23-09-2021, 02:03 PM
मैंने आज तक अपनी बीवी के मुह से लंड शब्द पहले कभी नहीं सुना था और आज वो मेरे सामने दूसरे आदमी के लंड के साइज़ की तारीफ कर रही थी। मैं पहले ही झड़ने के कगार पर था लेकिन रेनू के मुह से निकले ये अल्फाज़ सुन कर मुझसे रहा नहीं गया और मैं झटके लेते हुए रेनू की चूत में फूट पड़ा, इसके साथ ही रेनू ने अपनी चूत मेरे लंड के चारों ओर कस ली जैसे वो उसको निचोड़ लेना चाहती थी और एक जोर की कराह के साथ उसकी चूत बह निकली और फिर हमने राजेश की आवाज सुनी।
“बेहतरीन शो था, बहुत सही से चोदा।” अपना लंड हिलाते हुए उसने मुझसे कहा और उसके लंड ने भी पानी छोड़ दिया। हम दोनों उसे झड़ते हुए देख रहे थे, उसके लंड झटके लेते हुए एक वीर्य की एक धार के बाद दूसरी धार छोड़ रहा था, उसके टट्टे काफी बड़े थे और शायद वो काफी दिन बाद खाली हो रहे थे तो वो कामोन्माद में झड़ता गया। आखिरकार हम सब शांत हो गए, और एक सन्नाटा छा गया। अचानक मेरी हँसी छूट गयी, फिर मेरी देखा देखी रेनू भी हंसने लगी और फिर राजेश भी हमारी नकल करके हंसने लगा।
“ओके राजेश, गुड बाय, हम अब अन्दर जा रहे हैं।” मैंने अब उसे अपने घर जाने का इशारा किया।
राजेश बात सुनकर राजेश ने अपना लंड को, जो झड़ने के बाद मुरझा गया था, वापस अपने शॉर्ट्स में डाला और बोला, “ये जो मैंने अभी किया वो पता नहीं कैसे हुआ, समझ नहीं आया?”
उसकी बात सुन कर रेनू हँसने लगी, और मैंने जवाब दिया, “इट’स ओके, हम सबको मस्ती चढ़ गयी थी लेकिन अब इस पर बात न की जाए तो बेहतर है।”
राजेश खड़ा हुआ और बोला “ठीक है, मैं यह जार सुबह ले लूंगा।” वह अपने घर जाने के लिए मुड़ा और रुक कर बोला, “आप दोनों ने आज जो मेरी वर्ल्ड क्लास खातिरदारी की है उसके लिए बहुत धन्यवाद।” उसने मुस्कुराते हुए कहा, और तेजी से अपने घर चला गया।
राजेश के जाने के बाद मेरी बीवी ने अपनी नशीली आँखों से मेरी तरफ देखा और मुझे जल्दी से बेडरूम में चलने का इशारा किया। वो अभी भी काफी गरम थी और चुदाई का एक राउंड और चाहती थी, मैंने उसे गोद में उठाया और बेडरूम की तरफ बढ़ गया।
“बेहतरीन शो था, बहुत सही से चोदा।” अपना लंड हिलाते हुए उसने मुझसे कहा और उसके लंड ने भी पानी छोड़ दिया। हम दोनों उसे झड़ते हुए देख रहे थे, उसके लंड झटके लेते हुए एक वीर्य की एक धार के बाद दूसरी धार छोड़ रहा था, उसके टट्टे काफी बड़े थे और शायद वो काफी दिन बाद खाली हो रहे थे तो वो कामोन्माद में झड़ता गया। आखिरकार हम सब शांत हो गए, और एक सन्नाटा छा गया। अचानक मेरी हँसी छूट गयी, फिर मेरी देखा देखी रेनू भी हंसने लगी और फिर राजेश भी हमारी नकल करके हंसने लगा।
“ओके राजेश, गुड बाय, हम अब अन्दर जा रहे हैं।” मैंने अब उसे अपने घर जाने का इशारा किया।
राजेश बात सुनकर राजेश ने अपना लंड को, जो झड़ने के बाद मुरझा गया था, वापस अपने शॉर्ट्स में डाला और बोला, “ये जो मैंने अभी किया वो पता नहीं कैसे हुआ, समझ नहीं आया?”
उसकी बात सुन कर रेनू हँसने लगी, और मैंने जवाब दिया, “इट’स ओके, हम सबको मस्ती चढ़ गयी थी लेकिन अब इस पर बात न की जाए तो बेहतर है।”
राजेश खड़ा हुआ और बोला “ठीक है, मैं यह जार सुबह ले लूंगा।” वह अपने घर जाने के लिए मुड़ा और रुक कर बोला, “आप दोनों ने आज जो मेरी वर्ल्ड क्लास खातिरदारी की है उसके लिए बहुत धन्यवाद।” उसने मुस्कुराते हुए कहा, और तेजी से अपने घर चला गया।
राजेश के जाने के बाद मेरी बीवी ने अपनी नशीली आँखों से मेरी तरफ देखा और मुझे जल्दी से बेडरूम में चलने का इशारा किया। वो अभी भी काफी गरम थी और चुदाई का एक राउंड और चाहती थी, मैंने उसे गोद में उठाया और बेडरूम की तरफ बढ़ गया।