23-09-2021, 01:51 PM
(This post was last modified: 05-07-2022, 04:03 PM by neerathemall. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
मैं ये सब देख कर पागल हो रहा था.
मैं उन्हें यूं ही घूरता हुआ नहाने चला गया. मैं बाथरूम में पहले तो मुठ मारने लगा. मुझे मुठ मारने में 15 मिनट लग गए .. फिर नहाना हुआ.
मुझे देर हुई तो दीदी ने आवाज लगा दी- कितनी देर कर रहे हो, नाश्ता बन गया है.
मैं बाहर आ गया. नाश्ता करते हुए दीदी बोलीं- क्या हुआ, दुखी लग रहे हो.
मैंने कहा- ऐसा तो कुछ नहीं है.
दीदी छेड़ते हुए बोलीं- मीनाक्षी की याद आ रही क्या?
मैं हंस पड़ा.
नाश्ता करने के बाद हम दोनों बातें करने लगे.
दीदी बोलीं- गांव में मीनाक्षी से मिलते कैसे थे?
मैं- रात में.
दीदी मेरी तरफ देखने लगी तो मैं बोल पड़ा- सबसे बढ़िया ज़िन्दगी शादीशुदा वालों की होती है, कोई चोरी नहीं.
दीदी- हां ये तो है, तुम भी शादी कर लो.
मैं- पहले पैसे कमा लूं … नहीं तो बीवी आएगी, तो सिर नौंच लेगी.
दीदी- ऐसा कुछ नहीं है, लड़की को प्यार दोगे … तो सब अच्छा होगा.
मैं उन्हें यूं ही घूरता हुआ नहाने चला गया. मैं बाथरूम में पहले तो मुठ मारने लगा. मुझे मुठ मारने में 15 मिनट लग गए .. फिर नहाना हुआ.
मुझे देर हुई तो दीदी ने आवाज लगा दी- कितनी देर कर रहे हो, नाश्ता बन गया है.
मैं बाहर आ गया. नाश्ता करते हुए दीदी बोलीं- क्या हुआ, दुखी लग रहे हो.
मैंने कहा- ऐसा तो कुछ नहीं है.
दीदी छेड़ते हुए बोलीं- मीनाक्षी की याद आ रही क्या?
मैं हंस पड़ा.
नाश्ता करने के बाद हम दोनों बातें करने लगे.
दीदी बोलीं- गांव में मीनाक्षी से मिलते कैसे थे?
मैं- रात में.
दीदी मेरी तरफ देखने लगी तो मैं बोल पड़ा- सबसे बढ़िया ज़िन्दगी शादीशुदा वालों की होती है, कोई चोरी नहीं.
दीदी- हां ये तो है, तुम भी शादी कर लो.
मैं- पहले पैसे कमा लूं … नहीं तो बीवी आएगी, तो सिर नौंच लेगी.
दीदी- ऐसा कुछ नहीं है, लड़की को प्यार दोगे … तो सब अच्छा होगा.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.