ”
मुझे देख कर वो मेरे पास आ गया और घबराकर कहने लगा, “मैं ठीक हूँ लेकिन उस दिन के बाद आप लोगों के सामने आने की हिम्मत ही नहीं हुई। मेरा उस दिन जो किया वो ठीक नहीं था... आपकी पत्नी के सामने इस तरह...रेनू तो मुझसे काफी नाराज...।”
“नाराजगी कैसी, अरे चिंता की कोई बात नहीं है। रेनू जानती है की हम सभी ने काफी शराब पी रखी थी।” मैंने उसे टोकते हुए कहा, “और सच तो ये है की मैं सालों से रेनू को थोडा ओपन होने को कहता आ रहा हूँ, मुझे लगता है कि अब आपकी वजह से आखिरकार वो थोडा फ्री हो रही है, याद कीजिये सबसे पहले उसने ही अपने कपडे खोले थे तो वो आपसे नाराज क्यों होगी, मैं तो इससे खुश हूँ और आप परेशान हो रहे हैं।”
मेरी बात सुन कर राजेश ने राहत की सांस ली, “तो तुम्हारी बीवी मुझसे नाराज़ नहीं है, वैसे वो है तो कमाल की चीज।” वह रुका, “अगर हर सन्डे ऐसा ही हो जैसा उस दिन हुआ था तो मेरी तो जिदगी जन्नत हो जाएगी।”
“नाराज? अरे सच तो ये है की उसी ने मुझसे कहा की बहुत दिनों से राजेश नहीं दिखे, जाकर देखो क्या बात है” मैंने झूठ बोल दिया और फिर हँसकर बोला, “अगली बार जब हमारा पूल डे होगा तो मैं आपको पहले से बता दूंगा ताकि आपकी जिंदगी जन्नत हो जाए ”।
“तुम्हारा एहसान होगा।” राजेश ने मुस्कुराते हुए कहा। इसी के साथ मैंने उससे विदा ली और दफ्तर के लिए निकल गया।
अगली सुबह जागने पर मैंने पाया की रेनू बाथरूम में शावर ले रही है और उसके कपडे और टॉवल हमेशा की तरह बेड पर पड़े हैं।
मैंने फ़ौरन जाकर अपने बेडरूम के पर्दे खोले तो पाया की राजेश बिना शर्ट के अपने बेडरूम में घूम रहा था। उसने मुझे देख कर हाथ हिलाया जिसका मैंने जवाब दिया और जान बूझ कर पर्दे खुले रहने दिए।
जैसे ही रेनू शॉवर से बाहर निकल रही थी, मैं बाथरूम में चला गया और लापरवाही से बोला “तुम्हार आशिक वहां तुम्हारा इंतज़ार कर रहा है”।